सियासी संकट से घिरी उद्धव सरकार, शिंदे ने डिप्टी स्पीकर को 37 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी भेजी, खुद को बताया विधायक दल का नेता, देर रात तक गुवाहाटी होटल में बागी विधायकों की संख्या बढ़कर 46 हुई

Two Shiv Sena MLAs are returning from Guwahati to Mumbai after Shiv Senas claim, rhetoric intensifies
सियासी संकट से घिरी उद्धव सरकार, शिंदे ने डिप्टी स्पीकर को 37 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी भेजी, खुद को बताया विधायक दल का नेता, देर रात तक गुवाहाटी होटल में बागी विधायकों की संख्या बढ़कर 46 हुई
महाराष्ट्र सरकार संकट लाइव अपडेट सियासी संकट से घिरी उद्धव सरकार, शिंदे ने डिप्टी स्पीकर को 37 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी भेजी, खुद को बताया विधायक दल का नेता, देर रात तक गुवाहाटी होटल में बागी विधायकों की संख्या बढ़कर 46 हुई
हाईलाइट
  • उद्धव ने की पद छोड़ने की पेशकश
  • महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट जारी

डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी, आनंद जोनवार, अनुपम तिवारी। महाराष्ट्र में इस वक्त की राजनीतिक हलचल देखकर तो यही लगने लगा है कि अब उद्धव ठाकरे की सरकार पर पूरी तरह से संकट के बादल छा गए हैं। शिवसेना के विधायकों का टूटने का क्रम जारी है। बागी शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष को शिवसेना विधायक दल के नेता के रूप में खुद की नियुक्ति की पुष्टि की और पार्टी के मुख्य सचेतक के रूप में भरतशेत गोगावाले की नियुक्ति के संबंध में पत्र लिखा। उनके पत्र में शिवसेना के 37 विधायकों के हस्ताक्षर हैं और पत्र की एक प्रति डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और विधान परिषद के सचिव राजेंद्र भागवत को भेजी गई है। आज रात तक गुवाहाटी होटल में विधायकों की संख्या बढ़कर कुल 46 हुई। सूत्रों के हवाले से खबर है कि आज शिवसेना के 2-3 विधायक गुवाहाटी आ सकते हैं। 

 एएनआई न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि आज देर रात शिवसेना के तीन विधायक समेत पांच निर्दलीय विधायक गुजरात के सूरत पहुंचेंगे। इसी बीच खबर आ रही है कि तीन और विधायक शिंदे खेमे में पहुंंच गए हैं। ऐसे में अब बागी विधायकों की संख्या बढ़कर 44 पहुंच गई है। देर रात शिंदे खेमें में दो और निर्दलीय विधायक गुवाहाटी पहुंच चुके हैं।

राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, उद्धव ठाकरे सरकार इस वक्त अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। लोगों का कहना है सत्ता बचा मुश्किल ही नही ं बल्कि नामुमकिन दिखने लगा है। बागी विधायक एकनाथ शिंदे के बगावती तेवर को देखने के बाद यही लग रहा है कि अब वह बीजेपी के साथ महाराष्ट्र में एक नई सरकार बनाने के मूड में है। उन्होंने कुछ देर पहले ही इशारों में ट्वीट कर इस बात का जिक्र भी किया है। उन्होंने  साफतौर पर कह दिया है कि उनके निर्णय को बीजेपी ने सराहा है। 

महाराष्ट्र सियासत में गर्मी बढ़ती जा रही है। शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने  उद्धव सरकार पर बड़ा हमला बोला है, उन्होंने कहा है कि आप किसे डराने की कोशिश कर रहे हैं? हम आपका मेकअप और कानून भी जानते हैं! संविधान की 10वीं अनुसूची (अनुसूची) के अनुसार, व्हिप विधानसभा कार्य के लिए है, बैठक के लिए नहीं। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के कई फैसले हैं।

महाराष्ट्र में राजनीतिक ड्रामा जारी है। इसी बीच शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर से 12 विधायकों की सदस्यता को रद्द करने की याचिका दायर की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि ये सभी विधायक पार्टी की बैठक में कल शामिल नहीं हुए थे। महाराष्ट्र सियासत में दोनों तरफ से बयानबाजी जारी है। एक तरफ बागी विधायक शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र महाअघाड़ी विकास की सरकार सत्ता में बनी रहने का दावा कर रही है। जिन 12 विधायकों की सदस्यता को रद्द करने की मांग की गई है। उनके नाम इस प्रकार है-


 1. एकनाथ शिंदे
 2. प्रकाश सुर्वे
 3. तानाजी सावंतो
 4. महेश शिंदे
 5. अब्दुल सत्तारी
 6. संदीप भुमरे
 7. भरत गोगावाले
 8. संजय शिरसातो
 9. यामिनी यादव
 10. अनिल बाबरी
 11. बालाजी देवदास
 12. लता चौधरी 
 

महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में एकनाथ शिंदे के साथ महाराष्ट्र शिवसेना विधायक दादाजी भूसे, विधायक संजय राठौड़ और एमएलसी रवींद्र फाटक समेत शिवसेना के 37 से ज्यादा विधायक मौजूद हैं। इन विधायकों का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। एएनआई न्यूज के अनुसार, इस होटल में शिवसेना के कुछ और विधायक पहुंच भी गए है। महाराष्ट्र सरकार का संकट धीरे-धीरे बढ़ता ही जा रहा है।

महाराष्ट्र सियासी हलचल के बीच सीएम उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका लगा है। एएनआई न्यूज के मुताबिक, उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले शिवसेना नेता रवींद्र फाटक को सूरत में बागी विधायकों को मनाने के लिए भेजा था, लेकिन वहां पर बड़ा खेला हो गया है। उद्धव ठाकरे के करीबी रवींद्र फाटक ही बागी विधायकों के गुट में शामिल हो गए हैं। उधर, कल शिवसेना के पदाधिकारियों की मुंबई में बैठक की होगी। बताया जा रहा है कि इस बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि हमने कई बार महाराष्ट्र में ऐसे हालात देखे हैं। मैं अपने अनुभव से कह सकता हूं कि हम इस संकट को हरा देंगे और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार सुचारू रूप से चलेगी। हालांकि जिस तरह से बागी विधायकों के तेवर दिख रहे हैं, उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि उद्धव ठाकरे की कुर्सी बच पाना नामुमकिन है।

 महाराष्ट्र शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि बीजेपी ने उनके फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है बीजेपी ने मेरे लिए हुए निर्णय को ऐतिहासिक बताया और भरोसा दिया है कि जब भी मुझे उनकी आवश्यकता होगी वे मौजूद रहेंगे। शिंदे की इस बयान के बाद राजनीतिक गर्मी और बढ़ गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि अब महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की कुर्सी पूरी तरह से संकट से घिर चुकी है। 

महाराष्ट्र सियासत में जारी घमासान के बीच एनसीपी प्रमुख प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे है। पार्टी की तरफ से अपना पक्ष रहे हैं और मीडिया के सावालों का जवाब दे रहे हैं। शरद पवार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि बागी विधायकों को कीमत चुकानी होगी। उन्होंने का कहा कि उद्धव ठाकरे ने अपनी सरकार में बेहतरीन काम किया है। पवार ने कहा वो सरकार बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। आगे उन्होंने कहा कि एमवीए ने सीएम उद्धव ठाकरे को समर्थन देने का फैसला किया। मेरा मानना ​​है कि एक बार (शिवसेना) विधायक मुंबई लौट आएंगे तो स्थिति बदल जाएगी। शरद पवार ने कहा कि बहुमत का फैसला विधानसभा में होगा।

 महाराष्ट्र में सिसासी हलचल के बीच बड़ी खबर आ रही है। शिवसेना के बागी विधायकों ने एक वीडियो जारी किया है। एएनआई न्यूज के मुताबिक, गुवाहाटी में महाराष्ट्र के बागी शिवसेना विधायकों ने सर्वसम्मति से एकनाथ शिंदे को अपना नेता चुना। वीडियो में साफतौर पर देख जा सकता है कि शिवसेना के सभी बागी विधायक हाथ उठाकर एकनाथ शिंदे का समर्थन करते हुए नजर आ रहे हैं। विधायकों ने कहा कि हर अच्छे व बुरे समय में आपके साथ हैं। शिंदे के समर्थन में विधायकों ने हुंकार भर दी है। अब सीएम उद्धव के लिए बागी विधायकों का ये वीडियो संदेश हैरान करने वाला है।

इस वक्त महाराष्ट्र की सियासत में बयानबाजी जारी है। राकांपा नेता जयंत पाटिल ने कहा है कि अभी बहुमत साबित करने का सवाल नहीं है, एमवीए के पास बहुमत है और वह अभी भी सत्ता में है। बात बस इतनी सी है कि शिवसेना के कुछ विधायक दुखी होकर दूसरे राज्य चले गए हैं लेकिन हमें विश्वास है कि शिवसेना उन्हें वापस लाने में कामयाब होगी।

 महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला है और आरोप लगाया है कि बीजेपी महाराष्ट्र में उभरने के लिए सरकार को अस्थिर कर शिवसेना को नष्ट करना चाहती है। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन को दिल्ली से ऑर्केस्ट्रेटेड किया जा रहा है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस वहीं से दिशा निर्देश और साजो सामान लेने दिल्ली जा रहे हैं।

महाराष्ट्र की सियासत में इस तरह का भूकंप आया है कि शिवसेना उसकी पूरी चपेट में आ चुकी है। इसी घटनाक्रम को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे जिलास्तरीय नेताओं के साथ कुछ ही देर में बड़ी बैठक करने जा रहे हैं। शिवसेना की तरफ से लगातार बैठकों का दौर जारी है, हालांकि अभी बागी विधायकों को उद्धव ठाकरे मनाने में नाकाम रहे हैं।

सूत्रों के हवाले से खबर है कि सियासी हलचल के बीच बीजेपी नेता देवेन्द्र फडणवीस दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। राजनीतिक जानकारों की माने तो बीजेपी इस वक्त महाराष्ट्र में सरकार बनाने के मूड में है। प्रत्येक दिन सियासी पारा चढ़ता ही जा रहा है। अब देखने वाली बात है कि कब तक सियासी ड्रामा चलता रहेगा। 

राकांपा नेता छगन भुजबल पार्टी की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम सीएम उद्धव ठाकरे के साथ खड़े हैं और अंतिम क्षण तक उनका समर्थन करेंगे। हमारे पास सरकार के लिए नंबर हैं, क्योंकि शिवसेना के किसी विधायक ने इस्तीफा नहीं दिया है और न ही शिवसेना ने किसी को पार्टी से निष्कासित किया है।

 एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सराकर में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम अंत तक उद्धव ठाकरे जी के साथ खड़े रहेंगे। हम मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार को बचाना तीनों दलों (एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना) की जिम्मेदारी है। संजय राउत ही जानते हैं कि उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया (शिवसेना एमवीए से बाहर निकलने पर विचार कर रही है)।

महाराष्ट्र में सियासी खीचतान के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने आज शाम 7 बजे बैठक बुलाई है। इसी बीच सहयोगी दल एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि जब तक उद्धव ठाकरे अपने पद से इस्तीफा नहीं देते हैं। तब तक हम महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार के साथ हैं। उनके इस बयान के बाद सियासत में तरह-तरह की अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं।

महाराष्ट्र सियासी संकट के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है, उन्होंने कहा है कि भाजपा सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है व शिवसेना को विभाजित करने की कोशिश कर रही है। हम इस पर काम कर रहे हैं कि इसे कैसे सुलझाया जाए। उन्होंने दावा किया है कि महा विकास अघाड़ी सरकार जारी रहेगी और 5 साल पूरे करेगी। हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। कांग्रेस एमवीए के साथ खड़ी है।

 महाराष्ट्र में सियासी हलचल के साथ बयानबाजी का दौर जारी है। शिवसेना के बागी विधायक तानाजी सावंतो की तरफ से कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे के ऊपर विधायकों के साथ जोर जबरदस्ती का आरोप निराधार है।

उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि विधायक कैलाश पाटिल कहानियां गढ़कर "मातोश्री" (उद्धव ठाकरे) की हमदर्दी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। वह मीडिया के सामने झूठ बोल रहे हैं। हमने उनके सूरत से मुंबई लौटने की व्यवस्था की थी। एकनाथ शिंदे ने किसी विधायक को अपने साथ आने के लिए मजबूर नहीं किया।

 इस वक्त महाराष्ट्र की सरकार पूरी तरह से मुसीबतों से घिर चुकी है। खबर आ रही है कि शिवसेना के एक और विधायक गुवाहाटी पहुंच गए हैं। उद्धव ठाकरे सरकार की समस्याओं में लगातार इजाफा हो रहा है।

महाराष्ट्र सियासत में दोनो पक्षों की तरफ से जबरदस्त बयानबाजी जारी है। एक तरफ जहां संजय राउत शिवसेना का पक्ष रखते नजर आ रहे हैं तो वहीं बागी विधायकों की तरफ से संख्या बल दिखाकर बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र सरकार को गिराने में वो सक्षम हैं। इसी कड़ी में संजय राउट ने ट्वीट कर कहा कि विचार-विमर्श मार्ग प्रशस्त कर सकता है। चर्चा हो सकती है। घर के दरवाजे खुले हैं। जंगल क्यों भटकता है? आइए गुलामी के बजाय स्वाभिमान से फैसला करें! जय महाराष्ट्र!

 दो शिवसेना विधायक रैडिसन ब्लू होटल से बाहर निकलते देखे गए, दोनों विधायकों के मुंबई आने की खबर। राज्य सभा में प्रतिपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर महाराष्ट्र सरकार को गिराने का आरोप लगाया।

बैठक से पहले  NCP नेता जयंत पाटिल  ने कहा हम अंत तक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जी के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे। हम इस सरकार को बचाने की पूरी कोशिश करेंगे

शिंदे खेमे से वापस लौटे नितिन देशमुख ने शिवसेना प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा विधायकों को डराया, धमकाया जा रहा हैं, 21 विधायक वापस मुंबई लौटना चाहते हैं। विधायक देशमुख ने बीजेपी पर साजिश करने का भी आरोप लगाया हैं। 

 

असम की राजधानी गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में एकनाथ शिंदे सहित महाराष्ट्र के बागी विधायक एक साथ बैठे दिखाई दिए। वीडियो में बागी विधायक "शिंदे साहब तुम आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं" के नारे लगा रहे हैं। एक तरफ गुवाहाटी में शिंदे के पक्ष में नारे लग रहे हैं,वहीं दूसरी तरफ मुंबई में शिवसेना विधायकों की बैठक में 13 विधायकों के शामिल होने की खबर सामने आ रही हैं। ऐसे में ये माना जाने लगा है कि शिंदे के पास 37 का दो तिहाई जादुई आंकड़ें छू लिया हैं। जो रैडिनस होटल से जारी तस्वीरों से साफ नजर आ रहा हैं। अब बारी शिंदे के अगले कदम की हैं , कि वे क्या कदम उठाते हैं। बीजेपी से हरी झंडी मिलने के बाद ये साफ स्पष्ट हो जाएंगा। 

 इससे पहले संजय शिरसाट के लिखे भावनात्मक खत को शिंदे ने ट्विटर पर  साझा किया। खुले खत्र में लिखा है ये विधायकों की भावना हैं। पत्र में उन्होंने अब से पहले मातो श्री के दरावाजे  बंद थे,हमें सीएम से मिलने के लिए दूसरों से मिन्नतें करनी पड़ती थी। 

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के मुंबई पहुंचने की खबर हैं । हालांकि उनके दौरे को निजी बताया जा रहा हैं। इस दौरान वे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले से भी मुलाकात करेगी। इसी बीच खबर आ रही है कि एनसीपी नेताओं कार्यकर्ताओं और विधायकों की शरद पवार के घर  हुई  बैठक खत्म हो गई हैं। आगे ऐसी अटकले है कि जल्द ही एनसीपी और कांग्रेस नेताओं की  मीटिंग होने वाली हैं. 

 

महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर बोले कानून के मुताबिक होगा सब कुछ, 24 से 48 घंटे में सब साफ हो जाएगा। आज तक निजी न्यूज चैनल के एक सवाल का जवाब देते हुए डिप्टी स्पीकर ने कहा एकनाथ शिंदे ने कोई लेटर भेजा हैं तो उस पर कानून के मुताबिक विचार किया जाएगा। विचार करने और फैसला लेने में कुछ घंटों का समय लग सकता हैं। 

TMC कार्यकर्ताओं ने  रैडिसन  होटल के बाहर किया प्रदर्शन, तृणमूल कांग्रेस के विरोध से महाराष्ट्र सियासी संकट में ममता बनर्जी की एंट्री हो चुकी हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी और शिंदे के दावा के बाद विधायकों का जादुई आंकड़ा एकनाथ के पक्ष में आते हुए दिखाई दे रहा हैं। अगर शिवसेना के 37 विधायक शिंदे के साथ आ गए तब शिंदे के साथ मौजूद  विधायक दलबदल कानून से बच जाएंगे। और वो अपना फैसला खुद कर सकते हैं। ऐसे में  शिवसेना और उद्धव की कुर्सी छिन सकती हैं। 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी इसी वेट एंड वॉच की स्थिति का इंतजार कर रही है कि शिवसेना के दो तिहाई विधायक शिंदे  के साथ आ जाते हैं,तभी आगे की कार्यवाही की जाएंगी। क्योंकि इससे पहले के प्रयास में  बीजेपी की किरकिरी हो चुकी थी। बीजेपी नहीं चाहती कि ये फिर हों, इसलिए पूरी स्थिति साफ होने के बाद ही बीजेपी अपना कदम उठाएंगी। 

महाराष्ट्र में चल रहा सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। शिवसेना से बागी बने मंत्री एकनाथ शिंदे के साथ 33 विधायकों के ग्रुप में लगातार एमएलए की संख्या बढ़ती जा रही हैं। कल देर रात शिवसेना के चार विधायक विशेष विमान से असम गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल पुहंचे थे, उसके बाद आज सुबह होते ही तीन और शिवसेना विधायक रैडिसन होटल पहुंच गए। इस पूरे आवागमन ने महाराष्ट्र की सियासत में तूफान ला दिया हैं। और उद्धव के साथ शिवसेना को खतरे में डाल दिया हैं। 

 

भले ही मंत्री शिंदे ने अपने आपको सच्चा शिवसैनिक बताते हुआ कहा कि गद्दी के लिए शिवसेना से  गद्दारी नहीं करूंगा। लेकिन बागी शिंदे के समूह में शिवसेना विधायकों के बढ़ती संख्या महाराष्ट्र सरकार के साथ साथ शिवसेना के लिए खतरे की घंटे बजना तय माना जा रहा हैं। हालांकि शिंदे ने शिवसेना प्रमुख व सीएम उद्धव के सामने एक बड़ी चुनौतीपूर्ण शर्त रखने के साथ कहा कि एनसीपी और कांग्रेस के साथ समर्थित सरकार बनाना साथी सभी शिवसेना विधायकों को खल रहा है, कांग्रेस और एनसीपी पर निशाना साधते हुए शिंदे ने कहा था कि उनके साथ समर्थन करने से शिवसेना को नुकसान हो रहा हैं। जो  सच्चा शिवसैनिक  होने नहीं देगा। शिंदे ने उद्धव से शर्त रखते हुए कहा कि आइए शिवसेना की पुरानी सहयोगी बीजेपी के साथ सरकार बनाइए। शिवसैनिक हिंदुत्व की विचारधारा को मानता है, जिसे नुकसान हो रहा हैं। 

 शिवसेना के तीन और विधायक गुवाहाटी पंहुचे, देर रात पहुंचे थे चार शिवसेना विधायक

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी सरकार में राजनीतिक अस्थिरता के बीच शिवसेना के तीन और बागी विधायक गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल पहुंचे।

Created On :   23 Jun 2022 8:40 AM IST

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