18 साल बाद मुुख्यमंत्री लड़ेगा चुनाव, 2003 में मुलायम ने लड़ा था चुनाव

After 18 years, the Chief Minister will contest the elections, in 2003 Mulayam had contested the elections.
18 साल बाद मुुख्यमंत्री लड़ेगा चुनाव, 2003 में मुलायम ने लड़ा था चुनाव
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 18 साल बाद मुुख्यमंत्री लड़ेगा चुनाव, 2003 में मुलायम ने लड़ा था चुनाव
हाईलाइट
  • माया के बाद अखिलेश का इंतजार

डिजिटल डेस्क, लखनऊ।  उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए तकरीबन हर राजनीतिक दलों ने पहले चरण के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। बीजेपी, सपा, बसपा और कांग्रेस ने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं।  बीजेपी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को उनके गढ़ गोरखपुर शहर से चुनाव लड़ने  के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिया है। आपको बता दें 18 साल बाद कोई मुख्यमंत्री फिर विधानसभा चुनाव लड़ेगा। इससे पहले 2003 में मुलायम सिंह यादव ने गिन्नौर से चुनाव लड़ा था। जबकि अपने जन्म दिन पर प्रेस कॉन्फ्रेस कर बसपा चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया।

बहन की चुनाव न लड़ने की वजह

बीएसपी प्रमुख मायावती ने अपने जन्मदिन पर प्रेस कॉन्फ्रेंस  आयोजित कर ये  साफ  कर दिया कि  वह चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने इसकी वजह भी बताई। बसपा चीफ ने कहा कि कांशीराम जी जब स्वस्थ थे, तब वे चुनाव लड़ती थी और पार्टी की जिम्मेदारी वो संभालते थे। अब  जिम्मेदारी  मेरे ऊपर आ गई है,  उन्होंने  चुनाव न लड़ने के पीछे की वजह  पार्टी को सभी सीटों पर बागड़ोर संभालना और चुनावी तैयारी बताया।  उन्होंने कहा संविधान में यह व्यवस्था है कि विधान परिषद का सदस्य बनकर भी कोई सीएम बन सकता है।

मुलायम के बाद 18 साल बाद  योगी लड़ेगे चुनाव
यूपी की गद्दी पर बीते 18 साल से कोई भी सीएम विधानसभा चुनाव लड़कर सीधे नहीं आया। 18 साल से सीएम एमएलसी सदस्य बनकर यूपी कि सियासी कुर्सी पर विराजमान होते आए है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एमएलसी सदस्य बनकर सीएम बनें, लेकिन अब उन्हें बीजेपी ने गोरखपुर सीट से प्रत्याशी घोषित किया है।  18 साल बाद  योगी सीएम चुनाव न लड़ने की  परंपरा को तोड़ रहे है। उनसे पहले 2003 में मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री गद्दी पर रहते हुए विधान सभा चुनाव लड़ा था। 2003 में मुलायम सिंह यादव तीसरी बार मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद उन्होंने जनवरी 2004 में गुन्नौर सीट से उपचुनाव लड़ा था। इसमें वह भारी  मतों से जीतकर विधान सभा पहुंचे थे। 

योगी के बाद अखिलेश के संकेत सपा का मन

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी कुछ दिन पहले  विधानसभा चुनाव लड़ने के संकेत दिए थे। हालांकि उन्होंने इसका फैसला पार्टी पर छोड़ दिया है। उन्होंने ये संकेत तब दिए थे जब सीएम योगी के चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन अब ये तय हो गया है कि योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। अब देखना ये होगा कि यूपी के मैदानी जंग में अखिलेश उतरते है या नहीं। हालांकि इससे पहले वो चुनाव लड़ने से इंकार ही करते आए है। अभी वो आजमगढ़ से सांसद है।  ऐसे में अखिलेश यादव भी यदि चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो राज्य का चुनावी मुकाबला काफी दिलचस्प होगा। अब सभी की नजरें  इस पर टिकी है कि अखिलेश यादव आखिरकार चुनाव के लिए किस सीट का चयन करते हैं।  2012 से 2017 के दौरान विधान परिषद के सदस्य  बनकर वे  मुख्यमंत्री रहे। तब अखिलेश ने सीधे तौर पर चुनाव नहीं लड़ा था। लेकिन  सीएम योगी के चुनाव लड़ने के बाद अब समाजवादी पार्टी को भी लगने लगा है कि अखिलेश यादव को भी चुनाव मैदान में उतरना चाहिए। ताकि चुनावी माहौल और दिलचस्प बनें।

Created On :   16 Jan 2022 8:16 AM IST

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