अजित पवार के रिश्तेदारों पर पड़े आयकर विभाग के छापे,  राकांपा ने लगाया निशाना बनाने का आरोप 

A day after NCP criticized NCB, IT raids premises linked to Ajit Pawar
अजित पवार के रिश्तेदारों पर पड़े आयकर विभाग के छापे,  राकांपा ने लगाया निशाना बनाने का आरोप 
आईटी की कार्रवाई अजित पवार के रिश्तेदारों पर पड़े आयकर विभाग के छापे,  राकांपा ने लगाया निशाना बनाने का आरोप 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आयकर विभाग ने गुरूवार को राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार से जुड़े चीनी कारखानों, भवन निर्माताओं और उनके रिश्तेदारों के ठिकानों पर छापेमारी की है। राज्य में पुणे, मुंबई और सातारा के साथ गोवा में भी छापेमारी की गई है। इससे नाराज अजित पवार ने सवाल किया कि मेरी बहनों को निशाना क्यों बनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वे और उनसे जुड़ी संस्थाएं नियमित रूप से टैक्स भरतीं हैं क्योंकि राज्य का वित्त मंत्री होने के चलते उन्हें इसकी अहमियत का अंदाजा है। जरंडेश्वर चीनी मिल के साथ दौंड शुगर, आंबलिक शुगर, नंदुरबार चीनी मिल के साथ कुछ बिल्डरों पर भी कार्रवाई की सूचना है। जिन पर छापे मारे गए हैं सभी अजित पवार के करीबी हैं। इसके अलावा आयकर विभाग के अधिकारियों ने अजित पवार की बहन विजया पाटील की कोल्हापुर स्थित मुक्ता पब्लिकेशन से जुड़े कागजात की भी जांच की है। अजित पवार ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि पुणे में रहने वाली उनकी दो बहनों और कोल्हापुर में रहने वाली एक बहन के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय मनी लांडरिंग के आरोप में जरंडेश्वर कारखाने से जुड़ी 65 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर चुकी है। 

अजित का सवाल, बहनों पर निशाना क्यों?

अजित पवार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह सच है कि मुझसे संबंधित कुछ फर्मों पर आयकर विभाग ने छापा मारा है। यह उनका अधिकार है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि छापे राजनीतिक मकदस के लिए मारे जा रहे हैं या उन्हें कुछ अधिक जानकारी चाहिए। लेकिन मैं इस बात से दुखी हू कि मेरी तीन बहनों से संबंधित परिसरों पर छापेमारी की गई है। अगर वे मेरी बहनें हैं इसलिए छापेमारी की गई है तो राज्य के लोगों को सोचना चाहिए कि केंद्रीय एजेंसियों का किस स्तर पर दुरुपयोग हो रहा है। 

केंद्रीय जांच एजेंसियों से नहीं डरते-मलिक

राकांपा के प्रवक्ता और राज्य के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि ईडी, एनआईए और एनसीबी जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल महाराष्ट्र सरकार और राज्य के नेताओं के खिलाफ किया जा रहा है लेकिन हम इससे घबराएंगे नहीं। जो हालात पश्चिम बंगाल में बनाए गए थे। केंद्र सरकार वैसे ही हालात महाराष्ट्र में पैदा करने की कोशिश कर रही है। 

जरंडेश्वर का असली मालिक कौन-सोमैया

भाजपा नेता किरीट सोमैया कहा है कि सातारा स्थित जरंडेश्वर चीनी मिल का असली मालिक और लाभार्थी कौन है अजित पवार को इसका खुलासा करना चाहिए। अजित पवार ही इस छापेमारी के बारे में ज्यादा जानकारी दे सकते हैं। भाजपा नेता ने कहा कि अगर आपने पाप किया है। घोटाला किया है तो इसे स्वीकार कीजिए। जांच एजेंसियां किसी निर्दोष व्यक्ति को परेशान नहीं कर सकतीं। 

दाल में कुछ काला हैः राम कदम 

वहीं मुंबई भाजपा के प्रवक्ता और विधायक राम कदम ने कहा कि आयकर विभाग के छापों पर राज्य के नेताओं द्वारा निचले स्तर की राजनीति की बात की जा रही है। लेकिन जब आयकर विभाग काम करे तो यह निचले स्तर की राजनीति कैसे हो सकती है। क्या राज्य के नेता चाहते हैं कि केंद्रीय एजेंसियां अपना काम बंद कर दें। इमानदार लोग केंद्रीय जांच एजेंसियों को सहयोग देते हैं जबकि उल्टे सीधे बयान देने वाले साबित करते हैं कि दाल में कुछ काला है।   


 

Created On :   7 Oct 2021 4:30 PM IST

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