'ED की जांच के डर से एनडीए में शामिल हुए हैं NCP विधायक', शरद पवार ने बीजेपी पर लगाया बड़ा आरोप
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमों शरद पवार ने रविवार को पार्टी में हुई फूट को लेकर बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के कुछ लोग एजेंसियों की जांच के डर से एनडीए में शामिल हुए हैं। पार्टी के कई नेता प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निशाने पर थे। इसलिए नेताओं ने जांच से बचने के लिए एनडीए में जाना बेहतर विकल्प समझा।
अपने भतीजे अजित पवार का नाम लिए बिना शरद पवार ने कहा, "हाल ही में पार्टी के कुछ लोग सरकार में शामिल हुए थे। वे कह रहे थे कि वे विकास के लिए सरकार में शामिल हुए हैं। लेकिन यह सच नहीं है। उनमें से कुछ लोग ईडी की जांच के दायरे में थे और उन्हें जांच से बचने के लिए ऐसा करना पड़ा।
शरद पावर ने बीजेपी पर लगाया बड़ा आरोप
सोशल मीडिया पर आयोजित पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शरद पवार ने ये सभी बातें कही है। उन्होंने कहा, "अनिल देशमुख जैसे कुछ पार्टी नेताओं ने जांच का सामना किया। जेल भी गए। अनिल देशमुख तो 14 महीने जेल में भी रहे हैं। जांच से बचने के लिए उनके सामने उस पक्ष (बीजेपी) में शामिल होने की पेशकश भी की गई, लेकिन उन्होंने अपनी विचारधारा नहीं छोड़ी और एनसीपी नहीं छोड़ने के अपने फैसले पर अड़े रहे।" पवार ने आगे कहा कि अजित देशमुख ने कोई अपराध नहीं किया है और उन्होंने कानून का सामना करने का फैसला किया है। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को राज्य की जनता की समस्या नजर नहीं आ रही है। उन्हें राज्य की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए। प्रदेश की जनता बेरोजगारी का सामना कर रही है। राज्य के किसान भी पीड़ित हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में एनसीपी का एक धड़ा शिंदे-फडणवीस सरकार को अपना समर्थन दे दिया है। शरद पवार के भतीजे अजित पवार अपने समर्थक विधायकों के साथ एनडीए में शामिल होने के हुए हैं। साथ ही, अजित पवार को राज्य के डिप्टी सीएम के तौर पर नियुक्त किया गया । वहीं, अजित पवार के साथ आए आठ विधायकों को भी एनडीए सरकार में मंत्री पद सौंपा गया।
Created On :   20 Aug 2023 11:49 PM IST