वार-पलटवार: राज्यसभा में अमित शाह के दिए भाषण पर मल्लिकार्जुन खरगे ने दी प्रतिक्रिया, कहा- वे रोज इंदिरा गांधी, नेहरू और गांधी परिवार को कहते हैं अपशब्द
- कांग्रेस आरक्षण विरोधी पार्टी- अमित शाह
- भाषण के दौरान शाह ने गांधी परिवार पर बोला हमला
- अब मल्लिकार्जुन खरगे का आया बयान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण पर राज्यसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "आज गृह मंत्री ने जो बातें कही वो सब झूठ है। एक तरफ वे इंदिरा गांधी के लिए शोक संवेदना व्यक्त करते हैं और दूसरी तरफ वे रोज इंदिरा गांधी, नेहरू और गांधी परिवार को अपशब्द कहते हैं। वे सारी झूठी बातों के सहारे लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। देश को एक अच्छी दिशा दिखाने के लिए वे कभी नहीं बोलते हैं इसलिए न कभी देश पर, न कभी जनता पर और न कभी युवाओं पर उनके भाषण का असर होगा।"
जानें पूरा मामला
इससे पहले अमित शाह ने राज्यसभा में संविधान पर चर्चा को लेकर भाषण दिया। इस दौरान शाह ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। साथ ही, अमित शाह ने कांग्रेस की रणनीति को लेकर सवाल उठाए। अमित शाह ने कहा कि भाजपा ने 16 साल राज किया और 22 बार संविधान में संशोधन किया। वहीं कांग्रेस ने 55 साल राज किया और 77 बार संविधान में परिवर्तन किया।भाजपा और कांग्रेस दोनों ने परिवर्तन किए, लेकिन परिवर्तन का उद्देश्य क्या था? इससे पार्टी का संविधान में विश्वाश का पता चलता है। प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के समय संविधान में पहला संशोधन किया गया और 19A जोड़ा। ये संशोधन अभियक्ति की आजादी और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कर्टेल करने के लिए किया गया। इसी तरह 24वां संशोधन किया गया और इसके माध्यम से नागरिकों के मौलिक अधिकार कम कर दिए गए। इसी तरह कांग्रेस ने सिर्फ अपने उद्देश्य के लिए संविधान में कई संशोधन किए।
अमित शाह ने कहा कि वोटबैंक की राजनीति कांग्रेस करती है, वोटबैंक की राजनीति हम नहीं कर रहे हैं। वोटबैंक की राजनीति करके मुस्लिम बहनों के साथ इतने दिनों तक अन्याय करने का काम... कांग्रेस पार्टी ने किया है। हमने तो ट्रिपल तलाक समाप्त करके मुस्लिम माताओं-बहनों को अधिकार दिया।
कांग्रेस आरक्षण विरोधी पार्टी- अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं से मैं पूछना चाहता हूं कि जो संविधान की दुहाई देते हैं, लेकिन जब आपने 35ए लागू किया तो इसके संविधान आदेश पार्लियामेंट में कब डिबेट में आया, कब मतदान हुआ, किसने पारित किया। आप पार्टी को तो निजी परिवार की जागीर समझते हो, संविधान को भी आपलोग निजी परिवार की जागीर समझते हो। अमित शाह ने कहा कि किसी शायर ने मुझे दुष्यंत कुमार की पंक्ति भेजी है- एक गुड़िया की कई कठ-पुतलियों में जान है, आज शायर ये तमाशा देख कर हैरान है, कल नुमाइश में मिला वो चीथड़े हाल कपड़े पहने हुए। मैंने पूछा नाम कि तुम कौन हो, तो उसने कहा- मैं संविधान हूं। दुष्यंत कुमार की ये कविता इंदिरा जी को समर्पित है।
Created On :   17 Dec 2024 9:22 PM IST