Maharashtra Chief Minister: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लिया धर्म गुरु आचार्य सतीश सद्गुरुनाथ जी महाराज का आशीर्वाद, सनातन धर्म पर हुई विस्तृत चर्चा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लिया धर्म गुरु आचार्य सतीश सद्गुरुनाथ जी महाराज का आशीर्वाद, सनातन धर्म पर हुई विस्तृत चर्चा
सद्गुरूनाथ जी महाराज न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। उनकी कथा और भजन कार्यक्रम न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी लोकप्रिय हैं।

मुंबई, 19 अक्टूबर 2024 परम पूज्य सद्गुरूनाथ जी महाराज, जो अपने आध्यात्मिक ज्ञान और वेदों पर गहन पकड़ के लिए विख्यात हैं, ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से भेंट की। इस महत्वपूर्ण बैठक में उन्होंने सनातन धर्म के विभिन्न पहलुओं पर गंभीर चर्चा की और मुख्यमंत्री को आशीर्वाद प्रदान किया। इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य महाराष्ट्र में सनातन धर्म और हिन्दू संस्कृति की रक्षा और उसके संवर्धन पर संवाद स्थापित करना था।

सनातन धर्म पर चर्चा और आशीर्वाद की अनुभूति

सद्गुरूनाथ जी महाराज और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच यह मुलाकात न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण थी। दोनों महान हस्तियों ने महाराष्ट्र में हाल ही में घटित धार्मिक विवादों पर चर्चा की, जिनमें लव जिहाद, हिन्दू मंदिरों में हो रही अनियमितताओं, और हिन्दू आस्थाओं पर हो रहे हमलों का विषय प्रमुख रहा। एकनाथ शिंदे ने गुरुदेव से कहा कि महाराष्ट्र की सरकार सनातन धर्म और हिन्दू संस्कृति की रक्षा के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि हिन्दू आस्थाओं को ठेस पहुंचाने वाले किसी भी अपराधी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सद्गुरूनाथ जी महाराज ने मुख्यमंत्री को सनातन धर्म के आदर्शों और मूल्यों के बारे में विस्तृत रूप से अवगत कराया और कहा कि हमारा धर्म सदा से ही विश्व कल्याण और मानवता की बात करता है। वेदों में वर्णित मंत्रों और अनुष्ठानों का सही तरीके से पालन करने से आज भी वही चमत्कारी परिणाम प्राप्त होते हैं जो प्राचीन काल में होते थे। महाराज जी ने बताया कि सनातन धर्म पर हो रहे हमलों से बचाव के लिए समाज को एकजुट होने की आवश्यकता है, ताकि धर्म की शुद्धता और उसकी महिमा बनी रहे।

प्रसादम में चर्बी मिलने की घटना पर गंभीर चर्चा

बैठक के दौरान, सद्गुरूनाथ जी महाराज ने तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसादम में चर्बी मिलने की घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया। उन्होंने इसे हिन्दू धर्म और उसकी आस्था पर एक गहरा आघात बताया। इस संबंध में महाराज जी ने कहा कि यह केवल एक स्थानीय घटना नहीं है, बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र है जो सनातन धर्म की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं पर सरकार को सख्त निगरानी रखनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

अन्य महत्वपूर्ण हस्तियों से भी हुई बैठक

यह पहली बार नहीं है जब सद्गुरूनाथ जी महाराज ने देश के प्रमुख राजनीतिक नेताओं से मुलाकात की हो। कुछ समय पूर्व उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साई से भी मुलाकात की थी। उस बैठक में भी उन्होंने सनातन धर्म और हिन्दू संस्कृति की सुरक्षा पर चर्चा की थी। इसी प्रकार, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी महाराज जी ने मुलाकात कर हिन्दू धर्म की रक्षा और उसे मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की थी।

सद्गुरूनाथ जी महाराज की आध्यात्मिक दृष्टि और मार्गदर्शन का प्रभाव केवल राजनीतिक नेताओं तक सीमित नहीं है। हाल ही में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी उनकी एक विशेष मुलाकात हुई। इस बैठक में, महाराज जी और पूर्व राष्ट्रपति ने भारत के शैक्षिक प्रणाली में आध्यात्मिक शिक्षा के समावेश पर विचार-विमर्श किया। रामनाथ कोविंद ने सद्गुरूनाथ जी महाराज की सराहना की और कहा कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को सहेजने के लिए उनके प्रयास अतुलनीय हैं।

सनातन धर्म के महत्व पर बल

सद्गुरूनाथ जी महाराज का मानना है कि सनातन धर्म केवल एक धार्मिक पद्धति नहीं है, बल्कि यह मानवता के लिए एक जीवन-दर्शन है। उनके अनुसार, यह धर्म हमें आत्मानुभूति और आत्मकल्याण की ओर ले जाता है।

महाराज जी ने कहा, "सनातन धर्म की विशालता का आंकलन किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा नहीं किया जा सकता, बल्कि इसे ऋषि-मुनियों और वेदों से समझा जा सकता है।" उन्होंने यह भी कहा कि यदि हम आज भी वेदों और उपनिषदों में वर्णित ज्ञान का सही रूप से पालन करें, तो जीवन में हर कठिनाई का समाधान पाया जा सकता है।

विदेशों में भी सनातन धर्म का प्रचार

सद्गुरूनाथ जी महाराज न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। उनकी कथा और भजन कार्यक्रम न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी लोकप्रिय हैं। उनकी कथा का प्रसारण प्रमुख धार्मिक चैनलों जैसे आस्था चैनल पर नियमित रूप से होता है, जिससे देश-विदेश में उनके अनुयायियों की संख्या लाखों में पहुंच चुकी है।

आध्यात्मिक और सामाजिक सुधार

सद्गुरूनाथ जी महाराज का जीवन समाज के कल्याण और सुधार के लिए समर्पित है। उनकी संस्था "सद्गुरूनाथ धाम ट्रस्ट" के माध्यम से वे धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों का संचालन करते हैं। उनकी मुख्य योजना "रिश्तों की पाठशाला में लाखों रिश्ते सुधारे" ने हजारों परिवारों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन के माध्यम से फिर से जोड़ा है। वे नियमित रूप से ज्योतिष और वैदिक मंत्रों के माध्यम से लोगों की समस्याओं का समाधान करते हैं।

समाप्ति

सद्गुरूनाथ जी महाराज और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच हुई यह महत्वपूर्ण मुलाकात सनातन धर्म की सुरक्षा और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। गुरुदेव का आशीर्वाद और उनकी आध्यात्मिक दृष्टि न केवल महाराष्ट्र, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी। सनातन धर्म की रक्षा और उसकी महिमा को सहेजने के लिए सद्गुरूनाथ जी महाराज का योगदान अविस्मरणीय रहेगा।


संपर्क जानकारी:

सद्गुरूनाथ धाम ट्रस्ट

फोन नंबर: +91 8090777776

वेबसाइट: www.sadhgurunath.com

इंस्टाग्राम: @acharyasatishsadhgurunath

Created On :   22 Oct 2024 4:28 PM IST

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