मोदी 3.0: 'मां गंगा ने मुझे गोद ले लिया है...', लगातार तीसरी बार वाराणसी से सांसद चुने जाने पर पीएम मोदी ने जनता का किया आभार
- 'मां गंगा ने भी जैसे मुझे गोद ले लिया है, मैं यहीं का हो गया हूं'- पीएम
- खेती को मिलेगी नई दिशा- पीएम मोदी
- काशी संस्कृति की राजधानी रही- पीएम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लगातार तीसरी बार सांसद चुने जाने के बाद मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका स्वागत किया। संबोधन से पहले पीएम मोदी ने किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी की। उन्होंने कृषि सखी प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षण पाने वाली कृषि सखियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए।
'मां गंगा ने भी जैसे मुझे गोद ले लिया है, मैं यहीं का हो गया हूं'
पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'चुनाव जीतने के बाद आज हम पहली बार बनारस आया हूं। मैं बनारस की जनता को नमस्कार करता हूं। काशीवासियों के असीम स्नेह से मुझे तीसरी बार देश का प्रधान सेवक बनने का सौभाग्य मिला है। काशी के लोगों के मुझे लगातार तीसरी बार अपना प्रतिनिधि चुनकर मुझे धन्य कर दिया है। अब तो मां गंगा ने भी जैसे मुझे गोद ले लिया है, मैं यहीं का हो गया हूं।'
खेती को मिलेगी नई दिशा- पीएम मोदी
पीएम ने आगे कहा, "काशी के लोगों ने तो सिर्फ सांसद नहीं बल्कि तीसरी बार प्रधानमंत्री भी चुना है इसलिए आप लोगों को डबल बधाई। इस चुनाव में देश के लोगों ने अभूतपूर्व जनादेश दिया है।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "यहां इतनी बड़ी संख्या में हमारी माताएं-बहनें उपस्थित हैं। माताओं-बहनों के बिना खेती की कल्पना भी असंभव है। इसलिए अब खेती को नई दिशा देने में भी माताओं-बहनों की भूमिका का विस्तार किया जा रहा है। नमो ड्रोन दीदी की तरह ही कृषि सखी कार्यक्रम ऐसा ही एक प्रयास है। हमने आशा कार्यकर्ताओं के रूप में बहनों का काम देखा है। हमने बैंक सखियों के रूप में डिजिटल इंडिया बनाने में बहनों की भूमिका देखी है। अब हम कृषि सखी के रूप में खेती को नई ताकत मिलती देखेंगे। आज 30 हजार से अधिक सहायता समूहों को कृषि सखी के रूप में प्रमाणपत्र दिए गए हैं। अभी 12 राज्यों में ये योजना शुरू हुई है। आने वाले समय में पूरे देश में हजारों समूहों को इससे जोड़ा जाएगा। ये अभियान 3 करोड़ लखपति दीदीयां बनाने में भी मदद करेगा।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "अभी मैं जी7 की बैठक में हिस्सा लेने के लिए इटली गया था। G7 के सारे देशों के सभी मतदाताओं को मिला दें, तो भी भारत में वोटर्स की संख्या 1.5 गुना ज्यादा होगी।"
काशी संस्कृति की राजधानी रही- पीएम
उन्होंने आगे कहा- हमारी काशी संस्कृति की राजधानी रही है। हमारी काशी ज्ञान की राजधानी रही है। हमारी काशी सर्वविद्या की राजधानी रही है। लेकिन इन सबके साथ-साथ काशी एक ऐसी नगरी बनी है, जिसने सारी दुनिया को ये दिखाया है कि हेरिटेज सिटी भी अर्बन डेवलमेंट का नया अध्याय लिख सकती है। विकास भी और विरासत का मंत्र भी काशी में हर जगह दिखाई दे रहा है। पिछले 10 वर्षों में काशी के किसानों के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार (पिछले 7 साल से राज्य सरकार को मौका मिला है) ने पूरे समर्पण भाव से काम किया है। आज 30 हजार से अधिक सहायता समूहों को कृषि सखी के रूप में प्रमाण पत्र दिए गए हैं।
पीएम मोदी ने कहा- अभी 12 राज्यों में ये योजना शुरू हुई है। आने वाले समय में पूरे देश में हजारों समूहों को इससे जोड़ा जाएगा। थोड़ी देर पहले ही देशभर के करोड़ों किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि के 20 हजार करोड़ रुपए पहुंचे हैं। आज 3 करोड़ बहनों को लखपति बनाने के तरफ भी बहुत बड़ा कदम उठाया गया है। कृषि सखी के रूप में बहनों की नई भूमिका उन्हें सम्मान और आय के नए साधन दोनों सुनिश्चित करेगी। मैंने किसान, नौजवान, नारीशक्ति और गरीब को विकसित भारत का मजबूत स्तंभ माना है।
तीसरा कार्यकाल महत्वपूर्ण
उन्होंने कहा- अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत मैंने इन्हीं के सशक्तिकरण से की है। सरकार बनते ही सबसे बड़ा किसान और गरीब परिवारों से जुड़ा फैसला लिया गया है। देश में गरीब परिवारों के लिए 3 करोड़ नए घर बनाने हों या फिर पीएम किसान सम्मान निधि को आगे बढ़ाना हो। ये फैसले करोड़ों-करोड़ों लोगों की मदद करेंगे। ये बहुत बड़ी सफलता है, ये बहुत बड़ी विजय है और बहुत बड़ा विश्वास है। आपका ये विश्वास मेरी बहुत बड़ी पूंजी है। आपका ये विश्वास मुझे लगातार आपकी सेवा के लिए, देश को नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा देता है। मैं दिन-रात ऐसे ही मेहनत करूंगा, आपके सपनों और संकल्पों को पूरा करने के लिए हर प्रयास करूंगा।
पीएम मोदी ने कहा- भारत में 18वीं लोकसभा के लिए हुआ ये चुनाव भारत के लोकतंत्र की विशालता को, भारत के लोकतंत्र के सामर्थ्य को, भारत के लोकतंत्र की व्यापकता को, भारत के लोकतंत्र के जड़ों की गहराई को दुनिया के सामने पूरे सामर्थ्य के साथ प्रस्तुत करता है।
Created On :   18 Jun 2024 6:31 PM IST