कैश फॉर क्वेरी मामला: पूर्व TMC सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बरकरार, अब CBI ने दर्शन हीरानंदानी के खिलाफ भी दर्ज की FIR
- टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बरकरार
- लोकपाल के आदेश के बाद सीबीआई ने कसा शिकंजा
- अब दर्शन हीरानंदानी के खिलाफ भी दर्ज की FIR
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कैश फॉर क्वेरी मामले में तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच सीबीआई ने मामले में और सख्ती दिखाई है। अब सीबीआई ने दुबई में व्यवसाय करने वाले निरंजन हीरानंदानी के बेटे दर्शन हीरानंदानी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है। बता दें कि, इस मामले में पहले से ही पूर्व सांसद मोइत्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज है।
गौरतलब है कि, 19 मार्च को लोकपाल के आदेश के बाद सीबीआई ने पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा और हीरानंदानी के अलावा अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी यानी साजिश करना और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट की धारा 7, 8 और 12 के तहत रेगुलर केस दर्ज कर जांच शुरू की। इस पूरे मामले की जांच सीबीआई के एडिशनल एसपी आलोक कुमार सिंह कर रहे हैं।
पूर्व सांसद महुआ पर आरोप है कि उन्होंने पैसे के लिए लोकसभा का लॉगइन आईडी और पासवर्ड बिजनेसमैन हीरानंदानी को दिया। जिसके चलते नेशनल सिक्योरिटी से भी खिलवाड़ हुआ। बीते शनिवार को सीबाआई ने महुआ मोइत्रा के बंगाल सहित सात ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान सीबीआई को कई अहम दस्तावेज मिले हैं। साथ ही, सीबीआई ने कई इलेक्ट्रॉनिक गजेट्स भी बरामद किए हैं। और अभी भी जांच जारी है।
क्या है कैश फॉर क्वेरी मामला
बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया था कि उसने पैसे लेकर संसद में सवाल पुछे थे। साथ ही, बीजेपी नेता ने आरोप लगाया था कि महुआ ने कारोबारी हीरानंदानी को संसद की लॉगइन आईडी और पासवर्ड दिया था। पिछले साल 15 अक्टूबर को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिख कर टीएमसी नेता महुआ पर आरोप लगाया था। उन्होंने अपने लेटर में लिखा था कि महुआ मोइत्रा द्वारा संसद में 61 सवाल पूछे गए लेकिन उनमें से 50 सवाल केवल अडानी से जुड़े हैं जो पैसे लेकर पूछे गए हैं। इन्हीं आरोप पर महुआ मोइत्रा पिछले साल से ही चौतरफा घिरी हुई हैं।
टीएमसी की पूर्व सांसद पर आरोप है कि उन्होंने कारोबारी हीरानंदानी से कैश और गिफ्ट लेकर संसद में सवाल पूछे हैं, जो संसद की मर्यादा के खिलाफ है। साथ ही, महुआ मोइत्रा पर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का भी आरोप लगा है। इस मामले में वह पहले ही एथिक्स कमेटी के सामने दोषी पाई गई हैं। इसके बाद उन्हें लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था।
टीएमसी सांसद पर आरोप है कि उन्होंने कारोबारी हीरानंदानी से कैश और गिफ्ट लेकर संसद में सवाल पूछे हैं, जो संसद की मर्यादा के खिलाफ है। इस पूरे मामले को लेकर महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बरकरार है।साल 2019 के लोकसभा चुनाव में महुआ पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से चुनाव जीती थीं।
Created On :   24 March 2024 8:35 PM IST