दिल्ली आबकारी मामला: जेल में रह कर भी केजरीवाल ही रह सकते हैं दिल्ली की 'सरकार', सलाखों के पीछे से ऐसे चलाएंगे शासन,जानिए क्या कहता है भारत का संविधान?
- केजरीवाल जेल से चला पाएंगे सरकार?
- AAP ने केजरीवाल को जेल में जाने की जताई संभावना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली शराब घोटाला मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल फंसते हुए नजर आ रहे हैं। बीते दिन सीएम केजरीवाल ने पार्टी के विधायकों के साथ बैठक की और आगे की रणनीति पर चर्चा की। बैठक में मौजूद दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने मीडिया से बातचीत की और कहा कि अगर केजरीवाल जी गिरफ्तार हो भी जाते हैं तो जेल से ही दिल्ली की सरकार चलेगी लेकिन भारतीय जनता पार्टी के सामने आम आदमी पार्टी कतई नहीं झुकेगी।
जानकारी के लिए बता दें कि, बीते 2 नवंबर को जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने आबकारी मामले में केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन केजरीवाल ने ईडी को नोटिस लिखकर उसके समाने पेश नहीं हुए थे। लेकिन सूत्रों की मानें तो, जांच एजेंसी एक बार फिर केजरीवाल को समन दे सकती है। जिसको लेकर आप को ऐसी संभावनाएं हैं कि शायद केजरीवाल को संजय सिंह, मनीष सिसोदिया और सतेंद्र जैन की तरह गिरफ्तार कर लिया जाए। अगर आप की शंका सत्य में तब्दील हो जाती है तो क्या केजरीवाल बतौर सीएम रहते हुए दिल्ली की बागडोर संभाल सकते हैं। क्या ऐसी संभावनाएं हैं कि कोई सीएम जेल में रहकर पूरे विभाग को नियंत्रण कर सकता है। तो आइए जानते इन अहम सवालों का जवाब क्या है?
क्या कहता है संविधान?
भारतीय संविधान के मुताबिक, देश के राष्ट्रपति और राज्यपालों पर उनके कार्यकाल के दौरान दीवानी और आपराधिक मुकदमा नहीं दर्ज हो सकता है लेकिन पीएम और सीएम या मंत्रियों को इस तरह की कोई छूट नहीं दी गई है। अगर ये पद पर बने हुए हैं और इन पर कोई मामला दर्ज है तो कार्रवाई हो सकती है। साथ ही दोषी साबित होने तक वो अपने पद पर बने भी रह सकते हैं।
कितना कठिन जेल में रहकर सरकार चलाना?
आम आदमी पार्टी का कहना है कि अगर केजरीवाल जेल में चले भी जाते हैं फिर भी कारावास से ही सरकार चलेगी। जानकारों का कहना है कि, अगर केजरीवाल जेल में चले भी जाते हैं फिर भी सरकार चला लेंगे लेकिन इतना आसान नहीं रहने वाला है क्योंकि सरकार चलाने के लिए तमाम तरह की बैठकें होती हैं जो जेल में संभव नहीं है। संभव नहीं होने की वजह है जेल का नियम कायदा क्योंकि हर नागरिक के लिए एक ही तरह की समान प्रक्रिया है। सरकार चलाने के लिए केजरीवाल से मिलने के लिए हर समय जेल में अधिकारियों का आना-जाना लगा रहेगा जो नियम के खिलाफ है।
बीजेपी के मंसूबे सफल नहीं हो पाएंगे- आप
केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर आम आदमी पार्टी बड़ा ही सजग नजर आ रही है। आप का कहना है कि भाजपा और केंद्र सरकार केजरीवाल को फंसाना चाहती है लेकिन उनके मंसूबे सफल नहीं हो पाएंगे। दिल्ली सरकार को गिराने के लिए पहले मंत्रियों और सांसद को गिरफ्तार किया गया और अब सीएम पर बीजेपी की नजर है।
Created On :   7 Nov 2023 4:41 PM IST