कांग्रेस ने पीएम मोदी से मणिपुर पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की

कांग्रेस ने पीएम मोदी से मणिपुर पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की
Imphal: A worker sprays water to cool down burnt items after a fire broke out at Union Minister of State for External Affairs R K Ranjan Singh’s residence in Imphal, Friday, June 16, 2023. (Photo: Anuwar hazarika/IANS)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इम्फाल में केंद्रीय मंत्री आर.के. रंजन सिंह के घर को भीड़ द्वारा आग के हवाले कर दिए जाने के बाद विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हिंसा प्रभावित मणिपुर में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है।

कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने एक ट्वीट में कहा, मणिपुर पिछले 40 दिनों से जल रहा है और संघर्ष नियंत्रण से बाहर हो रहा है। कानून के शासन का कोई आभास नहीं है और जो सत्ता में हैं वे स्वयं नरसंहार कर रहे हैं और हथियारों और गोला-बारूद के साथ उग्रवादियों की मदद कर रहे हैं।

मणिपुर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री ने पूरी तरह चुप्पी साध रखी है और उनकी सरकार ने अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। केंद्र सरकार इसे जारी क्यों रहने दे रही है? इस विनाशकारी स्थिति के लिए कौन जवाबदेह हैं? प्रधानमंत्री को तुरंत एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए क्योंकि देश जवाब मांग रहा है। क्या वह आखिरकार एक केंद्रीय मंत्री के आवास पर हमला होने के बाद बोलेंगे?

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने मणिपुर में हुई हिंसा को लेकर सरकार की आलोचना की।

चिदंबरम ने एक ट्वीट में कहा, कर्नाटक में डबल इंजन सरकार विफल रही और कर्नाटक के लोगों ने उसे बाहर का रास्ता दिखाया। डबल इंजन सरकार मणिपुर के लोगों को निराश कर रही है। एक इंजन (राज्य) का ईंधन खत्म हो गया है। दूसरा इंजन (केंद्र) ने खुद को अलग कर लिया है और लोको शेड में छिपा हुआ है। जाहिर है कि श्री बीरेन सिंह ने मणिपुर के सभी वर्गो का विश्वास खो दिया है। यह भी स्पष्ट है कि श्री नरेंद्र मोदी मणिपुर के लोगों से बात करने को तैयार नहीं हैं, न ही शांति की अपील की है। गत 3 मई से - यानी पिछले 45 दिनों में - प्रधानमंत्री ने मणिपुर पर एक शब्द भी नहीं बोला है और न ही जल रहे राज्य का दौरा किया है। यह वही सरकार है जो सबका साथ की शेखी बघारती है।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री को मणिपुर के बारे में अपनी बात सुननी चाहिए। इसके साथ उन्होंने मोदी का एक वीडियो एटैच किया है जिसमें उन्हें यह कहते सुना जा सकता है कि एक समय था जब सरकारों ने मणिपुर को उसके हाल पर छोड़ दिया था।

गुरुवार देर रात मणिपुर में केंद्रीय मंत्री रंजन सिंह के घर में आग लगने के बाद कांग्रेस नेताओं की यह टिप्पणी आई है। उनके घर को पहले भी 25 मई को निशाना बनाया गया था जब हजारों लोगों ने आवास के सामने इकट्ठा होने का प्रयास किया था, लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया था। पुलिस ने कहा कि भीड़, जो जातीय संघर्ष के शीघ्र समाधान की मांग कर रही थी, ने सभी मंत्रियों और विधायकों पर आरोप लगाया कि वे संकट को समाप्त करने के लिए पर्याप्त कोशिश नहीं कर रहे हैं।

हिंसा की एक ताजा घटना में बुधवार को हमलावरों ने मणिपुर की उद्योग मंत्री नेमचा किपगेन के इम्फाल पश्चिम जिले के लाम्फेल इलाके में स्थित सरकारी आवास में आग लगा दी। राज्य की अकेली महिला मंत्री किपगेन उस समय घर पर नहीं थीं। पूर्वी इम्फाल जिले के खामलॉक गांव में मंगलवार देर रात संदिग्ध आतंकवादियों के हमले में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और 23 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है क्योंकि कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।


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Created On :   16 Jun 2023 9:41 PM IST

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