इंडी गठबंधन में पीएम फेस पर किचकिच: नीतीश कुमार को PM कैंडिडेट क्यों बनाना चाहती है राजद? क्या हैं इसके सियासी मायने?

नीतीश कुमार को PM कैंडिडेट क्यों बनाना चाहती है राजद? क्या हैं इसके सियासी मायने?
  • ममता बनर्जी ने पीएम फेस को लेकर मल्लिकार्जुन खरगे का नाम सुझाया
  • अरविंद केजरीवाल ने किया समर्थन
  • लालू-नीतीश ने जताई नाराजगी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ एनडीए सरकार को कुर्सी से उतारने के लिए देश भर की तमाम राजनीतिक पार्टियों ने एक साथ आने का फैसला लिया। जिसके परिणामस्वरूप 'इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) गठबंधन अस्तित्व में आई। चुनावी रणनीति तैयार करने के लिए इंडिया गठबंधन में शामिल विपक्ष के नेता सिलसिलेवार ढंग से बैठकों का आयोजन कर रही है। इसी बीच मंगलवार को इंडिया खेमे की चौथी बैठक नई दिल्ली में आयोजित की गई। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में प्रधानमंत्री पद के चेहरे के तौर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रस्तावित किया। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति जताई है।

खास बात यह है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद नेता लालू यादव ने प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम पर असहमति जताई है। गौरतलब है कि कई जेडीयू नेता नीतीश कुमार को इस पद के लिए पब्लिकली सबसे उपयुक्त बता चुके हैं। गौर करने लायक बात यह है कि राजद भी इस मामले में जेडीयू नेताओं की मांग को सही ठहराता रहता है।

राजद क्यों कर रही है सपोर्ट?

राजनैतिक विशेषज्ञों का मानना है कि प्रदेश में अपना रास्ता साफ करने के इरादे से राजद प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर नीतीश कुमार के नाम की सिफारिश कर रही है। बिहार में पिछले विधानसभा चुनाव के परिणाम की बात करें तो राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन ने चुनाव जीतने वाले नीतीश कुमार और एनडीए गठबंधन का कड़ा मुकाबला दिया था। यही कारण है कि लालू यादव इसे तेजस्वी के लिए बिहार में अगले विधानसभा चुनाव में रास्ता साफ करने का मौका मान रहे हैं। वहीं जेडीयू के नेता सत्ता मिलने पर बड़े पदों पर काबिज होने की उम्मीद पाल रहे हैं।

नीतीश ने बुलाई राष्ट्रीय परिषद की बैठक

मंगलवार को इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक के बाद नीतीश कुमार ने अहम फैसला लिया। नीतीश ने 29 दिसंबर को दिल्ली में बुलाई गई जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के साथ-साथ राष्ट्रीय परिषद की भी बैठक बुलाने का ऐलान किया। 29 दिसंबर की सुबह सबसे पहले पार्टी पदाधिकारियों की बैठक होगी और उसके बाद कार्यकारिणी बैठक आयोजित की जाएगी। इसके अलावा दोपहर बाद राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि इन बैठकों में पार्टी क्या अहम फैसले लेती है? अनुमान लगाया जा रहा है कि बैठक में लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर पार्टी स्तर पर मंथन किया जाएगा।

Created On :   20 Dec 2023 5:09 PM IST

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