चुनाव के बाद पहली मुलाकात: सीएम देवेंद्र फडणवीस से मिले उद्धव ठाकरे, निकाले जा रहे सियासी मायने

सीएम देवेंद्र फडणवीस से मिले उद्धव ठाकरे, निकाले जा रहे सियासी मायने
  • विधानसभा चुनाव रिजल्ट के बाद मिले सीएम फडणवीस और उद्धव ठाकरे
  • सियासी गलियारों में शुरू हुई चर्चा
  • निकाले जा रहे सियासी मायने

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद पहली बार सीएम देवेंद्र फडणवीस और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की नागपुर में मुलाकात हुई। शिवसेना यूबीटी चीफ उद्धव ठाकरे ने इस दौरान देवेंद्र फडणवीस को सीएम बनने की शुभकामनाएं दीं। दोनों के बीच वैसे तो यह मुलाकात सिर्फ 5 से 10 मिनट की हुई थी लेकिन कई सालों बाद दो पुराने सहयोगियों के इस तरह अचानक मिलने से सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। अब इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।

विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सीएम फडणवीस से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ सद्भावना मुलाकात थी, हम चुनाव नहीं जीत सके, वे लोग चुनाव जीत गए। इसलिए अब उम्मीद है कि महाराष्ट्र के हित में काम किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि हम जनता के माध्यम से उनसे पूछते रहेंगे कि उन्होंने यह चुनाव कैसे जीता।

उद्धव ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस के बाद विधानसभा अध्‍यक्ष राहुल नार्वेकर से भी मुलाकात की। जिसके बाद ये कहा जा रहा है कि ये मुलाकात विधानसभा में नेता प्रत‍िपक्ष को लेकर हुई है। दरअसल, महाराष्‍ट्र में क‍िसी भी विपक्षी दल के पास इतनी सीटें नहीं हैं क‍ि वे अपने दम पर विधानसभा में नेता प्रत‍िपक्ष की सीट हास‍िल कर सके। ऐसे में उद्धव की पार्टी चाहती है क‍ि उन्‍हें यह पद मिले। इसी के लिए उन्‍होंने फडणवीस और नार्वेकर से मुलाकात की।

हमारी बात भी सुनी जाए

वहीं इस खास मुलाकात को लेकर शिवसेना नेता और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे की प्रतिक्रिया भी सामने आई। जिसमें उन्होंने कहा, "आज हमारे पार्टी चीफ उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से मुलाकात की। हम भले ही विरोधी पक्ष में हैं और वे सत्ता पक्ष में हैं लेकिन फिर भी हम सभी जनता द्वारा चुनकर आए हुए विधायक हैं। साथ में काम करते हुए हमारी अपेक्षा है कि वे हमारी बात सुनें और विकास के कार्य आगे बढ़े। राजकीय विचारधारा अलग-अलग है। जिस पर बहस तो होती रहेगी लेकिन इस बहस से कुछ अच्छा निकले ये ही हमारा लक्ष्य है।"

बता दें कि उद्धव ठाकरे और देवेन्द्र फडणवीस के बीच गठबंधन टूटने के बाद दूरियां पैदा हो गई थीं। उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई। वहीं एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ते हुए बीजेपी से हाथ मिला ल‍िया। तब दोनों नेताओं ने एक दूसरे के ऊपर खूब आरोप-प्रत्‍यारोप लगाए थे। लेकिन, 2024 में हालात बदल गए महायुत‍ि की शानदार जीत हुई।

Created On :   17 Dec 2024 6:00 PM IST

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