मध्यप्रदेश: मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने चौथे चरण के मतदान वाले क्षेत्रों के जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिए निर्देश
- लोकसभा चुनाव 2024 का चौथा चरण
- 13 मई को वोटिंग होगी
- मतदाता जागरूकता गतिविधियां करने के निर्देश
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने लोकसभा निर्वाचन के चौथे चरण के लिये 13 मई को होने वाले मतदान के संदर्भ में संबंधित कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदाता जागरूकता गतिविधियां लगातार करने के निर्देश दिये है।
आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने चौथे चरण के मतदान वाले 8 लोकसभा संसदीय क्षेत्रों के कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को वीडियों कान्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित किया।चुनावी अधिकारी ने कहा कि मतदाताओं से व्यक्तिगत सम्पर्क करें, उनसे संवाद करें, उनकी शंकाओ का समाधान करें और गर्मी को देखते हुए मतदान केन्द्रों में मतदाताओं की सुविधाएं मुहैया कराई जाए।उन्होंने कहा कि मतदाता वोट देने मतदान केन्द्र तक आयें, इसके लिये सभी जरूरी प्रबंध किये जायें।
राजन ने कहा कि मतदाता जागरूकता के लिए स्थानीय स्तर पर कार्ययोजना बनाकर घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क किया जाये। सरल, सुगम, निष्पक्ष तथा शांतिपूर्ण रूप से निर्विघ्न मतदान कराने के लिए सभी चाक-चौबंद व्यवस्थाएं करें। गर्मी को देखते हुये मतदान केन्द्रों पर छाया, शीतल जल, बैठने की व्यवस्था, कूलर, पंखे, दवा सहित अन्य सभी जरूरी व्यवस्थाएं की जाएं।राजन ने कहा कि निर्वाचन के दौरान पूरी सावधानी और सतर्कता बरतें। स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्विघ्न एवं शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव सम्पन्न कराने के लिये सभी अधिकारी अपने लेवल ऑफ अलर्टनेस को बनाये रखें।
राजन ने वल्नरेबल क्षेत्र के मतदान केन्द्रो में सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम करने के निर्देश दिए। जिन भवनों में पाँच या उससे अधिक मतदान केन्द्र हैं, वहाँ सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये जायें। जिन मतदान केन्द्रों में मतदाताओं की संख्या अधिक है, वहाँ अतिरिक्त मतदान कर्मियों की तैनाती करें। मतदान की निगरानी के लिए 12 हजार 180 मतदान केन्द्रों की होगी वेबकॉस्टिंग
राजन ने बताया कि चौथे चरण में 8 लोकसभा संसदीय क्षेत्रों के कुल 18 हजार 7 मतदान केन्द्रों में 13 मई को मतदान कराया जायेगा। इनमें से 12 हजार 180 मतदान केन्द्रों की वेबकास्टिंग कराई जायेगी। उन्होंने कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों से कहा कि मतदान में बाधा डालने वाले तत्वों पर निगरानी रखने के लिये क्रिटिकल मतदान केन्द्रों के भीतर और बाहर सीसीटीव्ही कैमरे लगाये जाएँ। साथ ही वेबकास्टिंग की निगरानी की पुख्ता व्यवस्था करें, जिससे किसी केन्द्र पर मतदान में अनियमितता दिखाई दे, तो तत्काल कार्रवाई की जा सके। राजन ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए हर मतदान केन्द्र तक व्यापक स्तर पर मतदाता जागरूकता गतिविधियाँ चलाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए “चलें बूथ की ओर” अभियान चलाएँ। प्रत्येक मतदान केन्द्र से जुड़े हर घर, हर मतदाता तक यह संदेश पहुँचे कि 13 मई को सभी अपने मताधिकार का उपयोग अवश्य करें। मतदाताओं को वोट डालने के लिये घर-घर जाकर प्रेरित करने के लिये सभी जिला निर्वाचन अधिकारी प्रत्येक मतदान केन्द्र के लिये स्थानीय दल गठित करें। मतदान दिवस पर पर भी इस दल का सहयोग लेकर लोगों को मतदान के लिये बुलाएँ।
राजन ने कहा सभी जिलों में ग्रामीण क्षेत्र के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी आदर्श मतदान केन्द्र स्थापित किए जाएँ। इन केन्द्रों की सुविधाएँ ऐसी हों, जिससे अधिक से अधिक मतदाता वोट डालने के लिये प्रेरित हों। मतदाताओं का स्वागत आम का पना, शरबत, छाछ आदि से करें। उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्रों के साथ-साथ मतदान सामग्री वितरण स्थल पर भी सभी समुचित व्यवस्थाएँ की जायें। सामग्री वितरण स्थल पर मिनी अस्पताल, मिनी आईसीयू जैसी व्यवस्थाएँ की जा सकती है। मतदान दलों को शीतल जलपान करायें।
राजन ने कहा कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने में मतदाता सूचना पर्चियों का वितरण अत्यंत महत्वपूर्ण है। मतदाता पर्चियों के वितरण पर विशेष ध्यान दिया जाये। कोई भी मतदाता पर्ची मिलने से वंचित नहीं रहें। यह सुनिश्चित किया जाये कि शतप्रतिशत मतदाताओं तक पर्चियाँ पहुँच जाएँ। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को यह समझाया जाये कि मतदाता पर्ची ही मतदान के लिए पर्याप्त नहीं है। मतदाता पर्ची के साथ में उन्हें भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित वैकल्पिक पहचान दस्तावेज लाना होंगे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कुमार कौल, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बसंत कुर्रे और विवेक श्रोतिय तथा उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी प्रमोद कुमार शुक्ला सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
Created On :   9 May 2024 9:57 AM IST