जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024: कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साधा निशाना, चुनाव प्रचार के दौरान आतंकवाद को भी दिया कड़ा संदेश
- चुनाव प्रचार के दौरान आतंकवाद को भी दिया कड़ा संदेश
- कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर अमित शाह ने साधा निशाना
- धारा 370 पर भी अमित शाह ने साफ की अपनी रणनीति
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में चुनाव प्रचार के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को पार्टी प्रचार के लिए जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में पहुंचे। जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद को लेकर अपनी रणनीति स्पष्ट की। साथ ही, अमित शाह ने राज्य की विपक्षी पार्टियों पर भी निशाना साधा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वे (नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस) जम्मू-कश्मीर की सत्ता में नहीं आ सकते हैं। जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने उमर अब्दुल्ला और राहुल गांधी को लेकर कहा कि वे लोग राज्य में एक बार फिर से आतंकवाद बढ़ाने की कोशिश करेंगे। लेकिन बीजेपी सरकार ऐसा होने नहीं देगी। अगर राज्य में आतंकवाद बढ़ा तो इसको जमीन दफन कर देंगे।
बीजेपी नेता अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद की दिशा में धकेलना चाहते हैं। अमित शाह ने कहा- मैं आज इस क्षेत्र सहित जम्मू-कश्मीर की जनता से वादा करता हूं कि हम आतंकवाद को इतना नीचे दफन करेंगे कि कभी बाहर नहीं आ पाएगा।
विपक्ष पर साधा निशाना
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "उमर अब्दुल्ला कहते हैं, अफजल गुरु को फांसी नहीं देनी चाहिए। यही बताता है कि राहुल गांधी व उमर अब्दुल्ला की सरकार बनी तो क्या होगा? फिर से गोलियां चलेंगी, फिर से पथराव होगा, फिर से आतंकवादियों के जनाजे निकलेंगे, फिर से ताजिया का जुलूस बंद हो जाएगा, फिर से सिनेमा हॉल बंद हो जाएंगे, फिर से अमरनाथ यात्रा पर हमला होगा और जम्मू-कश्मीर में ये जो निवेश आ रहा है, इसकी जगह बेरोजगारी होगी।"
धारा 370 पर कही बड़ी बात
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "किश्तवाड़ की ये भूमि बलिदानियों की भूमि है। कांग्रेस की गलत निर्णय के कारण जब भारत का विभाजन हुआ तो रियासत जम्मू कश्मीर कहां जाएगी, इसका फैसला करने में नेहरू की शेख-परस्त नीतियों के कारण बड़ी देर हुई। जब-जब जम्मू-कश्मीर पर संकट आया, किश्तवाड़ के लोग बलिदान देने में पीछे नहीं हटे। 1990 के आतंकवाद के दौरान सुरक्षा बलों के साथ मिलकर यहां का हर नागरिक लड़ा और आतंकवाद को समाप्त करने में अपना योगदान दिया।"
रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "NC और कांग्रेस कहती है कि अगर उनकी सरकार बनी तो वे अनुच्छेद 370 को फिर से लागू करेंगे। क्या अनुच्छेद 370 वापस होना चाहिए? पहाड़ी और गुर्जर भाइयों को जो आरक्षण मिलता है, अनुच्छेद 370 बहाल होने पर वह नहीं मिल पाएगा। लेकिन मैं कश्मीर का माहौल देख रहा हूं, न तो फारूक अब्दुल्ला और न ही राहुल गांधी यहां सरकार बना रहे हैं। अनुच्छेद 370 अब इतिहास का हिस्सा बन चुका है। भारत के संविधान में अनुच्छेद 370 के लिए कोई जगह नहीं है। कश्मीर में कभी भी दो प्रधानमंत्री, दो संविधान और दो झंडे नहीं हो सकते। वहां केवल एक झंडा होगा और वह हमारा तिरंगा है।"
महबूबा मुफ्ती पर साधा निशाना
अमित शाह ने कहा कि फारूक जी कहते थे कि मोदी जी 10 बार प्रधानमंत्री बन जाएं, तब भी धारा -370 नहीं हटा सकते। महबूबा जी कहती थीं कि धारा-370 हटी तो खून की नदियां बह जाएंगी।लेकिन हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धारा-370 हटाकर देश में एक निशान, एक प्रधान और एक संविधान प्रस्थापित किया।
Created On :   16 Sept 2024 5:00 PM IST