तंज या बधाई!: कोलकाता में चल रही हिंसा के बीच ममता बनर्जी ने दी अमित शाह को बधाई, बेटे के ICC अध्यक्ष बनने पर इस तरह किया कांग्रेचुलेट!
- ममता बनर्जी ने दी अमित शाह को बधाई
- निर्विरोध ICC चुनाव जीते हैं जय शाह
- तंज के साथ ममता ने अमित शाह को दी बधाई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह को बीते मंगलवार के दिन निर्विरोध आईसीसी (इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल) के चेयरमैन पद के लिए चुन लिया गया। इसी के साथ आईसीसी के इतिहास में जय शाह सबसे युवा चेयरमैन होंगे। महज 35 वर्ष की आयु में शाह को आईसीसी का चेयरमैन चुना गया है। इस बीच ममता बनर्जी ने जय शाह के पिता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अजीबोगरीब तरीके से बधाई दी है। साथ ही, उन्होंने जय शाह की सफलता को लेकर अमित शाह पर तंज कसा है।
उन्होंने सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से कहा कि बधाई हो, केंद्रीय गृह मंत्री जी!! आपका बेटा राजनेता नहीं बना है, बल्कि ICC का चेयरमैन बन गया है - एक ऐसा पद जो अधिकांश राजनेताओं के पद से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है!! आपका बेटा वास्तव में बहुत शक्तिशाली बन गया है और मैं आपको उसकी इस सबसे बड़ी उपलब्धि के लिए बधाई देता हूँ! बधाई!!
अमित शाह की प्रतिक्रिया का इंतजार
ममता बनर्जी के इस बयान के अब राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि, अभी तक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से ममता बनर्जी की ट्वीट पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हालांकि, जय शाह की बड़ी सफलता को लेकर अमित शाह को बहुत सारी पार्टी और राजनेताओं की ओर से बधाई मिली है। लेकिन, ममता बनर्जी की बधाई कई मायने खास हो गई है। क्योंकि, उन्होंने तंज के साथ अमित शाह को बधाई दी है।
निर्विरोध ICC चुनाव जीते हैं जय शाह
इससे पहले भी कई भारतीय इस पद को संभाल चुके हैं। मुख्य बात यह है कि चेयरमैन के इस चुनाव में जय शाह को बिना किसी विरोध के चुना गया है। शाह इस पद को इस साल 1 दिसंबर से संभालेंगे। इस पद पर बैठने के लिए शाह को बीसीसीआई की कुर्सी खाली करनी होगी।
आईसीसी के मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बार्कले हैं। उनका कार्यकाल 30 नवंबर को पूरा होने वाला है। आईसीसी के नियम के मुताबिक चेयरमैन पद पर एक व्यक्ति तीन बार बैठ सकता है। बार्कले यह दूसरी बार अपना कार्यकाल पूरा करने जा रहे हैं। बता दें, तीसरी बार चुनाव लड़ने से ग्रेग ने मना कर दिया था। जिसके बाद चुनाव में एक नया नाम शामिल हुआ, जो कि जय शाह का था। उनके नाम पर सभी सदस्यों ने हामी भरी और शाह बिना किसी विरोध के चुनाव जीत गए।
Created On :   29 Aug 2024 5:18 PM IST