कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के बाद कैबिनेट को लेकर चर्चाएं हुई तेज, जानें संभावित मंत्रियों के नाम
- कर्नाटक में कैबिनेट को लेकर चर्चाएं हुई तेज
- कर्नाटक सरकार में संभावित मंत्रियों के नाम
- कैबिनेट को लेकर भी मंथन का दौर जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने जब से कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री का नाम मनोनीत किया है। तब से ही राज्य से लेकर केंद्र तक की सियासत में कर्नाटक के नए कैबिनेट को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है। 20 मई को राजधानी बेंगलुरु में शपथ ग्रहण समरोह होगा। इस दौरान सिद्धारमैया मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम की शपथ लेंगे। खबर है कि शपथ ग्रहण समारोह के दौरान ही 18 मंत्री भी शपथ ले सकते हैं। ऐसे में एक बड़ा सवाल उठ रहा है कि आखिर किस खेमे से ज्यादा मंत्री कर्नाटक की कैबिनेट में शामिल होंगे।
बता दें कि, डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री की रेस में काफी पीछे छूट गए हैं। ऐसे में उनकी सोच होगी कि उनके खेमें से ज्यादा लोग मंत्री पद का कार्यभार संभालें। इधर, सिद्धारमैया मुख्यमंत्री बनने के साथ उनकी भी सोच रहेगी कि उनके हाथों में मंत्रीमंडल की पकड़ रहें। पार्टी सूत्रों से खबर है कि राज्य कैबिनेट में सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच 14-14 के फॉर्मूले को अपनाया गया है। यानी 14 मंत्री डीके और 14 मंत्री सिद्धारैमया पाले के होंगे। इसी के साथ कुल 28 मंत्री राज्य के कैबिनेट में शामिल होने की संभावनाएं हैं।
कैबिनेट में संभावित मंत्रियों के नाम?
कर्नाटक में कांग्रेस की नई सरकार में पार्टी की ओर से पूर्व उपमुख्यमंत्री जी.परमेश्वर और एमबी पाटिल का कैबिनेट में शामिल होना लगभग तय माना जा रहा हैं। इसके अलावा संभावित मंत्रियों में लक्ष्मण सावदी, लक्ष्मी हेब्बलकर, सलीम अहमद, यू.टी. खादर, कृष्णा बायरे गौड़ा, सतीश जरकीहोली, संतोष लाड, दिनेश गुंडु राव, जमीर अहमद, एच.के.पाटिल, रामलिंगा रेड्डी, के.जे. जॉर्ज, ईश्वर खंड्रे, तनवीर सेठ, डॉ. एच.सी. महादेवप्पा और बी.के. हरिप्रसाद समेत अन्य नेताओं के नाम पर संभावनाएं बरकरार हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, विधायकों को अनुभव के आधार पर कैबिनेट में जगह मिलने चर्चा भी खूब जोरों-शोरों पर है। इनमें दो बार मंत्री रहे संतोष लाड, अल्पसंख्यक कोटा धारक नजीर अहमद, सलीम अहमद, बंजारा समुदाय के प्रकाश राठौड़, आरवी देशपांडे, गोल्ला समुदाय के नागराज यादव, मैसूर के पूर्व लिंगायत अन्या तिपातुरू षादक्षरी, विजयानंद कशप्पनवार और अन्य विधायक मंत्री पद की रेस में शामिल है।
अनुभव के आधार पर भी चर्चाएं तेज
आपकों बता दें कि, इस बार कांग्रेस में विधायकों के तौर पर लिंगायत के 39 विधायक, वोक्कालिगा के 21, अनुसूचित जाति के 22, अनुसूचित जनजाति के 15, मुस्लिम समुदाय के नौ और कुरुबा समाज के आठ विधायक समेत अन्य समुदाय के विधायक शामिल हैं। इनमें ज्यादातर विधायक अनुभव के आधार पर मंत्रिमंडल में एंट्री लेने के फिराक में हैं।
बीते तीन दिनों तक कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर बेंगलुरु से लेकर राजधानी दिल्ली तक कांग्रेस पार्टी में बैठकों का दौर जारी रहा। आखिकार मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्धारमैया के नाम पर मुहर लगी।
Created On :   19 May 2023 8:31 PM IST