अजित पवार को मिलेगी ये अहम जिम्मेदारी, शाह-पवार की मुलाकात पर उद्धव गुट का तंज, कहा- 'मंत्रिमंडल विस्तार होना मुश्किल'

अजित पवार को मिलेगी ये अहम जिम्मेदारी, शाह-पवार की मुलाकात पर उद्धव गुट का तंज, कहा- मंत्रिमंडल विस्तार होना मुश्किल
  • महाराष्ट्र में जल्द ही होगा मंत्रिमंडल का विस्तार
  • अजित पवार को मिल सकता है वित्त मंत्रालय

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। जिसमें प्रदेश के डिप्टी सीएम अजित पवार को अहम मंत्रालय दिया जा सकता है। खबरें हैं कि, अजित पवार गुट को वित्त मंत्रालय का कार्यभार देने की बात चल रही है। करीब-करीब तय हो चुका है कि यह अहम विभाग पवार के खाते में जाने वाला है। महज आधिकारिक एलान होना बाकी है। इसी सिलसिल में अजित पवार ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की। जिस पर सहमती बन चुकी है।

राजधानी में अमित शाह से मुलाकात पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने अजित पवार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, मुझे मंत्रिमंडल विस्तार होना मुश्किल लग रहा है। विस्तार नहीं हो रहा है और जो 9 मंत्रियों ने शपथ ली है, उनको अपने मनपंसद विभाग नहीं मिल रहे हैं। अब उनका हाईकमान दिल्ली में है, सबको बार-बार दिल्ली जाना पड़ रहा है। जब मंत्रिमंडल विस्तार होगा तब दोनों गुटों में बहुत बड़ा असंतोष होगा।

शाह से मिले अजित पवार

कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल विस्तार न होने का मुख्य कारण वित्त मंत्रालय ही है। अजित पवार गुट वित्त विभाग अपने अधीन रखना चाहता है। जिसको लेकर बीते दिन हुए कैबिनेट बैठक में बात नहीं बन पाई थी। इसी को देखते हुए अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल ने अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक, शाह के सामने अजित ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा की जिसमें पवार के सभी मांगों को शाह ने मान लिया है। इसके अलावा शरद पवार से कानूनी लड़ाई लड़ने पर भी बातचीत हुई। पार्टी पर अधिकार के लिए दोनों गुट आमने-सामने खड़े हैं। जिसके लिए कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे को लेकर भी चर्चा हुई। साल्वे एकनाथ शिंदे की ओर से पहले ही मोर्चा संभाल चुके हैं।

शरद-अजित गुट के अपने-अपने दावे

एनसीपी पर अधिकार जताने के लिए शरद पवार और अजित पवार दोनों चाचा-भतीजे में खींचतान चल रही है। शरद पवार गुट की ओर से सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी कोर्ट और चुनाव आयोग में पैरवी करेंगे। अजित एवं शरद गुट के अपने-अपने दावे हैं। अजित पवार का कहना है कि, पार्टी के दो तिहाई से ज्यादा विधायक हमारे साथ हैं इसलिए पार्टी और चुनाव चिन्ह पर मेरा अधिकार है। जबकि शरद पवार गुट का कहना है कि, अजित का पार्टी पर कोई अधिकार नहीं है पार्टी को शरद पवार ने खड़ा किया है इसलिए असली हकदार वहीं हैं। दोनों पक्षों के दावों पर चुनाव आयोग और कोर्ट को ही तय करना है कि एनसीपी का असली बॉस आखिर कौन है।

कांग्रेस सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी

महाराष्ट्र में अब कांग्रेस ही इकलौती ऐसी पार्टी बची है, जिसके विधायकों में फूट नहीं पड़ी है। उसके अलावा शिवसेना और एनसीपी पूरी तरह से टूटने के कगार पर हैं। फिलहाल कांग्रेस पार्टी के पास 44 विधायक हैं। इसके साथ ही राज्य में वो सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है।

Created On :   13 July 2023 11:46 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story