मप्र में '50 फीसदी कमीशन' बन रहा सियासी हथियार, प्रियंका गांधी पर एफआईआर

मप्र में 50 फीसदी कमीशन बन रहा सियासी हथियार, प्रियंका गांधी पर एफआईआर
  • एमपी में करप्शन को सियासी हथियार बनाने की कोशिशे जारी
  • ठेकेदारों के एक संगठन के कथित पत्र पर गरमाई सियासत
  • बीजेपी ने प्रियंका गांधी समेत कई कांग्रेस नेताओं पर दर्ज कराई शिकायत

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार को सियासी हथियार बनाने की कोशिशें जारी हैं, कांग्रेस ने जहां ठेकेदारों के एक संगठन के कथित पत्र को, जिसमें 50 फीसदी कमीशन की बात कही गई थी, सार्वजनिक तौर पर जारी क्या किया, सियासी लड़ाई तेज हो गई है। भाजपा ने 42 स्थानों पर प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई कांग्रेस नेताओं के खिलाफ विभिन्‍न थानों में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद कांग्रेस और हमलावर हो गई है।

ज्ञात हो कि पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने लघु एवं मध्यम श्रेणी संविदाकार संघ का एक पत्र जारी कर सरकार को घेरा। इस पत्र में 50 फीसदी कमीशन दिए जाने की बात कही गई थी। इस मामले पर महासचिव प्रियंका गांधी व अन्य नेताओं ने भी ट्वीट कर अपनी राय जाहिर की। इस मामले के तूल पकड़ने पर भाजपा आक्रामक हुई और पत्र को ही फर्जी करार देते हुए 41 स्थानों पर रिपोर्ट दर्ज कराई। इनमें प्रियंका गांधी, कमलनाथ, अरुण यादव व जयराम रमेश सहित अन्य नेताओं को आरोपी बनाया गया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, ''सर से पांव तक घोटालों से घिरी शिवराज सिंह चैहान सरकार के इशारे पर कांग्रेस की सम्मानित नेता प्रियंका गांधी, जयराम रमेश और मुझ सहित कई नेताओं पर प्रदेश के विभिन्न जिलों में भाजपा नेताओं ने एफआईआर दर्ज कराई है। जिस सरकार को मध्यप्रदेश का बच्चा-बच्चा 'कमीशन राज सरकार' कहता है, वह सरकार भ्रष्टाचार की जांच नहीं करा सकती, बल्कि भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाने वालों पर अत्याचार कर सकती है।''

उन्होंने आगे कहा, ''मैं कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता का आह्वान करता हूं कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ तनकर खड़ा हो जाएं और इस 50 प्रतिशत कमीशन के राज को उखाड़स फेंकें।'' कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और इस मामले को जनता के बीच लाने वाले अरुण यादव ने कहा, ''मप्र में कांग्रेस पार्टी इस 50 फीसदी कमीशनखोर सरकार से लड़ती रही है और आगे भी लड़ेगी...राहुल गांधी ने कहा था कि भ्रष्ट एवं बेईमान लोगों से डरने की जरूरत नहीं है ... पहले हम गोरों से लड़े थे, अब मप्र की भ्रष्ट और कमीशनखोर सरकार से लड़ रहे हैं...।''

वहीं, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा, देश और प्रदेश में कांग्रेस ने दशकों तक राज किया और सिर्फ भ्रष्टाचार, घोटाला, गरीबी, भुखमरी, बीमारी, बेरोजगारी व झूठ परोसने का काम किया है। 2003 के पहले प्रदेश में मिस्टर बंटाढार के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार थी। प्रदेश में सड़क, बिजली और पानी जैसी सुविधाओं का अभाव था और भ्रष्टाचार का बोलबाला था। उस सरकार ने प्रदेश को लूट-लूटकर बीमारू राज्य बना दिया था। लेकिन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान की सरकार ने प्रदेश को विकसित राज्यों की कतार में पहुंचाया। 2018 में गलती से कांग्रेस की सरकार बन गई थी और उद्योगपति कमलनाथ मुख्यमंत्री बने। लेकिन उस सरकार ने अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया और गरीब कल्याण की योजनाओं को बंदकर हर गरीब का हक छीनने का काम किया।

उन्‍होंने आगे कहा, ''करप्टनाथ ने जन हितैषी योजनाओं को क्यों बंद किया? आज प्रदेश में झूठ बोलने वाली ताकतें घूम रही हैं, इसलिए मध्य प्रदेश में झूठ और छल-कपट की राजनीति करने वाली झूठी ताकतों को जवाब देना होगा। एक-एक कार्यकर्ता को बूथ पर इनकी झूठ की हांडी फोड़नी होगी।''

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Created On :   13 Aug 2023 9:37 PM IST

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