क्रिकेट: क्लीन स्वीप से बचने के लिए उतरेगी रोहित एंड कंपनी (प्रीव्यू)

क्लीन स्वीप से बचने के लिए उतरेगी रोहित एंड कंपनी (प्रीव्यू)
न्यूज़ीलैंड के हाथों बेंगलुरु और पुणे में खेले गए पहले दोनों टेस्ट में करारी शिकस्त झेलने के बाद रोहित शर्मा की अगुआई में भारत के सामने एक बड़ा ख़तरा खड़ा है। मुंबई में शुक्रवार से भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले जाने वाले तीसरे और आख़िरी टेस्ट में टीम इंडिया व्हाइटवॉश झेलने के क़रीब होगी। अपने घर में खेलते हुए भारत को कभी भी तीन या उससे ज़्यादा मैचों की टेस्ट सीरीज़ में व्हाइटवॉश नहीं झेलना पड़ा है।

मुंबई, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)।न्यूज़ीलैंड के हाथों बेंगलुरु और पुणे में खेले गए पहले दोनों टेस्ट में करारी शिकस्त झेलने के बाद रोहित शर्मा की अगुआई में भारत के सामने एक बड़ा ख़तरा खड़ा है। मुंबई में शुक्रवार से भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले जाने वाले तीसरे और आख़िरी टेस्ट में टीम इंडिया व्हाइटवॉश झेलने के क़रीब होगी। अपने घर में खेलते हुए भारत को कभी भी तीन या उससे ज़्यादा मैचों की टेस्ट सीरीज़ में व्हाइटवॉश नहीं झेलना पड़ा है।

इससे पहले भारत को आख़िरी बार 1999-2000 में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अपने घर में दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ में 0-2 से हार झेलनी पड़ी थी। भारत ने अपने घर में खेलते हुए एक ही सीरीज़ में तीन हार पांच बार झेल चुका है लेकिन ये सभी सीरीज़ पांच या छह मैचों की थी।

भारत की नज़र व्हाइटवॉश के ख़तरे को टालने के साथ ही साथ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्लूटीसी) के फ़ाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को भी ज़िंदा रखने पर होगी। भारत को अगर अपने दम पर डब्लूटीसी फ़ाइनल में जगह बनानी है तो फिर यहां से बचे हुए छह टेस्ट में से चार टेस्ट जीतने ही होंगे। अगर मुंबई में भी टीम इंडिया को हार मिलती है तो फिर ऑस्ट्रेलिया में पांच में से चार टेस्ट जीतना और भी कठिन हो जाएगा। लिहाज़ा रोहित और उनके साथी चाहेंगे कि मुंबई टेस्ट जीतने के बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी में तीन मैच जीतते हुए सीरीज़ और डब्लूटीसी फ़ाइनल के टिकट पर क़ब्ज़ा जमाया जाए।

कप्तान रोहित और विराट कोहली के बल्ले से रन नहीं आना भारतीय फ़ैंस और भारतीय टीम के लिए चिंता का सबब है। विराट ने जहां इस सीज़न अब तक घर में खेलते हुए 8 पारियों में 26.71 की औसत से सिर्फ़ 187 रन बनाए हैं। तो मुंबई के लोकल ब्वाय और भारतीय टेस्ट कप्तान रोहित भी इस दौरान 8 पारियों में 13 की औसत से 104 रन ही बना पाए हैं।

न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ इस सीरीज़ में अब तक रोहित ने 2, 52, 0 और 8 का स्कोर किया है तो विराट ने भी 0, 70, 1 और 17 रन की ही पारी खेली है।

ग्रोइन इंजरी से जूझ रहे केन विलियमसन भारत के ख़िलाफ़ 1 नवंबर से मुंबई में शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट में भी नहीं खेलेंगे। न्यूज़ीलैंड क्रिकेट (एनजेडसी) ने कहा है कि इंग्लैंड के ख़िलाफ़ आगामी तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में विलियमसन की फ़िटनेस सुनिश्चित करने के कारणवश कीवी बल्लेबाज़ तीसरे टेस्ट के लिए भारत नहीं जाएंगे।

न्यूज़ीलैंड के कोच गैरी स्टीड के हवाले से एनजेडसी ने कहा, "केन की स्थिति में काफ़ी सुधार हुआ है लेकिन इस समय वह हमारे साथ जुड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हैं। इसलिए हमारे विचार में उन्हें अभी न्यूज़ीलैंड में रिहैब करना चाहिए ताकि वह इंग्लैंड के ख़िलाफ़ श्रृंखला के लिए तैयार हो सकें।"

मुंबई की पिच का पेंच

मुंबई की लाल मिट्टी वाली पिच अमूमन बल्लेबाज़ों के लिए फ़ायदेमंद रहती है। हालांकि समुद्र किनारे के बेहद समीप होने के कारण वानखेड़े पर हमेशा सुबह और शाम के समय सीम गेंदबाज़ों के लिए मदद रहती है। हालांकि भारत के लिए ये मैदान अच्छा रहा है, पिछले तीन नतीजों पर नज़र डालें तो इस मैदान पर भारत ने जहां पिछली बार न्यूज़ीलैंड को 2021 में 372 रन से मात दी थी। जबकि उससे पहले इंग्लैंड और दक्षिण अफ़्रीका को भी इसी मैदान पर भारत ने पारी के अंतर से हराया था। आख़िरी बार वानखेड़े पर टेस्ट मैच में भारत को 2012 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ हार मिली थी।

ईएसपीएन क्रिकइंफो के कार्यक्रम मैच-डे हिंदी पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने भी बताया कि यहां पहले बल्लेबाज़ी करना ख़तरा हो सकता है, रोहित चाहेंगे कि टॉस टॉम लैथम जीतें ताकि फ़ैसला उन्हें न लेना पड़े।

मांजरेकर ने कहा,"मुंबई की पिच पर सुबह और ख़ास तौर से पहले दिन तेज़ गेंदबाज़ों के लिए मदद रहती है। लिहाज़ा रोहित चाहेंगे कि वह टॉस न जीतें ताकि फ़ैसला उन्हें नहीं बल्कि लैथम को लेना पड़े। दूसरे और तीसरे दिन ये पिच पूरी तरह से बल्लेबाज़ों के फ़ायदेमंद रहती है और चौथे दिन से स्पिनर्स को भी मदद मिलती है लेकिन धीमा टर्न होता है।"

बात अगर मौसम की करें तो मुंबई में इस टेस्ट मैच के दौरान बारिश की संभावना नहीं है। आपको ये भी याद दिलाते चलें कि ये वही पिच है जहां पिछली बार न्यूज़ीलैंड टेस्ट खेलने आई थी तो एजाज़ पटेल ने पारी में दस और मैच में 14 विकेट झटके थे। हालांकि मुकाबला भारत जीत गया था, लेकिन इस सीरीज़ के पहले जब आख़िरी बार 1988 में न्यूज़ीलैंड को भारतीय सरज़मीं पर जीत मिली थी तो मैदान यही था।

उम्मीद है कि भारतीय टीम गेंदबाज़ी में 3-2 के संतुलन के साथ ही जाएगी, यानी तीन स्पिनर्स और दो तेज़ गेंदबाज़। अब देखना दिलचस्प रहेगा कि पिछले मैच में मोहम्मद सिराज की जगह शामिल किए गए तेज़ गेंदबाज़ आकाश दीप के साथ ही भारतीय टीम जाती है। या फिर पिछले मैच में केवल छह ओवर डालने वाले आकाश दीप को एक बार फिर सिराज के लिए बाहर जाना होगा।

संभावित भारतीय XI

रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), सरफ़राज़ ख़ान, वॉशिंगटन सुंदर, रवींद्र जडेजा, आर अश्विन, मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह

संभावित न्यूज़ीलैंड XI

टॉम लैथम (कप्तान), डेवोन कॉन्वे, विल यंग, रचिन रविंद्र, डैरिल मिचेल, टॉम ब्लंडेल (विकेटकीपर), ग्लेन फ़िलिप्स, मिचेल सैंटनर, मैट हेनरी/टिम साउदी, एजाज़ पटेल, विलियम ओरूर्क

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Created On :   31 Oct 2024 12:17 PM IST

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