राष्ट्रीय: केरल के 15 पीएफआई कार्यकर्ताओं को मौत की सजा सुनाने वाले जज की सुरक्षा बढ़ाई
कोच्चि, 31 जनवरी (आईएएनएस)। केरल की एक अदालत द्वारा 2021 में भाजपा नेता रंजीत श्रीनिवासन की हत्या के दोषी प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 15 सदस्यों को मौत की सजा सुनाए जाने के एक दिन बाद न्यायाधीश की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
मंगलवार को कोर्ट ने इस जघन्य अपराध के लिए सभी 15 आरोपियों को मौत की सजा सुनाई।
यह फैसला भारत के न्यायिक इतिहास में बहुत दुर्लभ माना जा रहा है, क्योंकि एक ही मामले में इतनी बड़ी संख्या में लोगों को मौत की सजा सुनाई गई है।
फैसले के बाद जज सोशल मीडिया पर निशाने पर आ गईं और इसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई।
एक अधिकारी के अधीन केरल पुलिस के पांच जवानों को कोर्ट के पास उनके आवास पर तैनात किया गया है।
बीजेपी के ओबीसी मोर्चा के प्रदेश सचिव की हत्या के मामले में 31 आरोपी हैं और पहली चार्जशीट में आए 15 आरोपियों के लिए यह फैसला सुनाया गया।
अलाप्पुझा बार एसोसिएशन में प्रैक्टिस करने वाले वकील रंजीत श्रीनिवासन 2021 में अलाप्पुझा विधानसभा क्षेत्र के लिए भाजपा के उम्मीदवार थे।
यह घटना 19 दिसंबर, 2021 को हुई, जब पीएफआई के सदस्यों ने अलाप्पुझा में उनके आवास में घुसकर उनकी पत्नी और मां की मौजूदगी में उनकी हत्या कर दी।
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|
Created On :   31 Jan 2024 3:49 PM IST