रक्षा: उत्तर कोरिया ने साधा अमेरिका पर निशाना, कहा- उकसावे की हरकतों से छिड़ सकता है वास्तविक युद्ध

उत्तर कोरिया ने साधा अमेरिका पर निशाना, कहा- उकसावे की हरकतों से छिड़ सकता है वास्तविक युद्ध
उत्तर कोरिया ने कोरियाई प्रायद्वीप में संयुक्त सैन्य अभ्यास करने और सैन्य साजो-सामान तैनात करने के लिए अमेरिका की कड़ी निंदा की। प्योंगयांग ने चेतावनी दी कि इस तरह की कार्रवाई किसी भी समय वास्तविक युद्ध में बदल सकती है।

सोल, 24 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर कोरिया ने कोरियाई प्रायद्वीप में संयुक्त सैन्य अभ्यास करने और सैन्य साजो-सामान तैनात करने के लिए अमेरिका की कड़ी निंदा की। प्योंगयांग ने चेतावनी दी कि इस तरह की कार्रवाई किसी भी समय वास्तविक युद्ध में बदल सकती है।

कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के हवाले से योनहाप ने बताया कि राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के सूचना कार्यालय के प्रमुख ने एक बयान जारी कर त्रिपक्षीय फ्रीडम शील्ड अभ्यास की निंदा की। इस अभ्यास में दक्षिण कोरिया और जापान शामिल भी थे।

बयान में दक्षिण कोरिया के एक प्रमुख नौसैनिक अड्डे पर हाल ही में एक अमेरिकी परमाणु ऊर्जा चालित पनडुब्बी के पहुंचने की भी निंदा की गई।

शनिवार को जारी बयान अनुसार, 'हम अमेरिका और उसके अनुयायियों,(जो कि डीपीआरके के प्रति शत्रुतापूर्ण रुख रखते हैं), को कड़ी चेतावनी देते हैं कि वो अधिक उकसावे और अस्थिरता पैदा करने वाले शत्रुतापूर्ण कृत्यों को तुरंत बंद करें। ये उकसावे वाली कार्रवाइयां कोरियाई प्रायद्वीप और उसके आसपास के क्षेत्र में सैन्य टकराव को वास्तविक सशस्त्र संघर्ष में बदल सकता है।'

बता दें डीपीआरके उत्तर कोरिया का आधिकारिक नाम है जिसका मतलब है डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया।

दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान ने 15 नवंबर को दक्षिण कोरिया के दक्षिणी द्वीप जेजू के साउथ में अतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में तीन दिवसीय त्रिपक्षीय फ्रीडम एज अभ्यास पूरा किया। सोमवार को 6,000 टन वजनी यूएसएस कोलंबिया ने बुसान में दक्षिण कोरिया के नौसैनिक अड्डे में प्रवेश किया।

बयान में आगे कहा गया, "डीपीआरके को निशाना बनाकर अमेरिकी सैन्य कार्रवाई से कभी भी वास्तविक युद्ध की स्थिति पैदा हो सकती है।"

उत्तर कोरियाई अधिकारी ने यह भी कहा कि राज्य के सुरक्षा वातावरण की रक्षा करने और क्षेत्र में रणनीतिक स्थिरता और शक्ति संतुलन बनाए रखने के लिए आत्मरक्षात्मक उपाय करना उत्तर कोरिया का संवैधानिक कर्तव्य है।

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Created On :   24 Nov 2024 6:10 PM IST

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