संस्कृति: पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहुंचीं दीघा के जगन्नाथ धाम मंदिर, कहा- यहां आना सौभाग्य

पश्चिम बंगाल  मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहुंचीं दीघा के जगन्नाथ धाम मंदिर, कहा- यहां आना सौभाग्य
पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर जिले के दीघा में नवनिर्मित जगन्नाथ धाम मंदिर में बुधवार को प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिस्सा लिया और भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने मंदिर के गर्भगृह में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की मूर्तियों की पहली झलक देखी, जिसे उन्होंने अपने जीवन का अविस्मरणीय क्षण बताया। इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी।

मेदिनीपुर, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर जिले के दीघा में नवनिर्मित जगन्नाथ धाम मंदिर में बुधवार को प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिस्सा लिया और भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने मंदिर के गर्भगृह में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की मूर्तियों की पहली झलक देखी, जिसे उन्होंने अपने जीवन का अविस्मरणीय क्षण बताया। इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि यह एक ऐसा पल है जिसे हमेशा याद रखा जाएगा। दीघा में जगन्नाथ मंदिर के गर्भगृह में विराजमान भगवान जगन्नाथ की पहली झलक मेरे दिल में हमेशा के लिए अंकित हो जाएगी। मैंने महसूस किया कि पवित्र मूर्ति से निकलने वाली दिव्य चमक से मेरी आत्मा में हलचल मच गई। मुझे आरती करने और हमारी मां, माटी, मानुष पर ब्रह्मांड के भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिला।

ममता बनर्जी ने इसे भारत का गौरव बताते हुए कहा कि यह मंदिर पुरी से 350 किलोमीटर दूर स्थित है और इसमें भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की प्राचीन मूर्तियों की प्रतिकृतियां स्थापित की गई हैं। यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पश्चिम बंगाल के सांस्कृतिक और पर्यटन क्षेत्र को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।

बता दें कि इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और स्थानीय लोग शामिल हुए, जिन्होंने इस पावन अवसर पर भगवान जगन्नाथ के दर्शन किए। मंदिर के उद्घाटन ने दीघा को एक प्रमुख तीर्थस्थल के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

ममता बनर्जी ने इस अवसर पर कहा कि यह मंदिर राज्य की जनता के लिए आध्यात्मिक शक्ति और एकता का प्रतीक बनेगा। उन्होंने मंदिर के निर्माण में शामिल सभी लोगों का आभार व्यक्त किया और इसे पश्चिम बंगाल की सांस्कृतिक विरासत का एक नया अध्याय बताया।

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Created On :   30 April 2025 6:56 PM IST

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