राष्ट्रीय: गुजरात कर्मचारियों की मेहनत को सलाम, काबरा ज्वेल्स ने गिफ्ट की कारें

गुजरात  कर्मचारियों की मेहनत को सलाम, काबरा ज्वेल्स ने गिफ्ट की कारें
गुजरात में कर्मचारियों की मेहनत की सराहना करने और उन्हें शानदार तोहफे देने की परंपरा जारी है। सूरत के हीरा व्यापारी सावजी ढोलकिया की तरह, अब अहमदाबाद के प्रसिद्ध आभूषण व्यवसायी कैलाश काबरा ने भी अपनी कंपनी काबरा ज्वेल्स लिमिटेड के 12 वरिष्ठ कर्मचारियों को नई कारें गिफ्ट में दी हैं। यह कदम कंपनी द्वारा 200 करोड़ रुपये का कारोबार पूरा करने के जश्न का हिस्सा है।

अहमदाबाद, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। गुजरात में कर्मचारियों की मेहनत की सराहना करने और उन्हें शानदार तोहफे देने की परंपरा जारी है। सूरत के हीरा व्यापारी सावजी ढोलकिया की तरह, अब अहमदाबाद के प्रसिद्ध आभूषण व्यवसायी कैलाश काबरा ने भी अपनी कंपनी काबरा ज्वेल्स लिमिटेड के 12 वरिष्ठ कर्मचारियों को नई कारें गिफ्ट में दी हैं। यह कदम कंपनी द्वारा 200 करोड़ रुपये का कारोबार पूरा करने के जश्न का हिस्सा है।

काबरा ज्वेल्स के संस्थापक और प्रबंध निदेशक कैलाश काबरा ने बताया कि उन्होंने 2006 में मात्र 2 करोड़ रुपये के टर्नओवर और 12 सदस्यों की टीम के साथ इस व्यवसाय की शुरुआत की थी। आज उनकी टीम 140 सदस्यों तक पहुंच गई है और कंपनी ने 2024-25 में 200 करोड़ रुपये की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया है।

काबरा ने कहा, "यह उपलब्धि मेरी टीम के अथक प्रयासों के बिना संभव नहीं थी। अपने लिए एक लग्जरी कार खरीदने के बजाय, मैं उन कर्मचारियों को सम्मानित करना चाहता था, जिन्होंने इस सफर में अहम भूमिका निभाई है।"

कैलाश काबरा ने 12 टीम सदस्यों को महिंद्रा एक्सयूवी 700, टोयोटा इनोवा, हुंडई आई10, हुंडई एक्सेंट, मारुति सुजुकी अर्टिगा और ब्रेजा जैसी कारें भेंट कीं। इसके अलावा, कंपनी के अन्य कर्मचारियों को टू-व्हीलर, मोबाइल फोन, फैमिली हॉलीडे पैकेज और सोने-चांदी के सिक्के भी उपहार में दिए गए।

काबरा ज्वेल्स के कर्मचारी मीता पांचाल, जिन्हें कार गिफ्ट में मिली, ने कहा, "हमने हमेशा कंपनी को अपने परिवार की तरह माना, और आज कंपनी ने भी हमें परिवार जैसा सम्मान दिया। इतने सालों की मेहनत के लिए हमें इस तरह की सराहना मिलना वाकई खुशी की बात है।"

काबरा ज्वेल्स लिमिटेड अहमदाबाद में "केके ज्वेल्स" ब्रांड के तहत 7 शोरूम संचालित करता है। कंपनी शादी-ब्याह और दैनिक उपयोग के आभूषणों की एक विस्तृत रेंज उपलब्ध कराती है और जल्द ही गुजरात में अपने और भी नए स्टोर खोलने की योजना बना रही है। तीन महीने पहले, कंपनी का आईपीओ भी सफल रहा, जिससे यह और तेजी से विस्तार की ओर बढ़ रही है।

काबरा ने अपने इस कदम के पीछे अपने परिवार और बिजनेस गुरु का जिक्र करते हुए कहा, "मेरे पिता, चाचा और दादा मेरे सबसे बड़े गुरु हैं। साथ ही, मेरे बिजनेस गुरु गणपतजी चौधरी ने मुझे 'कमाओ और वापस दो' का महत्व सिखाया। मुझे गर्व है कि मैं उनकी इस सीख को अपनी कंपनी में लागू कर सका।"

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Created On :   1 April 2025 8:39 PM IST

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