रक्षा: भारत ने समुद्री सुरक्षा चुनौतियों पर बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव व अन्य देशों के साथ की बातचीत

भारत ने समुद्री सुरक्षा चुनौतियों पर बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव व अन्य देशों के साथ की बातचीत
भारतीय नौसेना प्रमुख ने मंगलवार 5 नवंबर को बांग्लादेश, मालदीव, मॉरीशस, मोज़ाम्बिक, सेशेल्स, श्रीलंका, कोमोरोस, केन्या, मेडागास्कर और तंजानिया जैसे देशों से एक साथ संपर्क किया। यह संपर्क उच्च स्तरीय वर्चुअल इंटरेक्शन 'महासागर' के अंतर्गत किया गया।

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। भारतीय नौसेना प्रमुख ने मंगलवार 5 नवंबर को बांग्लादेश, मालदीव, मॉरीशस, मोज़ाम्बिक, सेशेल्स, श्रीलंका, कोमोरोस, केन्या, मेडागास्कर और तंजानिया जैसे देशों से एक साथ संपर्क किया। यह संपर्क उच्च स्तरीय वर्चुअल इंटरेक्शन 'महासागर' के अंतर्गत किया गया।

भारतीय नौसेना का कहना है कि इस महत्वपूर्ण बातचीत का विषय 'हिंद महासागर क्षेत्र में आम समुद्री सुरक्षा चुनौतियों को कम करने के लिए प्रशिक्षण सहयोग' था। यह सहयोग हिंद महासागर क्षेत्र में आम समुद्री चुनौतियों को कम करने में काफी महत्वपूर्ण है। यह सहयोग चुनौतियों को कम करने की दिशा में प्रशिक्षण के लिए वर्तमान और आवश्यक अनिवार्यताओं पर प्रकाश डालता है।

भारतीय नौसेना द्वारा मंगलवार को आयोजित इस वर्चुअल इंटरेक्शन 'महासागर' का यह तीसरा संस्करण था। वर्चुअल इंटरेक्शन 'महासागर' के दौरान नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने विभिन्न देश की नौसेनाओं के साथ संपर्क किया। इसके अलावा नौसेना प्रमुख ने समुद्री एजेंसियों के प्रमुखों और हिंद महासागर क्षेत्र के तटीय क्षेत्रों के वरिष्ठ नौसैनिक लीडरशिप के साथ बातचीत की।

भारतीय नौसेना प्रमुख के साथ हुई इस बातचीत में बांग्लादेश, कोमोरोस, केन्या, मेडागास्कर, मालदीव, मॉरीशस, मोजाम्बिक, सेशेल्स, श्रीलंका और तंजानिया जैसे तटीय देश शामिल हुए। 'महासागर' जिसका हिंदी में अर्थ विशाल सागर है, क्षेत्र में सभी के लिए सक्रिय सुरक्षा और विकास के लिए बातचीत संबंधी एक महत्वपूर्ण पहल है। यह समुद्री प्रमुखों के बीच उच्च स्तरीय आभासी बातचीत के लिए भारतीय नौसेना का एक प्रमुख आउटरीच है।

भारतीय नौसेना द्वारा शुरू की गई यह पहल, द्विवार्षिक रूप से आयोजित की जाती है। नौसेना ने यह उच्च स्तरीय वर्चुअल इंटरेक्शन संपर्क 'महासागर' 2023 में शुरू किया था। अपनी शुरुआत के बाद से इसमें भाग लेने वाले देशों के बीच इसे व्यापक स्वीकृति मिली है।

भारतीय नौसेना ने बताया कि वर्तमान संस्करण के दौरान, भारत समेत विभिन्न राष्ट्रों ने गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण की अनिवार्यता और प्रशिक्षण सहयोग के अवसरों पर खुलकर बात की। इस दौरान हिंद महासागर क्षेत्र में सामान्य समुद्री सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए अपेक्षित क्षमता और कुशल मैनपॉवर विकसित करने की दिशा में चर्चा की गई।

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Created On :   5 Nov 2024 3:44 PM GMT

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