राजनीति: जमाल सिद्दीकी की पीएम मोदी को चिट्ठी, इंडिया गेट का नाम 'भारत माता द्वार' करने की मांग

जमाल सिद्दीकी की पीएम मोदी को चिट्ठी, इंडिया गेट का नाम भारत माता द्वार करने की मांग
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर दिल्ली के इंडिया गेट का नाम बदलने की मांग की। उन्होंने पीएम मोदी से मांग करते हुए कहा कि इंडिया गेट का नाम बदलकर 'भारत माता द्वार' किया जाए। इंडिया गेट को 'भारत माता द्वार' करने से उस स्तंभ पर दर्ज हजारों शहीद देशभक्तों के नाम को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

नई दिल्ली, 6 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर दिल्ली के इंडिया गेट का नाम बदलने की मांग की। उन्होंने पीएम मोदी से मांग करते हुए कहा कि इंडिया गेट का नाम बदलकर 'भारत माता द्वार' किया जाए। इंडिया गेट को 'भारत माता द्वार' करने से उस स्तंभ पर दर्ज हजारों शहीद देशभक्तों के नाम को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

जमाल सिद्दीकी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कहा, ''आपके नेतृत्व में भारत के 140 करोड़ भारतीय भाई-बहनों के दिल में राष्ट्र प्रेम एवं भारतीय संस्कृति के प्रति प्यार में समर्पण की भावना बढ़ी है। जिस प्रकार से आपके कार्यकाल में मुगल आक्रांता एवं लुटेरे अंग्रेजों द्वारा दिए गए घाव को भरा गया है एवं गुलामी के दाग को धोया गया है, इससे पूरे भारत में खुशी है।''

उन्होंने आगे लिखा, ''महोदय आपने क्रूर मुगल औरंगजेब के नाम पर बनी रोड का नाम बदलकर एपीजे. कलाम रोड किया, इंडिया गेट पर लगे किंग जॉर्ज पंचम की मूर्ति हटाकर नेता जी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति लगाई एवं राजपथ का नाम कर्तव्य पथ करके भारत की संस्कृति से जोड़ा है। उसी प्रकार से इंडिया गेट का नाम बदलकर 'भारत माता द्वार' करने की कृपा करें।''

उन्होंने आगे लिखा, ''इंडिया गेट को 'भारत माता द्वार' करने से उस स्तंभ पर दर्ज हज़ारों शहीद देशभक्तों के नाम को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरे प्रस्ताव पर विचार कर नाम को 'भारत माता द्वार' करने की कृपा करें।''

बता दें कि हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्तव्य पथ पर परेड निकाली जाती है, जहां तीनों सेनाओं के कमांडर परेड निकालते हैं। इस दौरान देश के अलग-अलग राज्यों के सांस्कृतिक कार्यकर्मों की विभिन्न प्रकार की झांकियां भी देखने को मिलती हैं।

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Created On :   6 Jan 2025 2:31 PM IST

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