पर्यावरण: इंडोनेशिया माउंट लेवोटोबी में फिर विस्फोट, 5,000 मीटर ऊंचाई तक फैली राख

इंडोनेशिया माउंट लेवोटोबी में फिर विस्फोट, 5,000 मीटर ऊंचाई तक फैली राख
इंडोनेशिया के पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांत में माउंट लेवोटोबी में गुरुवार को फिर विस्फोट हुआ। विस्फोट की वजह से राख 5,000 मीटर ऊंचाई तक फैल गई। इसके बाद उच्चतम एविएशन अलर्ट जारी किया गया। यह जानकारी ज्वालामुखी विज्ञान और भूवैज्ञानिक आपदा न्यूनीकरण केंद्र ने दी।

जकार्ता, 7 नवंबर (आईएएनएस)। इंडोनेशिया के पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांत में माउंट लेवोटोबी में गुरुवार को फिर विस्फोट हुआ। विस्फोट की वजह से राख 5,000 मीटर ऊंचाई तक फैल गई। इसके बाद उच्चतम एविएशन अलर्ट जारी किया गया। यह जानकारी ज्वालामुखी विज्ञान और भूवैज्ञानिक आपदा न्यूनीकरण केंद्र ने दी।

विस्फोट स्थानीय समयानुसार सुबह 10:48 बजे हुआ। राख क्रेटर (ज्वालामुखी के शीर्ष पर एक गड्डा) के पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम और उत्तर की ओर फैल गई।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ईस्ट फ्लोरेस रीजेंसी में स्थित माउंट लेवोटोबी उच्चतम अलर्ट स्तर पर है और क्रेटर से 7 किमी की दूरी तक का क्षेत्र खतरे वाला घोषित किया गया है।

एविएशन के लिए ज्वालामुखी ऑब्जर्वेटरी नोटिस, 'रेड लेवल' पर जारी किया गया, जो उच्चतम चेतावनी है, जिसमें क्रेटर के ऊपर और उसके आसपास 6,000 मीटर से नीचे उड़ानों पर प्रतिबंध है। विमानों को राख के बादलों की भी चेतावनी दी गई, जो उड़ानों को बाधित कर सकते हैं।

बता दें माउंट लेवोटोबी रविवार देर रात फट गया था, जिसकी वजह से 10 लोगों की मौत हो गई, 63 लोग घायल हो गए। वहीं 4,000 से अधिक लोगों अपना घर छोड़ना पड़ा। गर्म बादलों और ज्वालामुखीय पदार्थों ने सैकड़ों घरों और इमारतों को नष्ट कर दिया, जिससे क्षेत्र में आग लग गई।

1,584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित माउंट लेवोटोबी इंडोनेशिया के 127 सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है।

इससे पहले ज्वालामुखी विज्ञान और भूगर्भीय आपदा न्यूनीकरण केंद्र के अनुसार, गुरुवार को इंडोनेशिया के पश्चिमी सुमात्रा प्रांत में माउंट मारापी में सुबह विस्फोट हुआ, जिससे राख 800 मीटर ऊंचाई तक हवा में फैल गई।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, विस्फोट सुबह 8.54 बजे जकार्ता समय पर हुआ, जिसके बाद राख क्रेटर के पूर्व और उत्तर-पूर्व में फैल गई।

निवासियों को क्रेटर के 4.5 किलोमीटर के दायरे में गतिविधियों से बचने की चेतावनी दी गई। ज्वालामुखी की ढलानों पर उत्पन्न होने वाली नदियों के किनारे रहने वालों को भारी बारिश के दौरान संभावित लावा प्रवाह के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई।

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Created On :   7 Nov 2024 1:24 PM GMT

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