संस्कृति: झारखंड आदिवासी महोत्सव 2024 का उद्घाटन आज, राज्यपाल होंगे मुख्य अतिथि

झारखंड आदिवासी महोत्सव 2024 का उद्घाटन आज, राज्यपाल होंगे मुख्य अतिथि
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर झारखंड की समृद्ध आदिवासी संस्कृति और परंपराओं का जश्न मनाने के लिए 9 और 10 अगस्त को दो दिवसीय झारखंड आदिवासी महोत्सव का आयोजन बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान, रांची में किया जा रहा है।

रांची, 9 अगस्त (आईएएनएस)। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर झारखंड की समृद्ध आदिवासी संस्कृति और परंपराओं का जश्न मनाने के लिए 9 और 10 अगस्त को दो दिवसीय झारखंड आदिवासी महोत्सव का आयोजन बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान, रांची में किया जा रहा है।

इस भव्य आयोजन का उद्घाटन झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार करेंगे, जबकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। राज्यसभा सदस्य शिबू सोरेन भी इस अवसर पर विशेष अतिथि होंगे।

समारोह स्थल को एक आकर्षक मंच के रूप में सजाया गया है, जिसके पीछे झारखंड में आदिवासी जीवन के ग्रामीण दर्शन को दिखाया गया है। झारखंड और अन्य राज्यों से आए चित्रकार, चित्रकला के माध्यम से झारखंड की आदिवासी संस्कृति और सभ्यता को कैनवास पर उकेर रहे हैं।

इस महोत्सव में मिज़ोरम, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, असम, महाराष्ट्र, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़ आदि अन्य राज्यों से कलाकार अपनी मनमोहक प्रस्तुति देंगे। उद्घाटन सत्र का आगाज़ सांस्कृतिक कार्यक्रम से होगा, जिसमें विभिन्न आदिवासी जनजातियों के नृत्य और संगीत का प्रदर्शन किया जाएगा।

महोत्सव के दौरान कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें कला-शिल्प प्रदर्शनी, रीझ-रंग शोभा यात्रा, आदिवासी व्यंजन प्रतियोगिता, आदिवासी पुस्तक मेला, आदिवासी कवि सम्मेलन, वृत्तचित्र स्क्रीनिंग, झारखंड की चित्रकला शैलियां, परिधान फैशन शो, लेज़र शो और आदिवासी खेल गतिविधियां शामिल हैं।

यह महोत्सव झारखंड की आदिवासी संस्कृति को देश और दुनिया के सामने पेश करने का एक अनूठा अवसर है। यह महोत्सव आदिवासी कला, संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित और बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

यह महोत्सव आदिवासी समुदायों के लोगों को एक मंच प्रदान करेगा जहां वे अपनी संस्कृति और परंपराओं को साझा कर सकते हैं। यह महोत्सव आदिवासी समुदायों के बीच एकता और भाईचारे की भावना को भी बढ़ावा देगा।

झारखंड आदिवासी महोत्सव 2024 एक ऐसा मंच है जहां लोग झारखंड की समृद्ध आदिवासी संस्कृति और परंपराओं का आनंद ले सकते हैं। यह महोत्सव आदिवासी समुदायों के लिए गर्व का विषय है और यह हमें याद दिलाता है कि हमारी संस्कृति कितनी समृद्ध और विविध है।

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Created On :   9 Aug 2024 1:08 PM IST

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