अंतरराष्ट्रीय: जापान ने विरोध के बावजूद फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के दूषित जल को प्रशांत महासागर में छोड़ना शुरू किया

जापान ने विरोध के बावजूद फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के दूषित जल को प्रशांत महासागर में छोड़ना शुरू किया
जापान ने बुधवार को फुकुशिमा दाइची परमाणु ऊर्जा संयंत्र से रेडियोधर्मी विकिरण वाला दूषित पानी प्रशांत महासागर में छोड़ने का चौथा दौर शुरू कर दिया।

टोक्यो, 28 फरवरी (आईएएनएस)। जापान ने बुधवार को फुकुशिमा दाइची परमाणु ऊर्जा संयंत्र से रेडियोधर्मी विकिरण वाला दूषित पानी प्रशांत महासागर में छोड़ने का चौथा दौर शुरू कर दिया।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय निवासियों और मछुआरों के विरोध के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया के बावजूद, संयंत्र के संचालक टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग 11:30 बजे रेडियोधर्मी अपशिष्ट जल को महासागर में छोड़ना शुरू कर दिया।

पिछले तीन दौरों के समान, लगभग 7,800 टन अपशिष्ट जल, जिसमें अभी भी ट्रिटियम, एक रेडियोधर्मी पदार्थ है, लगभग 17 दिन में छोड़ा जाएगा।

देश में 11 मार्च 2011 को 9.0 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद आई सुनामी से प्रभावित फुकुशिमा परमाणु संयंत्र को कोर मेल्टडाउन का सामना करना पड़ा, जिससे बड़ी मात्रा में विकिरण हुआ। इसके परिणामस्वरूप स्तर -7 परमाणु दुर्घटना हुई, जो अंतर्राष्ट्रीय परमाणु और रेडियोलॉजिकल घटना पैमाने पर सबसे अधिक थी।

रिएक्टर भवनों में परमाणु ईंधन को ठंडा करने से संयंत्र से रेडियोधर्मी पदार्थों से दूषित पानी की भारी मात्रा बन रही है, जिसे अब परमाणु संयंत्र में टैंकों में संग्रहीत किया जा रहा है।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   1 March 2024 8:32 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story