सुरक्षा: इजरायल-हिजबुल्लाह युद्धविराम लागू, जो बाइडेन ने समझाया क्या है डील?

इजरायल-हिजबुल्लाह युद्धविराम लागू, जो बाइडेन ने समझाया क्या है डील?
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध विराम लेबनान में स्थानीय समयानुसार बुधवार सुबह 4 बजे (02:00 जीएमटी/सुबह 7:30 बजे भारतीय समय) लागू हो गया। इससे एक वर्ष से जारी संघर्ष खत्म हो जाएगा।

वाशिंगटन: 27 नवंबर, (आईएएनएस)। इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध विराम लेबनान में स्थानीय समयानुसार बुधवार सुबह 4 बजे (02:00 जीएमटी/सुबह 7:30 बजे भारतीय समय) लागू हो गया। इससे एक वर्ष से जारी संघर्ष खत्म हो जाएगा।

टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक समझौते को इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्रिमंडल ने मंगलवार रात को मंजूरी दी, कथित तौर पर 60 दिनों की संक्रमण अवधि प्रदान करेगा, जिसके दौरान आईडीएफ दक्षिणी लेबनान से अपनी सेना वापस ले लेगा, जबकि लेबनानी सेना लिटानी नदी के दक्षिण में लगभग 5,000 सैनिकों को तैनात करेगी, जिसमें इजरायल की सीमा पर 33 चौकियां भी शामिल हैं।

हिजबुल्लाह के समर्थक ईरान ने समझौते का स्वागत किया।

अलजजीरा के मुताबिक ईरानी विदेश मंत्रालय ने 'लेबनान के खिलाफ इजरायल की आक्रामकता' के अंत की 'खबर का स्वागत किया है।'

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार कहा, "आज (26 नवंबर) हुए समझौते के तहत, जो स्थानीय समयानुसार कल (27 नवंबर) सुबह 4 बजे से प्रभावी होगा, लेबनान-इजरायल सीमा पर लड़ाई समाप्त हो जाएगी।" यूएस प्रेसिडेंट ने कहा, "इसका उद्देश्य शत्रुता को स्थायी रूप से समाप्त करना है।'

यूएस प्रेसिडेंट ने कहा कि इजरायल और लेबनान के बीच हुए युद्ध विराम समझौते के बाद लेबनानी सेना एक बार फिर अपने क्षेत्र पर कब्जा कर लेगी। उन्होंने कहा, "अगले 60 दिनों में, इजरायल धीरे-धीरे अपनी बाकी सेना और नागरिकों को वापस बुला लेगा - दोनों पक्षों के नागरिक जल्द ही सुरक्षित रूप से अपने समुदायों में वापस लौट सकेंगे और अपने घरों का पुनर्निर्माण शुरू कर सकेंगे।"

राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा, "मैं स्पष्ट कर दूं कि अगर हिजबुल्लाह या कोई और इस समझौते को तोड़ता है और इजरायल के लिए सीधा खतरा पैदा करता है, तो इजरायल अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत आत्मरक्षा का अधिकार बरकरार रखता है।" उन्होंने कहा, "हिजबुल्लाह और अन्य आतंकवादी संगठनों के बचे हुए लोगों को फिर से इजरायल की सुरक्षा के लिए खतरा बनने की इजाजत नहीं दी जाएगी।"

बाइडेन ने कहा, "दक्षिणी लेबनान में कोई अमेरिकी सैनिक तैनात नहीं किया जाएगा। यह अमेरिकी लोगों से मेरा वादा है कि इस संघर्ष में यूएस सैनिकों को नहीं भेजा जाएगा। हम, फ्रांस और अन्य देशों के साथ मिलकर, यह सुनिश्चित करने के लिए जरूरी मदद प्रदान करेंगे कि यह समझौता पूरी तरह और प्रभावी रूप से लागू हो।

यूएस प्रेसिडेंट ने कहा, "यह सौदा लेबनान की संप्रभुता का समर्थन करता है। और इसलिए, यह लेबनान के लिए एक नई शुरुआत का संकेत देता है - एक ऐसा देश जिसे मैंने पिछले कई वर्षों में सबसे ज्यादा ध्यान दिया, एक ऐसा देश जिसका इतिहास और संस्कृति समृद्ध है। अगर इसे पूरी तरह से लागू किया जाता है, तो यह सौदा लेबनान को एक ऐसे भविष्य की ओर ले जा सकता है जो उसके महत्वपूर्ण अतीत के अनुसार होगा।"

जो बाइडेन ने कहा, "जिस तरह लेबनान के लोग सुरक्षा और समृद्धि के भविष्य के हकदार हैं, उसी तरह गाजा के लोग भी हैं। वे भी लड़ाई और विस्थापन के अंत के हकदार हैं।"

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   27 Nov 2024 12:44 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story