खेल: रोहित शर्मा के मिट्टी चखने के जश्न का नियमित तौर पर क्यों मुश्किल है प्रचलन

रोहित शर्मा के मिट्टी चखने के जश्न का नियमित तौर पर क्यों मुश्किल है प्रचलन
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टी20 विश्व कप 2024 जीतने के बाद खेल के इस प्रारूप से शानदार विदाई ली है। भारत ने 29 जून को दक्षिण अफ्रीका को हराकर दूसरी बार टी20 विश्व कप ट्रॉफी जीती है। इस मैच के बाद जिस तरह से रोहित शर्मा ने किंग्सटन ओवल स्टेडियम की पिच की मिट्टी को चखा, उसका वीडियो इंटरनेट पर बहुत वायरल हो गया।

नई दिल्ली, 5 जुलाई (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टी20 विश्व कप 2024 जीतने के बाद खेल के इस प्रारूप से शानदार विदाई ली है। भारत ने 29 जून को दक्षिण अफ्रीका को हराकर दूसरी बार टी20 विश्व कप ट्रॉफी जीती है। इस मैच के बाद जिस तरह से रोहित शर्मा ने किंग्सटन ओवल स्टेडियम की पिच की मिट्टी को चखा, उसका वीडियो इंटरनेट पर बहुत वायरल हो गया।

जब भारतीय टीम बारबाडोस से नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र से मिलने गई तो पीएम ने वहां से रोहित से मिट्टी के स्वाद के बारे में पूछा था। रोहित ने ठीक वैसा ही किया था जैसा नोवाक जोकोविच ने विम्बलडन जीतने के बाद कोर्ट से घास निकालकर चखते हुए किया था। रोहित शर्मा ने इसके पीछे कोई खास कारण नहीं बताया है। उनका कहना है कि जीत के बाद वे सहज तौर पर ऐसा कर रहे थे। वे बहुत रिलेक्स थे और वे उस पिच का एक टुकड़ा अपने पास रखना चाहते थे जिसने हमें ये ट्रॉफी दी।

खेल में हाल-फिलहाल काफी तरह के जश्न देखने के लिए मिले हैं। देखना होगा रोहित शर्मा का जश्न मनाने का ये तरीका प्रचलित होगा या नहीं। इसका प्रचलन हालांकि सेहत के लिए बहुत अच्छा नहीं है। अक्सर बचपन में मिट्टी खाने की आदत बच्चों में रहती है। शरीर में आयरन की कमी के चलते भी मिट्टी खाने की इच्छा रहती है। भले ही मिट्टी में मिनरल और पोषक तत्व रहते हैं लेकिन ये उनको ग्रहण करने का सुरक्षित तरीका नहीं है। असल में मिट्टी में कई तरह के परजीवी मौजूद हो सकते हैं जो शरीर के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकते हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार नियमित तौर पर मिट्टी के सेवन से जिंक की कमी भी हो सकती है। मिट्टी में परजीवी के अलावा अन्य हानिकारक तत्व भी मौजूद हो सकते हैं। मिट्टी के सेवन के चलते पेट में कीड़ों की समस्या भी हो सकती है। ऐसे में रोहित शर्मा का खुशी में मिट्टी चखने का अंदाज अगर नियमित जश्न में तब्दील होता है तो इसके नुकसान अधिक हैं। ऐसे में ये मुश्किल है द्विपक्षीय सीरीज जीतने में भी टीमों के कप्तानों द्वारा इसका नियमित तौर पर अनुसरण किया जाएगा। हालांकि विश्व कप जीतने के बाद ऐसा करना सेहत से कहीं ज्यादा भावनात्मक मामला है और ऐसी बड़ी जीत में ये आगे भी देखने को मिल सकता है।

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Created On :   5 July 2024 7:01 PM IST

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