इलियुद किपचोगे ने रिकॉर्ड चौथी बार जीता लंदन मैराथन, एक रनर की बर्न होती है 2600 कैलरी

Eliud Kipchoge won the London Marathon for record fourth time
इलियुद किपचोगे ने रिकॉर्ड चौथी बार जीता लंदन मैराथन, एक रनर की बर्न होती है 2600 कैलरी
इलियुद किपचोगे ने रिकॉर्ड चौथी बार जीता लंदन मैराथन, एक रनर की बर्न होती है 2600 कैलरी
हाईलाइट
  • इलियुद किपचोगे ने एक बार फिर लंदन मैराथन जीत लिया है।
  • मैराथन में दौड़ने से रनर की लगभग 2600 कैलोरी बर्न होती है।
  • यह कुल मिलाकर किपचोगे का चौथा लंदन मैराथन खिताब है।

डिजिटल डेस्क, लंदन। कीनिया के इलियुद किपचोगे ने एक बार फिर लंदन मैराथन जीत लिया है। रविवार को आयोजित हुए दुनिया के इस सबसे प्रतिष्ठित मैराथन में किपचोगे ने 2 घंटे 2 मिनट और 37 सेकेंड के साथ यह मैराथन अपने नाम किया। यह मैराथन के इतिहास का दूसरा सर्वश्रेष्ठ समय है। किपचोगे ने पिछले साल बर्लिन में 2 घंटे 1 मिनट और 39 सेकेंड का समय निकालकर वर्ल्ड रिकार्ड बनाया था। यह कुल मिलाकर किपचोगे का चौथा लंदन मैराथन खिताब है। बता दें कि लंदन मैराथन में 50 हजार रनर ने हिस्सा लिया था। मैराथन में दौड़ने से रनर की लगभग 2600 कैलरी बर्न होती है। मैराथन को पूरा करने रनर के शरीर से इतनी उर्जा निकलती है कि एक साल तक आपका फोन चार्ज हो सकता है। 

लंदन मैराथन में इथोपिया के मोसिनेट गेरेम्यू 2 घंटे 2 मिनट और 55 सेकेंड के साथ दूसरे स्थान पर रहे। वहीं उनके हमवतन इथोपिया के ही म्यूल वासिहुन ने 2 घंटे 3 मिनट और 16 सेकेंड का समय निकालकर तीसरा स्थान हासिल किया। इन दोनों का यह निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। ऐसा कहा जा रहा था कि इस मैराथन में किपचोगे और दिग्गज धावक ब्रिटेन के मो फराह के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी, लेकिन फराह दो घंटे पांच मिनट और 39 सेकेंड के साथ पांचवें स्थान पर रहे।

भारत के नितेंद्र सिंह रावत 27वें स्थान पर रहे। दोहा में सितंबर-अक्टूबर में होने वाले वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करने वाले रावत ने मैराथन को दो घंटे 15 मिनट और 59 सेकेंड में पूरा किया। यह मौजूदा सत्र में उनका दूसरा सर्वश्रेष्ठ और करियर का चौथा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। रावत ने इसी साल मुंबई मैराथन में दो घंटे 15 मिनट और 52 सेकेंड का समय निकालकर वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था। 

बता दें कि लंदन मैराथन दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित मैराथन में से एक है। इस मैराथन की शुरुआत 1981 में हुई थी। मैराथन को पूरा करने में 2 घंटे लग ही जाते हैं। इसके लिए रनर कार्डियो रेस्पाइरेटरी ट्रेनिंग लेते हैं। इसमें मसल्स को हैवी करने से ज्यादा कार्डियो करने, स्टैमिना बढ़ाने पर जोर होता है। इसको पूरी करने में रनर की करीब 2600 कैलोरी बर्न होती है।  यह 11 बर्गर खाने से मिलने वाली कैलोरी के बराबर होती है। मैराथन से रनर के शरीर से इतनी ऊर्जा निकलती है कि एक साल तक आपका फोन चार्ज हो सकता है।

Created On :   28 April 2019 10:24 PM IST

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