नए साल के पहले इंटरव्यू में बोले पीएम मोदी- दुनिया मान रही है हमारी सरकार का लोहा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक टीवी चैनल को साल 2018 का पहला इंटरव्यू दिया। इसमें पीएम ने जातिगत राजनीति, विकास, रोजगार, इंटरनेशनल मामलों पर, अर्थव्यवस्था, वंदे मातरम और राष्ट्रगान की अनिवार्यता आदि मुद्दों पर खुलकर बात की। मोदी ने इंटरव्यू में कहा कि आज पूरी दुनिया देख रही है कि भारत में एक मजबूत सरकार है और एक अलग सोच की सरकार है। दुनिया ने हमारी सरकार का लोहा माना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 फरवरी को पेश किए जाने वाले बजट को लेकर कहा, "उनका बजट को लेकर एक ही एजेंडा है - विकास, विकास और सिर्फ विकास।" पीएम ने कहा कि मेरा 2, 4 या 10 लोगों का नहीं बल्कि सवा सौ करोड़ लोगों का परिवार है। हमें सभी को साथ मिलकर आगे बढ़ना होगा। हमारा एक ही उद्देश्य है, सबका साथ, सबका विकास। हमें विकास के मुद्दों पर ही आगे बढ़ना चाहिए।
मोदी ने जातिगत राजनीति और लोकतंत्र खतरे में है, जैसी बातों पर कहा कि यह देश के लिए दुर्भाग्य पूर्ण है। इसके बजाय देश में विकास, एकता और हमारे दूरगामी भविष्य के मुद्दों पर राजनीति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी समस्याओं से निपटने और आने वाली पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से जोड़े रखने के लिए हमने एक भारत, श्रेष्ठ भारत अभियान चलाया है।
इंटरव्यू में पीएम मोदी ने सबसे पहले देशवासियों को नए साल 2018 की बधाई दी। इसके बाद सवाल-जवाब का दौर शुरु हुआ। इस दौरान जब वंदे मातरम और राष्ट्रगान गाने को लेकर दबाव बनाने की घटनाओं पर सवाल भी पूछा गया। इस सवाल का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पर हमें सोचने की जरूरत है।
विश्वस्तरीय नई व्यवस्था PTM (पुतिन, ट्रंप और मोदी) के सवाल पर पीएम ने कहा, “हमें देश को सीमित दायरों में बांधना नहीं चाहिए। सार्क देशों और G-20 में हमें मैत्रीपूर्ण संबंध बनाते हुए आगे बढ़ना चाहिए।” नोटबंदी और जीएसटी बिल पर मोदी ने कहा कि अगर आप इन्हीं दो चीजों को हमारा (भाजपा सरकार) काम मानते हैं तो यह अन्याय है।
पीएम के मुताबिक, “जनधन योजना से लोगों को बैंक से जोड़ने में हम कामयाब हुए। इसे हमारा काम नहीं मानेंगे? देश में करोड़ों परिवारों को गैस कनेक्शन दिए गए, क्या यह हमारा काम नहीं? 28 करोड़ एलईडी बल्ब देश में लगे, जिससे हजारों करोड़ मेगावॉट बिजली की बचत हुई। यह हमारा काम नहीं है क्या?”
देश में बेरोजगारी और पीएम बनने से पहले एक साल में एक करोड़ नौकरियां देने के वादे पर भी सवाल किया गया। इसके सवाब में पीएम ने एक रिपोर्ट के हवाले से कहा कि पिछले एक साल में संगठित क्षेत्र में 70 लाख EPF अकाउंट खुले हैं। एक साल में 10 करोड़ लोगों ने मुद्रा योजना का लाभ लिया है। उन्होंने आगे कहा कि समस्या यह है कि ऑफिस के बाहर दुकान लगाने वाले व्यक्ति की कमाई को हम रोजगार में शामिल नहीं कर रहे हैं। वह किसी भी आंकड़े में शामिल नहीं होता है।
Created On :   19 Jan 2018 11:45 PM IST