प्रद्युम्न की हत्या के 10 दिन बाद फिर खुला स्कूल, डरे हुए बच्चों को वापस ले गए पेरेंट्स
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुरुग्राम का रेयान इंटरनेशनल स्कूल प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के 10 दिन बाद आज फिर खुला। हमेशा की तरह स्कूल में बच्चों की भीड़ तो थी, लेकिन इस बार उनके साथ डर भी था। स्कूल आने वाले बच्चों में इतना डर था, कि उनके डर को देखकर पेरेंट्स भी घबरा गए और उन्हें वापस ले गए, तो कुछ पेरेंट्स का कहना है कि अब वो दोबारा अपने बच्चे को इस स्कूल में नहीं पढ़ाना चाहते। वहीं प्रद्युम्न के पिता वरूण ठाकुर ने स्कूल खुलने का विरोध किया है। वरूण का कहना है कि दोबारा स्कूल खुलने से हत्या के सबूत मिटाए जा सकते हैं। आपको बता दें कि 8 सितंबर को स्कूल के टॉयलेट में दूसरी क्लास में पढ़ने वाले प्रद्युम्न की चाकू मार कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में बस कंडक्टर अशोक को आरोपी बनाया गया है। हालांकि लोगों का कहना है कि बस कंडक्टर को फंसाकर असली आरोपी को बचाया जा रहा है।
वरूण ने कहा- सबूतों से हो सकती है छेड़छाड़
रेयान स्कूल के दोबारा से खुलने पर प्रद्युम्न के पिता वरूण ठाकुर ने विरोध किया है। वरूण का कहना है कि दोबारा से स्कूल खुलने पर मैनेजमेंट को सबूतों से छेड़छाड़ करने का मौका मिल जाएगा। प्रद्युम्न के पिता का कहना है कि जब तक ये केस CBI को नहीं मिल जाता तब तक, तब तक प्रशासन कैसे स्कूल को दोबारा खुलने दे रहा है। उनका कहना है कि प्रद्युम्न की हत्या में स्कूल के ही कुछ लोग शामिल हैं।
स्कूल में बच्चों को नहीं पढ़ाना चाहते पेरेंट्स
आज 10 दिनों बाद दोबारा स्कूल खुला तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों की टीसी लेने पहुंच गए। पेरेंट्स का कहना है कि अब वो इस स्कूल में बच्चों को नहीं पढ़ाना चाहते। वहीं कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए दोबारा से स्कूल लेकर आए और उन्हें स्कूल कैंपस में घुमाया ताकि बच्चों का डर खत्म हो सके। इसके साथ ही कई बच्चे स्कूल गेट पर पहुंचते ही रोने लगे, जिससे घबराकर पेरेंट्स अपने बच्चों को वापस ले गए। वहीं प्रद्युम्न के पिता भी अब अपनी बेटी को उस स्कूल में नहीं पढ़ाना चाहते हैं।
स्कूल खुला है, इसलिए आना जरूरी है: स्टूडेंट
दोबारा स्कूल खोलकर स्कूल मैनेजमेंट सब कुछ पहले की तरह ही नॉर्मल एनवायरमेंट बनाना चाहता है। आज जब दोबारा से स्कूल खुला, तो बच्चों की भीड़ भी आनी शुरू हो गई। कई पेरेंट्स का कहना है कि बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए अपने बच्चों को दोबारा से स्कूल भेज रहे हैं। वहीं कुछ स्टूडेंट का कहना है कि स्कूल आने में डर तो लग रहा है, लेकिन स्कूल खुला है इसलिए आना भी जरूरी था। वहीं पेरेंट्स का भी कहना है कि हमारे बच्चे यहां बच्चे पढ़ रहे हैं। ऐसे में हम उनकी पढ़ाई का नुकसान नहीं कर सकते।
स्कूलों में बच्चों की सिक्योरिटी पर हाईलेवल मीटिंग आज
उधर स्कूलों में बच्चों की सिक्योरिटी और सेफ्टी को लेकर सोमवार को यूनियन मिनिस्टर मेनका गांधी और HRD मिनिस्टर प्रकाश जावड़ेकर CBSE के अधिकारियों के साथ मीटिंग करेंगे। आपको बता दें कि प्रद्युम्न की हत्या की बाद से स्कूलों में बच्चों की सेफ्टी को लेकर कई सवाल खड़े हो चुके हैं, जिसके बाद से सरकार भी इस बात को लेकर चिंतित है। इसलिए आज मेनका गांधी और प्रकाश जावड़ेकर CBSE के अधिकारियों के साथ हाई-लेवल मीटिंग करेंगे।
Created On :   18 Sept 2017 11:57 AM IST