'बच्चे कैसे पास हों इस पर 2 घंटे बोलते हैं PM, लेकिन PNB पर 2 मिनट नहीं'

PNB Scam Rahul Gandhi asks PM Narendra Modi to speak up
'बच्चे कैसे पास हों इस पर 2 घंटे बोलते हैं PM, लेकिन PNB पर 2 मिनट नहीं'
'बच्चे कैसे पास हों इस पर 2 घंटे बोलते हैं PM, लेकिन PNB पर 2 मिनट नहीं'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में हुए 11,356 करोड़ रुपए के घोटाले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है। राहुल ने रविवार को एक ट्वीट किया है, जिसमें पीएम मोदी और फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली पर निशाना साधा है। राहुल ने कहा कि "बच्चे एग्जाम में कैसे पास हों, इस पर प्रधानमंत्री 2 घंटे तक भाषण देते हैं, लेकिन 22 हजार करोड़ के बैंक घोटाले पर 2 मिनट में नहीं बोलते।" 

घोटाले पर कुछ तो बोलिए

राहुल गांधी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से रविवार को एक ट्वीट किया, जिसमें PNB घोटाले को लेकर पीएम मोदी और अरुण जेटली पर हमला किया गया है। राहुल ने अपने ट्वीट में कहा कि "पीएम मोदी बच्चों को एग्जाम में पास होने का तरीका 2 घंटे तक बताते हैं, लेकिन 22 हजार करोड़ रुपए के बैंकिंग घोटाले पर वो 2 मिनट भी नहीं बोलते हैं।" इसके आगे उन्होंने लिखा "मिस्टर जेटली भी छुपे हुए हैं। एक दोषी की तरह बिहेव करना बंद करिए और मामले पर कुछ तो बोलिए।" इस ट्वीट के साथ राहुल ने #ModiRobsIndia का भी इस्तेमाल किया है। 

 

 

 

क्या है  PNB घोटाला? 

देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक कहे जाने वाले पंजाब नेशनल बैंक में पिछले दिनों 11,356 करोड़ रुपए के घोटाले होने का खुलासा हुआ है। ये घोटाला बैंक की मुंबई की ब्रेडी हाउस ब्रांच में हुआ। इस घोटाले की शुरुआत 2011 में हुई थी और पिछले 7 सालों में हजारों करोड़ रुपए फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LOUs) के जरिए विदेशी अकाउंट्स में ट्रांसफर कर दिए गए। दरअसल, डायमंड करोबारी नीरव मोदी और उनके साथियों ने साल 2011 में डायमंड इंपोर्ट करने के लिए लाइन ऑफ क्रेडिट के लिए पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच से कॉन्टेक्ट किया। आमतौर पर बैंक विदेशों से होने वाले इंपोर्ट के लिए LOU जारी करता है। इसका मतलब ये है कि बैंक नीरव मोदी के विदेश में मौजूद सप्लायर्स को 90 दिन के लिए भुगतान करने को राजी हुआ और बाद में पैसा नीरव को चुकाना था। इन्हीं फर्जी LOU के आधार पर भारतीय बैंकों की विदेशी ब्रांचों ने PNB को लोन देने का फैसला लिया गया। इस घोटाले को खुलासा तब हुआ, जब PNB के भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारी रिटायर हो गए और नीरव मोदी की कंपनी ने जनवरी में दोबारा से LOU जारी करने की सिफारिश की। नए अधिकारियों ने ये गलती पकड़ ली और घोटाले की जांच शुरू कर दी। बैंक के मुताबिक, जनवरी में इस फर्जीवाड़े का पता चला तो 29 जनवरी को सीबीआई में शिकायत की और 30 जनवरी को FIR दर्ज हो गई।

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Created On :   19 Feb 2018 8:25 AM IST

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