पद्मावत को लेकर विरोध जारी, हाइवे जाम, बस में आग लगाई
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म पद्मावत को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। देश के अलग-अलग इलाकों में इस फिल्म के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। बुधवार को गुरुग्राम के वजीरपुर-पटौदी रोड पर उपद्रवियों ने जमकर आगजनी की। उन्होंने दिल्ली-जयपुर हाइवे को जाम कर दिया। इस दौरान एक बस में भी आग लगा दी गई।
मंगलवार की रात अहमदाबाद के कई मॉल्स को निशाना बनाते हुए आगजनी और तोड़फोड़ की गई थी। तोड़फोड़ मामले में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। अहमदाबाद में हार्ट अलर्ट है और पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। यहां से 44 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
उधर हरियाणा के यमुनानगर में एक सिनेमाहॉल के बाहर करणी सेना के कथित सदस्यों ने हंगामा किया। ऐसे में रोहतक और अन्य इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। यूपी के मथुरा में पद्मावत के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन रोकी। इससे पहले बिहार में भी संगठन ने फिल्म के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन किया था। यहां पटना में करणी सेना के कार्यकर्ताओं के विरोध और धमकी के मद्देनजर सिनेमाघरों को फिल्म की ऑनलाइन बुकिंग तक रद्द करनी पड़ी। इस बीच करणी सेना ने फिर से धमकी दी है कि वह फिल्म रिलीज नहीं होने देगी
इन विवादों के बीच करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकेंद्र सिंह कालवी मीडिया के सामने आए। कालवी ने माना कि फिल्म का हिंसक विरोध कर रहे लोग करणी सेना के कार्यकर्ता हैं। माफी मांगने की बात पर कालवी ने कहा, "मैं माफी तो मांगता हूं, लेकिन मां पद्मावती से माफी मांगता हूं।" हालांकि इस दौरान उन्होंने एक बार भी करणी सेना के लोगों द्वारा किए जारे हिंसक प्रदर्शन को गलत नहीं ठहराया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने गिरफ़्तारी की आशंका जताई। कालवी ने कहा हो सकता है गिरफ़्तारी से पहले मैं आखिरी बार मीडिया के सामने आया हूं। कालवी ने कहा कि जिन राज्यों में प्रतिबंध नहीं लगा है, हमारे लोग वहां होंगे। कालवी ने गुजरात और महाराष्ट्र में 148 लोगों की गिरफ्तारी की बात भी स्वीकार की। उन्होंने हिंसा के लिए भंसाली को जिम्मेदार ठहराया।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पद्मावत के बहाने केंद्र पर निशाना साधा है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, "अगर सभी राज्य सरकारें, केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट मिलकर एक फिल्म को रिलीज नहीं करवा सकती और उसका प्रदर्शन नहीं हो रहा है तो कैसे देश में निवेश आएगा? भूल जाइए FDI। लोकल निवेशक तक निवेश करने में घबराएगा। खराब हो रही अर्थव्यवस्था के लिए यह सही नहीं है। जॉब्स के लिए बुरी।"
If all state govts, central govt and SC together cannot get one movie released and run safely, how can we expect investments to flow in? Forget FDI, even local investors wud feel hesitant. Not gud for already dwindling economy. Bad for jobs
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 24, 2018
Created On :   24 Jan 2018 5:17 PM IST