राज्यसभा चुनाव में हार से गठबंधन पर तिल भर भी असर नहीं : मायावती
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। राज्यसभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी की हार के बावजूद यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी पर अपना भरोसा कायम रखा है। उन्होंने कहा है कि इस हार से गठबंधन पर तिल भर भी असर नहीं होगा। यूपी में हुए राज्यसभा चुनाव में बीजेपी पर जालसाजी का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी चुनाव जीतने के लिए किसी भी अवैध तरीकों का इस्तेमाल करने से नहीं चुकती, इस बार भी उन्होंने यही सब कर राज्यसभा चुनाव जीता है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर शुक्रवार को हुए राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के खाते में 9 सीटें आई। वहीं सपा के हाथ 1 सीट लगी। यहां बसपा को बड़ा झटका लगा। उसके प्रत्याशी भीमराव आंबेडकर बीजेपी के अनिल अग्रवाल से हार गए। बता दें कि लंबे समय तक यूपी की 10वीं सीट पर सस्पेंस बना रहा था। यहां प्रथम वरीयता के आधार पर बसपा प्रत्याशी आंबेडकर को अधिक वोट मिले थे लेकिन वह 37 वोटों के निर्धारित कोटे को हासिल करने में सफल नहीं हो पाए। बीजेपी के 9वें प्रत्याशी अनिल अग्रवाल ने दूसरी वरीयता के वोट हासिल कर अंबेडकर को हरा दिया।
जीत के बाद यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने बसपा-सपा गठबंधन पर चुटकी ली थी। उन्होंने कहा था कि समाजवादी पार्टी का अवसरवादी चेहरा एक बार फिर सामने आया है। सपा दूसरी पार्टियों का वोट ले तो सकती है, दे नहीं सकती। बसपा को इस ठोकर से सबक लेना चाहिए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बोली मायावती :
- बीजेपी ने चुनाव में वोटों की खरीद-फरोख्त की। सरकारी मशीनरी का दुर्पयोग किया।
- धन्नासेठ उम्मीदवार को जिताने के लिए दूसरी पार्टी के विधायकों को डराया गया।
- बीजेपी सरकार के पास सीबीआई और ईडी जैसे हथियार हैं जिसके जरिये वे विपक्ष को डराने की कोशिश कर रहे हैं।
- बीजेपी के प्रत्याशी कितने भी लड्डू खा लें। गोरखपुर की हार से योगी जी पर जो धब्बा लगा है, वो इस अनैतिक जीत से धुलने वाले नहीं है।
- राजा भैय्या ने हमें वोट नहीं दिया। उन्होंने अखिलेश यादव को धोखा दिया।
- बसपा अब अपनी नई रणनीति पर काम करेगी।
- बीजेपी, सपा-बसपा की नजदीकियों से डरी हुई है।
- सपा-बसपा गठबंधन को तोड़ने की साजिश हम पूरी नहीं होने देंगे।
- गेस्ट हाउस कांड में जिम्मेदार अफसर को डीजीपी बनाया।
- बीजेपी सरकार मेरी हत्या कराना चाहती है। वह मेरी हत्या करा आंदोलन खत्म कराना चाहती है।
राज्यसभा चुनाव में फ्लॉप हुआ BSP-SP गठबंधन
बता दें कि इस बार बहुजन समाज पार्टी ने गोरखपुर और फूलपुर की लोकसभा सीटों के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी को समर्थन देने का फैसला किया था। बदले में समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा चुनाव में सपोर्ट करने की बात कही थी। सपा फूलपुर और गोरखपुर उपचुनाव तो जीत गई, लेकिन वह बसपा को राज्यसभा चुनाव नहीं जीता पाई। सपा के एक विधायक हरियोम यादव जहां जेल में बंद होने के कारण वोटिंग में हिस्सा नहीं ले पाए, वहीं सपा के एक विधायक ने क्रॉस वोटिंग कर दी। सपा के अन्य विधायकों के भी क्रॉस वोटिंग किए जाने की खबरें हैं।
Created On :   24 March 2018 4:34 PM IST