मानुषी के बाद इनसे थी ताज की उम्मीद, मिस यूनिवर्स 2017 के खिताब से चूकीं श्रद्धा शशिधर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में भारत को 17 साल बाद मानुषी छिल्लर ने मिस वर्ल्ड का ताज पहनाया है। उससे पहले साल 2000 में प्रिंयका चोपड़ा मिस वर्ल्ड का खिताब जीती थीं। मानुषी की जीत के बाद सबकी निगाहें बेसब्री से मिस यूनिवर्स के लिए भारत का प्रतिनिधित्व कर रहीं श्रद्धा शशिधर पर टिकी थीं, लेकिन श्रद्धा फाइनल 15 में अपनी जगह नहीं बना पाई और मिस यूनिवर्स 2017 का टाइटल दक्षिण अफ्रीका की डेमी-ले नेल-पीटर्स ने अपने नाम किया।
अमेरिका में हुआ आयोजन
"मिस यूनिवर्स 2017" अमेरिका के लास वेगस में आयोजित किया गया,जिसमें 92 विश्व सुंदरियों ने हिस्सा लिया। रेस में सबको पछाड़ते हुए साउथ अफ्रीका की डेमी ले नेल पीटर्स ने खिताब अपने नाम किया है। मिस यूनिवर्स 2017 को मिस यूनिवर्स 2016 आइरिस मिटेनायर ने ताज पहनाया। आखिरी राउंड में पीटर्स के साथ मिस जमैका और मिस कोलंबिया थी जिनमें फर्स्ट रनर-अप मिस कोलंबिया रहीं जबकि मिस जैमेका तीसरे स्थान पर रहीं। जबकि भारतीय कंटेस्टेंट टॉप 15 में ही प्रतियोगिता से बाहर हो गयी थी।
जानिए कौन हैं भारतीय मिस यूनिवर्स प्रतिभागी श्रद्धा शशिधर?
श्रद्धा शशिधर चेन्नई में जन्मी हैं । उनका जन्म 3 सितंबर 1996 को हुआ था। श्रद्धा आर्मी परिवार से ताल्लुक रखती हैं और उन्होंने देवलाली, नासिक के आर्मी पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की है।
21 साल की श्रद्धा ने मुंबई से सोफ़िया कॉलेज फ़ॉर वुमन से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन की है। पढ़ाई में अच्छी होने के साथ-साथ वो अच्छी एथलैटिक्स और नेशनल-लेवल बास्केटबॉल प्लेयर हैं। यामाहा फेसिनो मिस दीवा 2017 का खिताब जीतने से पहले श्रद्धा ने मिस द ग्रेट पेजेंट कम्युनिटी (TGPC) साउथ 2017 का टाइटल जीता था।
आर्मी बैकग्राउंड में होने की वजह से श्रद्धा को अलग-अलग जगह घूमने का मौका मिला, जिसके कारण उनकी ट्रैवलिंग में काफी रुचि है। इससे पहले उन्होंने लाहा चैरिटेबल ट्रस्ट के तिब्बती रिफ़्युजियों को पढ़ाया भी है।
अब तक सिर्फ दो बार भारतीय सुंदरियां इस प्रतियोगिता की विजेता बन पाई हैं। सुष्मिता सेन ने 1994 और लारा दत्ता ने 2000 में यह कॉन्टेस्ट जीता था। अब तक अमेरिका 8, वेनेजुएला 7 और प्यूर्टो रिको 6 बार यह खिताब जीत चुका है। मिस वर्ल्ड, मिस इंटरनेशनल और मिस अर्थ समेत यह दुनिया के चार बड़े ब्यूटी कॉन्टेस्ट्स में से एक है। इस प्रतियोगिता की शुरुआत 1952 में हुई थी।
Created On :   27 Nov 2017 10:04 AM IST