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आंवला की खेती को लाभ का धंधा बना रहे अमरावती के किसान
डिजिटल डेस्क,रिद्धपुर/ अमरावती। एक ओर मौसम की मार के कारण कई किसानों ने खेती छोड़ कर दूसरा व्यवसाय शरू कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ रिद्धपुर के किसान मौसमी फसलों के साथ आंवले की खेती भी कर रहे हैं। जो उनके लिए लाभ का धंधा भी बन चुकी है।
मोर्शी तहसील के शिरखेड़ थानांतर्गत क्षेत्र के रिद्धपुर के अधिकांश किसानों के खेतों में आंवले की फसल लहलहाती हुई नजर आती है। प्राकृतिक आपदा के कारण ग्रामीण इलाकों में रहने वाले किसानों को सोयाबीन कपास, तुअर, मूंग जैसी फसलों से हाथ धोना पड़ रहा है। ऐसे में अधिकांश किसान अब फलों की खेती पर जोर दे रहे हैं। इनमें आंवले की खेती का प्रमुख है। आंवले के बाद किसान अनार की खेती को भी अपना रहे हैं। ग्राम रिद्धपुर ग्राम आंवला तथा अनार जैसी फलदार फसलों के बगीचे बड़े पैमाने पर नजर आ रहे हैं। विशेष रूप से मोर्शी तहसील अंतर्गत क्षेत्र के ग्रामों में इन दिनों आंवले की फसल खूब फलफूल रही है जिससे आंवला उत्पादक किसानों में खुशी का माहौल है।
हिमालय क्षेत्रों में उगाया जाता हैं आंवला
वैसे तो आंवले का उत्पादन यूरोप, अफ्रीका और हिमालय क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर किया जाता है। वाराणसी का आंवला देश में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। बावजूद इसके आंवले की व्यावसायिक खेती करने में जिले के किसान जुट गए हैं। मोर्शी तहसील अंतर्गत ग्राम उदखेड़ और अंबाड़ा के पर्वतीय क्षेत्रों में आंवले की व्यावसायिक खेती बड़े पैमाने पर होती देखी जा सकती है। इस अमृत फल की खेती किसानों के लिए भी अमृत साबित होने के आसार नजर आ रहे हैं।
Created On :   22 Sept 2017 10:10 AM IST