चित्रकूट के जंगलों में डकैत बबुली कोल गैंग से मुठभेड़, घायल जियालाल गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, सतना। तराई के सबसे बड़े इनामी डकैत बबुली कोल गिरोह और यूपी पुलिस के बीच चित्रकूट के मारकुंडी जंगल में शनिवार सुबह हुई मुठभेड़ से इलाका थर्रा उठा। ताबड़तोड़ फायरिंग के बीच पुलिस ने एक इनामी डकैत को जियालाल घायल हालत में पकड़ लिया। मुठभेड़ में घायल हुए 25 हजार का इनामी डकैत जियालाल को गिरफ्तार कर इलाज के लिए जिला अस्पताल चित्रकूट में भर्ती कराया गया। इसको लवलेश कोल का मामा बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार रीवा के सेमरिया से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के बेटे ललित सिंह का अपहरण कर 5 लाख की फिरौती लेने के बाद एक दशक तक इनामी डकैत बबुली कोल तराई में आतंक फैला रहा है। इस खूंखार डकैत बबुली कोल पर साढ़े 5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है। इस इनामी डकैत ने अपने घर सोसाइटी कोलान से लगे मारकुंडी जंगल में डेरा डाल रखा है।
उधर अपहरणकांड के बाद दोनों राज्यों की पुलिस बबुली गैंग तक पहुंचने के लिए पूरी ताकत से लग गई थी। इस कोशिश में गैंग के दो मददगार और एक कैजुअल मेम्बर पुलिस के हाथ लग गए, जिनसे पूछताछ में मिले सुराग के बाद रीवा-सतना की पुलिस ने सीमा सील कर कर्बी एसपी प्रताप गोपेन्द्र को अलर्ट किया। उन्होंने रातों रात मारकुंडी, मानिकपुर, कोतवाली, बहिलपुरवा समेत आसपास के थानों की फोर्स और एडी टीम के साथ मारकुंडी का जंगल घेर लिया। 6 माह पूर्व औदर के जंगल में अपने एक सब इंस्पेक्टर को बबुली गिरोह के हाथों खो चुकी कर्बी पुलिस इस बार पूरी तैयारी के साथ आई थी।
एसपी प्रताप गोपेन्द्र ऑपरेशन की अगुवाई कर रहे थे। घेरा डालने के बाद पुलिस ने सूरज की पहली किरण के साथ ही डकैतों को आत्मसमर्पण के लिए ललकारा, लेकिन बदमाशों ने हथियार डालने के बजाय पुलिस पर ही फायरिंग शुरू कर दी। इसके जवाब में पुलिस द्वारा भी फायरिंग की गई।
गैंग के लीडर बबुली का राइट हैंड लवलेश कोल
डकैत बबुली कोल गैंग से शनिवार सुबह पुलिस की मुठभेड़ हो गई। शनिवार सुबह पुलिस व डकैत गिरोह आमने सामने हो गए। दोनो तरफ से दनादन गोलियां चलाना शुरू हो गई। जिसमें एक डकैत को गोली लगी है। पुलिस ने उसे घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया। डकैत की पहचान गैंग लीडर बबुली के राइट हैंड लवलेश कोल के मामा जियालाल कोल के रुप में की गई, जिस पर यूपी पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। उसे हाथ, पैर में गोली लगी है लिहाजा प्राथमिक उपचार के बाद कडी सुरक्षा में मानिकपुर से चित्रकूट रेफर कर दिया गया।
वहीं सरगना समेत अन्य डकैतों को जिंदा या मुर्दा पकडने के लिए पुलिस ने जंगल में घेरा डाल दिया है। रुक रुक कर गोलीबारी भी हो रही थी।जंगल का इलाका खासा मुश्किल होने से पुलिस फूंक फूक कर कदम रख रही थी।
सतना-रीवा की सीमा सील, 2 दिन से चित्रकूट में हैं सतना एसपी
बबुली गिरोह को घेरने से पूर्व ही सतना, रीवा और चित्रकूट पुलिस के आला अधिकारियों ने बार्डर सील करने का प्लान बना लिया था। इसके तहत सतना एसपी राजेश हिंगणकर दो दिन से चित्रकूट में कैम्प कर अभियान की अगुवाई कर रहे थे। वहीं नवागत आईजी उमेश जोगा और रीवा एसपी ललित शाक्यवार ने भी यूपी से लगती सीमा पर पर ताकत झोंक दी है।
Created On :   3 Feb 2018 5:23 PM IST