निर्माता ने खींचा हाथ, एक दिसंबर को 'पद्मावती' नहीं होगी रिलीज
डिजिटल डेस्क, मुंबई। दीपिका की आगामी फिल्म "पद्मावती" को लेकर जहां एक ओर विवाद बढ़ते जा रहे हैं तो वहीं फिल्म की रिलीज डेट को लेकर सेंसर बोर्ड ने नई जानकारी दी है। शुक्रवार को सेंसर बोर्ड ने "पद्मावती" की रिलीज को लेकर कहा कि हम फिल्म को 1 दिसंबर को प्रदर्शित करने की परमिशन नहीं दे सकते। "पद्मावती" को लेकर जिस तरह से विवाद बढ़ रहा है, उसे देखते हुए फिल्म की निर्माता कंपनी वायकॉम 18 ने इसकी रिलीज को टाल दिया है। इसके पहले सेंसर बोर्ड भी तकनीकी कारणों से फिल्म को लौटा चुकी है। सूत्रों ने बताया कि अब जब यह फिल्म दोबारा सेंसर बोर्ड के पास आएगी तब इसका दोबारा नियमों के अनुसार रिव्यू किया जाएगा।
गौरतलब है कि सेंसर बोर्ड ने रिलीज डेट पर फिल्म के प्रदर्शित करने की परमिशन न देने के पीछे कारण बताया कि निर्माताओं ने सेंसर बोर्ड पर "पद्मावती" को रिलीज कराने के लिए आज ही फिल्म की कॉपी दी और आवेदन किया है। इतने कम समय में फिल्म को प्रदर्शित करने की परमिशन नहीं दी जा सकती।
तो क्या गुजरात चुनाव के बाद होगी रिलीज ?
बीते 16 नवंबर को दैनिक भास्कर की टीम ने खबर प्रकाशित की थी, जिसमें बताया गया था कि फिल्म सेंसर बोर्ड के पास पहुंच चुकी है। लेकिन सेंसर बोर्ड ने परमिशन देने से मना कर दिया है। वहीं सूत्रों के अनुसार पद्मावती अब गुजरात चुनाव के बाद ही रिलिज हो सकेगी। क्योंकि गुजरात के राजपूत समाज ने भी इस फिल्म को जोरदार विरोध किया है। ऐसे में बीजेपी इस फिल्म को लेकर अपना राजनीतिक नुकसान नहीं कराना चाहेगी।
दीपिका पादुकोण की गर्दन काटने वाले को इनाम देने की घोषणा करने वाले के खिलाफ FIR दर्ज
वहीं उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में दीपिका पादुकोण की गर्दन काटने वाले को इनाम देने की घोषणा करने वाले अखिल भारतीय क्षत्रिय युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिषेक सोम पर नौचंदी थाने में FIR दर्ज हो गई है। गौरतलब है कि अभिषेक ने दीपिका पादुकोण की गर्दन काटने वाले को 5 करोड़ का इनाम देने की घोषणा की थी।
गौरतलब है कि "पद्मावती" फिल्म में रानी पद्मावती का किरदार दीपिका पादुकोण निभा रहीं है तो अलाउद्दीन का किरदार उनके बॉयफ्रेंड रणवीर सिंह निभा रहे हैं। कई क्षत्रिय संगठन फिल्म की शूटिंग शुरू होने से ही विरोध कर रहे हैं। क्षत्रिय संगठन का कहना है कि फिल्म में रानी पद्मावती की गाथा से छेड़छाड़ की गई है और वे इसे रिलीज नहीं होने देंगे। "पद्मावती" फिल्म को लेकर कई नेता इसका विरोध कर चुके हैं।
पिछले दिनों योगी सरकार ने विवाद को देखते हुए यूपी के गृह मंत्रालय ने केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव को पत्र लिखकर फिल्म की रिलीज से शांति व्यवस्था पर असर पड़ने की उम्मीद जताई थी। केन्द्रीय मंत्री उमा भारतीय भी फिल्म को खुला खत लिख चुकीं हैं। आपको बता दें कि करणी सेना फिल्म की शूटिंग के समय से ही फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ को लेकर विरोध कर रही है और रिलीज रोकने की मांग कर रही है। वहीं इस मामले पर केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने सेंसर बोर्ड के बारे में कहा था कि उन्होंने भरोसा दिलाया गया है कि सेंसर बोर्ड उन सब बातों का ध्यान रखेगा जिनपर आपत्ति की जा रही है। मुझे विश्वास है कि उनके जानकारी में भी चारों तरफ से आ रही आशंकाएं एवं आपत्तियां होंगी।
Created On :   17 Nov 2017 6:26 PM IST