दलित-मुस्लिम मुक्त भारत बनाना चाहती है BJP और RSS: असदुद्दीन ओवैसी
डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी और RSS पर बड़ा आरोप लगाया है। ओवैसी ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस दलित-मुस्लिम मुक्त भारत बनाना चाहता है। देश में जबरन हिंदुत्व की विचाराधारा को थोपने की कोशिश की जा रही है। ओवैसी ने अपील की कि दलित और मुसलमान दोनों इस तरह के प्रयासों के खिलाफ एकजुट होकर सामने आएं और कहें कि वो हिंदुत्व की विचारधारा को स्वीकार नहीं करेंगे।
बेबस हैं भारत के मुस्लिम
बता दें कि ओवैसी ने ये बातें सोमवार को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक जनसभा के दौरान कहीं, साथ ही यह भी कहा कि मौजूदा दौर में मुसलमानों और दलितों को जागरूक रहने की जरूरत है। बीजेपी और संघ परिवार समाज में गड़बड़ी और कमजोर वर्ग को दबाने का काम कर रहे हैं। बीजेपी इस देश को मुस्लिम मुक्त बनाना चाहती हैं तो वहीं आरएसएस इस देश को दलित मुक्त बनाना चाहता है। वहीं पद्मावत विवाद पर भी ओवैसी ने कहा कि देश की आबादी में राजपूतों की आबादी महज 4 प्रतिशत है, यह उनकी ताकत ही है कि सरकार को उनकी मांगों के सामने झुकना पड़ा। इसकी तुलना में मुस्लिमों की आबादी 14 प्रतिशत है, लेकिन वह बेबस है।
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पद्मावत का विरोध
ओवैसी ने मुस्लिम नौजवानों से पद्मावत फिल्म नहीं देखने की अपील की, इसी तरह पिछले दिनों बॉलीवुड की विवादित फिल्म ""पद्मावत"" को बकवास बताते हुए एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिमों से कहा था कि वह इसे देखने पर समय बर्बाद न करें। वारंगल जिले में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, ""फिल्म देखने न जाएं, ईश्वर ने आपको दो घंटे की फिल्म देखने के लिए नहीं बनाया है।""
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तीन तलाक विरोधी बिल पर दी राय
ओवैसी ने कहा कि संघ परिवार की विचारधारा और इनके गुरू गोलवलकर, हेडगेवार से लेकर सावरकर की तक विचारधारा मुस्लिमों को हिंदू बनाने की है। दलित मुस्लिम एकता संघ परिवार के उत्पीड़ने और भेदभाव को रोकने के लिए समय की आवश्यकता है। औरगंबाद के आम खास मैदान में 40 हजार लोगों की मौजूदगी में ओवैसी ने तीन तलाक विरोधी बिल का भी विरोध करते हुए कहा कि ये बिल मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ है। इतना ही नहीं ये समानता के अधिकार के भी खिलाफ है, ऐसे दोषपूर्ण कानून की कोई जरूरत नहीं है।
Created On :   23 Jan 2018 11:07 AM IST