'खुशी है जांच हो रही है, लोया केस में भी शाह से पूछताछ की हिम्मत दिखाएं'

Arvind Kejriwal says Police would Question Amit Shah in Judge Loya case
'खुशी है जांच हो रही है, लोया केस में भी शाह से पूछताछ की हिम्मत दिखाएं'
'खुशी है जांच हो रही है, लोया केस में भी शाह से पूछताछ की हिम्मत दिखाएं'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश से आप विधायकों की "बदसलूकी" के मामले में पहली बार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बयान सामने आया। सीसीटीवी फुटेज की जांच के लिए दिल्ली पुलिस शुक्रवार को केजरीवाल के घर पहुंची। इसके बाद सीएम केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए जज लोया केस की जांच की मांग की। साथ ही केजरीवाल ने कहा कि "जज लोया केस में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से भी पूछताछ हो।" बता दें कि 19 फरवरी को दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी के साथ कथित दौर पर आम आदमी पार्टी के दो विधायकों ने मारपीट की थी, जिसके बाद विधायक अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए हैं।


शाह से पूछताछ की हिम्मत दिखाएं : केजरीवाल

चीफ सेक्रेटरी के साथ कथित तौर पर मारपीट के मामले की जांच के लिए शुक्रवार सुबह दिल्ली पुलिस सीएम अरविंद केजरीवाल के घर पहुंची। पुलिस के घर पहुंचने के बाद सीएम केजरीवाल मीडिया के सामने आए और जज लोया केस की जांच करने की भी मांग की। केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि "मुझे खुशी हो रही है कि इस मामले की जांच की जा रही है। मैं बस यही कहना चाहता हूं कि जितनी शिद्दत से इस मामले की जांच हो रही है, लेकिन मैं जांच एजेंसियों से कहना चाहता हूं कि जज लोया केस की जांच पर अमित शाह से पूछताछ करने की भी हिम्मत दिखाएं तो देश उनको बधाई देगा।"

 

 

 

 

इसके बाद केजरीवाल ने ट्वीट कर भी जज लोया केस का मुद्दा उठाया। केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि "मेरे घर पर पुलिस भेजकर छानबीन की जा रही है। अच्छी बात है। पर जज लोया के कत्ल के मामले में अमित शाह से पूछताछ कब होगी?" एक दूसरे ट्वीट में केजरीवाल ने कहा कि "दो थप्पड़ के आरोप की जांच के लिए सीएम के पूरे घर की तलाशी। जज लोया के कत्ल पर पूछताछ तो बनती है। नहीं?"

केजरीवाल के घर क्यों पहुंची पुलिस? 

चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश के साथ बदसलूकी के मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पहुंची है। पुलिस इस मामले में सीएम हाउस में लगे सीसीटीवी फुटेजों की जांच करेगी। इसके साथ ही DCP हरिंदर सिंह अपनी टीम के साथ सीएम हाउस के स्टाफ से पूछताछ कर रहे हैं। माना जा रहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो इस मामले में सीएम केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया से भी पूछताछ हो सकती है। गौरतलब है कि इस मामले में जांच के लिए लिए दिल्ली पुलिस ने सीएम हाउस में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और डीवीआर मांगी थी, लेकिन अभी तक उन्हें कोई भी दस्तावेज मुहैया नहीं कराया गया है। यहीं कारण है कि शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल के घर का रुख किया है। पुलिस उन सीसीटीवी फुटेजों की तलाश करेगी, जहां चीफ सेक्रेटरी से मारपीट की घटना हुई थी।

क्या है पूरा मामला? 

दरअसल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार (19 फरवरी) रात को सीएम हाउस में एक मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में आप विधायकों के साथ-साथ चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश भी शामिल हुए थे। इस दौरान आप के दो विधायकों ने चीफ सेक्रेटरी के साथ बदसलूकी की। चीफ सेक्रेटरी को थप्पड़ मारा, धक्का-मुक्की की और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। इतना ही नहीं, आप विधायकों ने चीफ सेक्रेटरी की कॉलर पकड़ी और उन्हें धक्का भी दिया। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल भी वहां मौजूद थे और ये सब सीएम हाउस में ही हुआ। इस केस में आप विधायक अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल को गिरफ्तार किया गया है।

क्या है जज लोया केस? 

बता दें कि सीबीआई कोर्ट के स्पेशल जज बृजगोपाल लोया की मौत 1 दिसंबर 2014 को हुई थी। बताया गया था कि उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई है, लेकिन उनकी मौत के एक साल बाद उनकी बहन ने मौत के हालात पर शक जाहिर किया था। उनकी बहन ने ये भी कहा था कि उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक को बताया गया है, लेकिन उनके कपड़ों पर खून के धब्बे लगे हुए थे। जज लोया सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस की सुनवाई कर रहे थे और उनकी मौत के तार भी सोहराबुद्दीन एनकाउंटर से जुड़े। सोहराबुद्दीन एनकाउंटर में अमित शाह का नाम भी आया था। गौरतलब है कि जज लोया केस अभी सुप्रीम कोर्ट में है।

सोहराबुद्दीन एनकाउंटर में शाह का नाम क्यों?

सीबीआई के मुताबिक, सोहराबुद्दी शेख और उसकी पत्नी कौसर बी को गुजरात के एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने उस वक्त अगवा कर लिया था, जब वो हैदराबाद से महाराष्ट्र के सांगली जा रहे थे। इसके बाद 26 नवंबर 2005 को सोहराबुद्दीन शेख का फर्जी एनकाउंटर कर उसकी हत्या कर दी गई। ये दावा किया गया कि सोहराबुद्दीन के पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ संबंध थे। इसके एक साल बाद दिसंबर 2006 को पुलिस ने सोहराबुद्दीन एनकाउंटर के गवाह और उसके साथी तुलसीराम प्रजापति की भी कथित तौर पर हत्या कर दी थी। उस वक्त अमित शाह गुजरात के गृहमंत्री थे और इन दोनों एनकाउंटर में अमित शाह का नाम आया। बता दें कि सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को पहले ही क्लीन चिट मिल चुकी है।

Created On :   23 Feb 2018 1:06 PM IST

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