कारोबारी ने बोगस कंपनियां बनाकर 185 बैंकों को लगाई 5500 करोड़ की चपत
- 22 बोगस कंपनियां बनाकर उसने यह फर्जीवाड़ा किया है।
- 600 से ज्यादा किसानों के नाम पर कर्ज उठाया।
- गुट्टे ने इसके पहले भी हजारों किसानों के नाम पर करोड़ों रुपए कर्ज उठाया।
- परभणी जिले के गंगाखेड़ शुगर कारखाना के मालिक रत्नाकर गुट्टे ने 26 हजार किसानों और छोटे-बड़े 185 बैंकों को 5500 करोड़ रुपए की चपत लगाई है।
डिजिटल डेस्क, नागपुर। भगोड़े नीरव मोदी का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि महाराष्ट्र में ‘छोटे नीरव मोदी’ ने जन्म ले लिया। परभणी जिले के गंगाखेड़ शुगर कारखाना के मालिक रत्नाकर गुट्टे ने 26 हजार किसानों और छोटे-बड़े 185 बैंकों को 5500 करोड़ रुपए की चपत लगाई है। 22 बोगस कंपनियां बनाकर उसने यह फर्जीवाड़ा किया है। विधान परिषद में प्रतिपक्ष नेता धनंजय मुंडे ने यह खुलासा करते हुए कहा कि सरकार मामला दर्ज होने के बावजूद रत्नाकर गुट्टे और उसको मदद करने वाले बैंक अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उसे पूरी तरह संरक्षण दिया जा रहा है। अगर इसी तरह लापरवाही बरती गई तो रत्नाकर गुट्टे भी नीरव मोदी जैसा देश छोड़कर भाग जाएगा।
सभापति रामराजे नाईक निंबालकर ने ये मामला गंभीर बताते हुए सरकार से पूछा कि आखिर रत्नाकर गुट्टे को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा है, इसका खुलासा करें। अगर SIT के मार्फत उचित जांच नहीं हो रही है तो अलग SIT का गठन कर जांच करें।
600 से ज्यादा किसानों के नाम पर कर्ज उठाया
मंगलवार को विधान परिषद में प्रश्नकाल के बाद प्रतिपक्ष नेता मुंडे ने यह मुद्दा उपस्थित कर सभागृह का ध्यान आकर्षित किया। मुंडे ने बताया कि रत्नाकर गुट्टे ने गंगाखेड शुगर्स कारखाना के हार्वेस्ट एंड ट्रांसपोर्ट योजना के नाम पर 2015 में 600 से ज्यादा किसानों के नाम पर कर्ज उठाया। जब बैंकों को कर्ज राशि का भुगतान नहीं हुआ तो बैंकों ने प्रत्येक किसानों को कर्ज वसूली के लिए नोटिस भेजा शुरू किया। प्रत्येक किसान पर 20 से 25 लाख रुपए की वसूली बताई गई है।
गुट्टे ने इसके पहले भी हजारों किसानों के नाम पर करोड़ों रुपए कर्ज उठाया। इस संबंध में न्यायालय द्वारा आदेश देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। गुट्टे पर भादंवि की धारा 406, 409, 417, 420 और 467, 468, 471, 120 ब अंतर्गत मामला दाखिल है। किन्तु अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया। उसे राजाश्रय मिल रहा है।
धमकाते हैं गुंडे
प्रतिपक्ष नेता ने बताया कि गुट्टे ने विविध कंपनियों का शून्य टर्न ओवर होने के बावजूद बोगस कागज-पत्र तैयार कर लगभग साढ़े तीन से साढ़े पांच हजार करोड़ रुपए के कर्ज लिए हैं। कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 186(2) के प्रावधान अनुसार, किसी कंपनी को उसके पेडअप कैपिटल के 60 प्रतिशत से अधिक नहीं अथवा 100 प्रतिशत, दोनों में से जो बड़ी रकम हो, उस पर कार्पोरेट गारंटी दी जा सकती है।
उन्होंने बताया कि कंपनी ने एक कंपनी से कर्ज लेकर दूसरी कंपनी को कर्ज स्वरूप दिया है। ये व्यवहार रिजर्व बैंक के अनुमति बिना हो रहा है। मुंडे ने गुट्टे परिवार के विविध 8 कंपनियों और उन्होंने लिए कर्ज के आंकड़े सभागृह में पेश किए। एक-एक किसान के नाम पर 40 लाख रुपए लिए गए हैं। पुलिस शिकायत नहीं लेती और उसके गुंडे किसानों को धमकाते हैं। प्रतिपक्ष नेता ने आरोप लगाया कि जस्टिस के मृतक भाई के नाम पर भी उसने कर्ज उठाया है। रत्नाकर गुट्टे महाराष्ट्र का नीरव मोदी है। वह कल देश छोड़कर भाग जाएगा।
रत्नाकर गुट्टे की कंपनियां
कंपनी का नाम जमा पूंजी कर्ज उठाया
गंगाखेड शुगर्स एंड एनर्जी लि. 80.17 करोड़ 1466.44 करोड़
सुनील हाईटेक इंजीनियर्स लि. 46.13 करोड़ 2413.32 करोड़
गंगाखेड सोलार प्रा. लि. 6.10 करोड़ 655.78 करोड़
गुट्टे इन्फ्रा प्रा. लि. 2.47 करोड़ 118.50 करोड़
सीम इंडस्ट्रीज लि. 17.69 करोड़ 86.65 करोड़
वीएजी बिल्टेक प्रा. लि. 16.91 करोड़ 35.00 करोड़
वीआरजी डिजिटल कार्पोरेशन प्रा. लि. 11 करोड़ 31.06 करोड़
योगेश्वरी हैचरीज प्रा. लि. 6.08 करोड़ 655.78 करोड़
कुल 186.55 करोड़ 5462.43 करोड
Created On :   18 July 2018 11:24 AM IST