अचानक सुर्खियों में आए आलोक त्रिपाठी कौन हैं? ज्ञानवापी में ASI सर्वे लीड करने से पहले भी खोज चुके हैं कई चीजें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ज्ञानवापी में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम का सर्वे जारी है। रविवार को सर्वे का तीसरा दिन था। इस सर्वे को डॉ. आलोक त्रिपाठी लीड कर रहे हैं। आलोक त्रिपाठी एएसआई के अतिरिक्त महानिर्देशक हैं। इनको प्राचीन काल की वस्तु के बारे में पता लगाने के लिए जाना जाता हैं। इन्होंने तमिलनाडु़ के मामल्लापुरम एंव अरिकामेडु, गुजरात के द्वारका, महाराष्ट्र के एलीफेंटा समेत कई अन्य स्थलों पर शोध कार्य किया है।
डॉ. आलोक त्रिपाठी असम यूनिवर्सिटी सिलचर में इतिहास के प्रोफेसर भी रह चुके हैं। साथ ही, ये अंडरवॉटर आर्कियोलॉजिकल विंग के अध्यक्ष रहे हैं। इस दौरान उनके काम की खूब सरहाना हुई है। आलोक त्रिपाठी ने प्राचीन गुफाओं के रास्ते से होने वाले व्यापार के बारे में भी गहन अध्ययन किया है। बचपन से ही आलोक त्रिपाठी का सपना था कि वे आर्कियोलॉजिस्ट बनें। पुरानी चीजों के बारे में जानकारी इकत्र करना इनका बचपन से शौक रहा है। एक मीडिया इंटरव्यू में अलोक त्रिपाठी ने बताया कि कक्षा चार में उन्हें पहली बार ऐसा लगा कि उन्हें आर्कियोलॉजिस्ट में अपना करियर बनाना चाहिए। शायद यही वजह है कि इतिहास के प्रोफेसर होने के बावजूद भी वे आर्कियोलॉजिक विभाग से जुड़े हैं।
डॉक्टर आलोक कहते हैं कि समुद्र में कई राज दफन हैं, जो हमें प्राचीन सभ्यता को समझने में मदद करेगा। बता दें कि बतौर आर्कियोलॉजिस्ट आलोक त्रिपाठी लक्षद्वीप के बांगरम आइलैंड के समुद्र में प्रिंसेस रॉयल जहाज के अवशेष ढूंढने में महत्वपूर्ण योगदान निभा चुके हैं।
जारी है ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे
रविवार को ज्ञानवापी में सर्वे का तीसरा दिन था। सर्वे की टीम हर एंगल से मस्जिद परिसर और तहखाने की छानबीन कर सबूतों को इकट्ठा करने में जुटी है। इस बीच सर्वे में शामिल मुस्लिम पक्ष के लोगों ने आरोप लगाया कि मीडिया में झूठी खबरे प्रसारित की जा रही है। उन्होंने सर्वे में सहयोग न देने की भी बात कही है। सर्वे की टीम रविवार सुबह आठ बजे परिसर में दाखिल हुई। इसके बाद सर्वे का काम शाम पांच बजे तक चला। दोपहर भोजन के दौरान टीम को दो घंटे के लिए अवकाश दिया गया था।
Created On :   6 Aug 2023 11:24 PM IST