लबालब पानी के बाद भी दिल्ली में गहराएगा जल संकट! पानी की किल्लत जूझने पर मजबूर होंगे राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट जैसे प्रतिष्ठित संस्था!

लबालब पानी के बाद भी दिल्ली में गहराएगा जल संकट! पानी की किल्लत जूझने पर मजबूर होंगे राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट जैसे प्रतिष्ठित संस्था!
  • बाढ़ के बीच दिल्ली में पानी की 'संकट'!
  • केजरीवाल ने केंद्र से मांगा मदद

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के लिए इन दिनों यमुना नदी अभिशाप बनी नजर आ रही है। नदी का पानी उफान पर है। दिल्ली के कई अहम इलाकों में यमुना का पानी घुस गया है जिसने दिल्ली को लबालब कर रखा है। दिल्ली में मौजूदा समय में भले ही पानी ही पानी दिखाई दे रहा है लेकिन राजधानीवासियों को कुछ समय बाद पानी की किल्लत से दो चार होना पड़ सकता है। यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दिल्ली के वाटर ट्रीटेमेंट प्लांट्स से पानी सप्लाई को बंद कर दिया गया है। जिससे दिल्ली के एक बड़े हिस्से में पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। अगर गली और सड़कों में भरे पानी में उतार नहीं आता है तो वाटर सप्लाई भी शरू नहीं हो पाएगा। जिसकी वजह से दिल्लीवासियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

यमुना का पानी खतरे से 2 मंजिल ऊपर बह रही है। आज (15 जुलाई) यमुना का पानी 207.43 मी. मापा गया, जिसका अर्थ है कि दिल्ली पर खतरा मंडरा रहा है। एक ओर दिल्ली बाढ़ की पानी से करहा रही है तो वहीं दूसरी ओर राजधानी पर जल संकट का घनघोर बादल छाया हुआ है। अगर यमुना के पानी में कमी नहीं आई तो दिल्लीवासियों को और कठिन परिस्थितियों से जूझना पड़ सकता है। मौजूदा समय में दिल्ली में जगह-जगह पानी भरने की वजह से यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। लोगों को अपने घर और ऑफिस पहुंचने के लिए घंटों तक इंतजार करना पड़ रहा है।

बाढ़ के बाद दिल्ली पर जल 'संकट'

दिल्ली को पानी पहुंचाने वाले तीन ट्रीटमेंट प्लांट की सप्लाई चैन को बंद कर दिया गया है क्योंकि इन प्लांट्स में यमुना का पानी घुस गया है। पानी के अलावा मिट्टी और गाद से भी प्लांट्स पटते दिखाई दे रहे हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि, वजीराबाद, चंद्रवाल और ओखला स्थित तीनों प्लांट्स को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है स्थिति सामान्य होने पर इसे जल्द ही स्टार्ट किया जाएगा। अगर 2 से 3 दिनों में इन तीनों प्लांट्स को शुरू नहीं किया गया तो बाढ़ के साथ दिल्लीवासियों को जल संकट से भी जूझना पड़ सकता है। केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, अगर यमुना के जलस्तर में कमी देखी जाती है तो इन प्लांट्स को जल्द शुरू किया जाएगा ताकि किसी तरह की कोई नई समस्या उत्पन्न न हो।

राष्ट्रपति भवन में बंद होगी पानी की सप्लाई?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला स्थित तीनों वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स से दिल्ली के 30 लाख घरों में पानी का सप्लाई होती है। अगर ये ठप पड़ते हैं तो दिल्ली के करोड़ों लोग इस समस्या से प्रभावित होंगे। इन्हीं प्लांट्स से राष्ट्रपति भवन, सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट जैसी कई अहम जगहों पर पानी की सप्लाई की जाती है।

केजरीवाल ने केंद्र से मांगी मदद

दिल्ली में बाढ़ की वजह से लाल किला रोड, आईटीओ, राजघाट, आईएसबीटी और कश्मीरी गेट पर लबालब पानी भरा हुआ है। इस इलाके में यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुई है। बीते दिन दिल्ली के मशहूर इलाके आईटीओ का, दिल्ली के मुखिया अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने साथ में दौरा किया था। जहां पर केजरीवाल ने केंद्र सरकार से आग्रह किया था कि दिल्ली को अगर बाढ़ के पानी से बचाना है तो सबसे पहले हरियाणा से हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी पर रोक लगानी होगी। बकायदा इसके लिए केजरीवाल ने गृहमंत्री अमित शाह को लेटर भी लिखा है और उनसे मदद मांगी है।

Created On :   15 July 2023 4:35 PM IST

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