विवादित टिप्पणी पर बचाव: RSS चीफ मोहन भागवत के बयान पर योग गुरु बाबा रामदेव की प्रतिक्रिया, आक्रमणकारियों को सबक सिखाने की कही बात

RSS चीफ मोहन भागवत के बयान पर योग गुरु बाबा रामदेव की प्रतिक्रिया, आक्रमणकारियों को सबक सिखाने की कही बात

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में आरएसएस चीफ मोहन भागवत के मस्जिदों और मंदिरो पर की गई टिप्पणी से सियासी उबाल आ गया है। इस मामले पर अब योग गुरु बाबा रामदेव का बयान सामने आया है। दरअसल, उत्तरखंड के हरिद्वार स्थित गुरुकुल कांगड़ी विश्विद्यालय में सोमवार को आयोजित स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती के 99वें बलिदान दिवस समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मोहन भागवत के बयान का बचाव किया। उन्होंने कहा कि यह आरएसएस चीफ का खुद का बयान है। इस पर कई अन्य संत भी अपनी बात रख रहे हैं। योग गुरु ने आगे कहा कि कुछ लोग सनातन धर्म को खत्म करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे आक्रमणकारियों को सबक जरूर सिखाना चाहिए।

मोहन भागवत की टिप्पणी पर बाबा रामदेव का बचाव

इसके बाद बाबा रामदेव ने कहा कि आक्रांताओं ने हमारे धार्मिक स्थानों, मंदिरों, तीर्थ और सनातन धर्म पर हमला किया। न्यायालय की ओर से उन्हें दंडित तो किया जाएगा। लेकिन हमें बड़े तीर्थ स्थानों पर फैसले लेने होंगे। योग गुरु यही तक नहीं रुके बल्कि उन्होंने यह भी कहा कि पापियों को पाप का फल मिलना चाहिए।

इसके अलावा योग गुरु ने आक्रांताओं पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह बात सच है कि आक्रांताओं ने आकर हमारे मंदिर, धर्मस्थान और गौरव के चिन्हों को नष्ट कर दिया। हमारे सनातन तीर्थ स्थलों और देवी देवताओं की प्रतिमाओं को भी खंडित किया। हालांकि, अब यह न्यायपालिका पर निर्भर करता है कि वह उन्हें किस हद तक दंडित करना चाहती है। बाबा रामदेव ने कहा कि हमारे धर्म में जो भी बड़े तीर्थ और गौरव के स्थान हैं। उनके लिए कुछ तो फैसला करना चाहिए। ताकि जिन आक्रांताओं ने नुकसान पहुंचाया उनको फल मिले। बाकी देश में भाईचारा कायम रहना चाहिए। रामदेव ने कहा कि पूरे देश में गुरुकुल की शिक्षा पद्धति को वे बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।

इसके अलावा पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस.वाई. कुरैशी सहित प्रतिष्ठित मुसलमानों के एक नागरिक समाज समूह ने भागवत की समावेशी समाज की वकालत करने वाली टिप्पणी की तारीफ की थी। उन्होंने उम्मीद जताई था कि यह उन लोगों के लिए एक मार्गदर्शक होगी, "जो देश के मूल ताने-बाने पर हमला कर रहे हैं।"

जानें क्या है मामला

कुछ दिनों पहले भागवत ने कई मंदिर-मस्जिद विवादों के फिर से उठने पर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद कुछ लोगों को ऐसा लग रहा है कि वे ऐसे मुद्दों को उठाकर ‘‘हिंदुओं के नेता’’ बन सकते हैं।

Created On :   23 Dec 2024 6:11 PM IST

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