तिरुपति मंदिर लड्डू विवाद: आज सीएम चंद्रबाबू नायडू से मिल सकते हैं मंदिर के अधिकारी, लड्डू में मिलाए जाने वाले घी पर होगी चर्चा

आज सीएम चंद्रबाबू नायडू से मिल सकते हैं मंदिर के अधिकारी, लड्डू में मिलाए जाने वाले घी पर होगी चर्चा
  • तिरुपति मंदिर विवाद को लेकर सियासत हुई तेज
  • लड्डू में मिलाए जाने वाले धी को लेकर विवाद जारी
  • चंद्रबाबू नायडू ने मंदिर के अधिकारी से मांगा रिपोर्ट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश में मौजूद तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसादम की पवित्रता और शुद्धता पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने दावा किया है कि पूर्ववर्ती सरकार ने तिरुपति मंदिर में पवित्र लड्डू प्रसाद बनाने के लिए घटिया साम्रगी और जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया था।

अब इस मामले को लेकर आंध्र प्रदेश सरकार एक्शन में आ गई है। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के कार्यकारी अधिकारी (ईओ) को तिरुमाला मंदिर के लड्डू प्रसादम को लेकर उठे घी विवाद पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।

आज चंद्रबाबू से मिल सकते हैं टीटीडी के ईओ

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीटीडी के ईओ आज चंद्रबाबू से मिल सकते हैं। इस मुलाकात के बाद वो सीएम चंद्रबाबू नायडू को रिपोर्ट देंगे। सरकार रिपोर्ट वैदिक और धार्मिक परिषद के नेताओं से परामर्श के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी।

सरकार धार्मिक परिषद के नेताओं के द्वारा दिए गए सुझाए और रिपोर्ट के आधार पर मंदिर शुद्धिकरण और प्रतिष्ठा अनुष्ठान करने का निर्णय ले सकती है। आंध्र प्रदेश सरकार परिषद की सिफारिशों के आधार पर आगे की बढ़ने की योजना बना रही है।

ध्यान भटकाने का लगाया आरोप

बीते दिन पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर अपने 100 दिन के शासन में जनता को भटकाने का आरोप लगाते हुए कहा, "यह ध्यान भटकाने की राजनीति है। एक तरफ लोग चंद्रबाबू नायडू के 100 दिन के शासन को लेकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। वे पूछ रहे हैं कि उनके सुपर सिक्स (चुनावी वादों) का क्या हुआ। लोगों का ध्यान भटकाने के लिए यह मनगढ़ंत कहानी रची जा रही है।"

उन्होंने चंद्रबाबू सरकार पर सवाल करते हुए कहा, "दुनिया भर के करोड़ों भक्तों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना क्या सही है। सबूत के तौर पर लैब रिपोर्ट में जिन नमूनों, जांच और नतीजों के बारे में बताया गया है, वह एनडीए में ही सामने आए हैं।" उन्होंने आगे कहा, "हर 6 महीने में घी सप्लायर का चयन करना तिरुमला तिरूपति देवस्थानम की नियमित प्रक्रिया है जो कि दशकों से जारी है। इसमें कोई नई बात नहीं है।"

जानें पूरा मामला

तेलुगु देशम पार्टी के चीफ और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने 18 सितंबर को एनडीए के विधायक दल की बैठक के दौरान पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी सरकार पर गंभीर आरोप लगाया थे। उनहोंने कहा, "पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने श्री वेंकटेश्वर मंदिर को भी नहीं बख्शा और लड्डू बनाने के लिए घटिया सामग्री व पशु की चर्बी का इस्तेमाल किया। लोग कह रहे हैं कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार के दौरान लड्डू में इस्तेमाल घी में कथित मिलावट के कारण उनकी भावनाएं आहत हुई हैं।" साथ ही, उन्होंने जगन मोहन सरकार पर सस्ते दामों पर घटिया घी खरीदने और तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम की पवित्रता को भंग करने के संगीन आरोप लगाए हैं।

गौरतलब है कि शुक्रवार 20 सितंबर को तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने लड्डू की जांच के बाद आए लैब रिपोर्ट का हवाला देते हुए टीडीपी ने कहा, "लड्डू बनाने के प्रयोग में ली जा रही घी में पशु की चर्बी और लार्ड (सूअर की चर्बी) मौजूद थे।" इसके बाद बोर्ड ने घी स्पलाई करने वाले ठेकेदार को फौरन ब्लैकलिस्ट करने के आदेश दिया है।

Created On :   21 Sept 2024 10:08 AM GMT

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