दिल्ली कोचिंग हादसा: हाईकोर्ट ने पुलिस और एमसीडी को लगाई फटकार, सीबीआई को सौंपी मामले की जांच

हाईकोर्ट ने पुलिस और एमसीडी को लगाई फटकार, सीबीआई को सौंपी मामले की जांच
  • दिल्ली कोचिंग मामले में हाईकोर्ट का बड़ा फैसला
  • सीबीआई को सौंपी जांच
  • सेंट्रल विजिलेंस कमेटी के ऑफिसर को दिए निगरानी के निर्देश

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के कोचिंग हादसा मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। कोर्ट ने शुक्रवार (2 अगस्त) को कहा, 'मामले की गंभीरता को देखते हुए हम जांच CBI को ट्रांसफर कर रहे हैं।'

इसके साथ ही जांच पर किसी को शक न हो इसके लिए सेंट्रल विजिलेंस कमेटी के ऑफिसर को इसकी निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। हाईकोर्ट ने कहा, 'लोगों को जांच पर शक न हो, साथ ही हादसे की गंभीरता, सरकारी कर्मचारियों के भ्रष्टाचार में शामिल होने की संभावना के चलते यह फैसला लिया गया है।'

दिल्ली पुलिस को लगाई फटकार

हाईकोर्ट ने मामले में दिल्ली पुलिस को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि आप सड़क से गुजरने वाले शख्स को कैसे गिरफ्तार कर सकते हैं। कोर्ट ने कहा कि पुलिस को उस शख्स से माफी मांगनी चाहिए।

इस दौरान कोर्ट ने एक महत्वपू्र्ण बात कही। कोर्ट ने कहा, 'पुलिस का सम्मान तब होता है, जब आप अपराधी को गिरफ्तार करते हैं और निर्दोष को छोड़ देते हैं। अगर आप निर्दोष (मनुज कथूरिया) को गिरफ्तार करते हैं और दोषी को छोड़ देते हैं तो यह दुख की बात है। अच्छा हुआ, आपने पानी का चालान नहीं काटा। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने माफी मांगी।'

दरअसल, घटना वाले दिन पुलिस ने कोचिंग के बाहर SUV लेकर गुजरने वाले मनुज कथूरिया को गिरफ्तार किया था। कथूरिया पर आरोप था कि उसकी गाड़ी निकलने से पानी का प्रेशर बढ़ा और पानी कोचिंग के अंदर घुस गया। हालांकि, मनुज को कल जमानत मिल गई थी। वह दो दिन पुलिस कस्टडी में रहे।

'एमसीडी अपने कर्तव्य नहीं निभा पा रही '

दिल्ली हाई कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए एमसीडी को भी फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा, ''सब एक दूसरे के पाले में गेंद डालते रहते हैं। एक साथ मिल कर लोगों के लिए काम नहीं करते हैं। एमसीडी कमिश्नर सुनिश्चित करें कि सभी नाले साफ हों। अगर उन पर अतिक्रमण है, तो उसे हटाया जाए। एमसीडी अपने कर्तव्य निभा नहीं पा रही है। ऐसा लगता है कि एमसीडी को भंग कर देने की ज़रूरत है। दिल्ली की सिविक एजेंसियों के पास काम के लिए फंड ही नहीं है। दिल्ली में नागरिक सुविधाओं का पूरा ढांचा पुराना हो चुका है।''

बता दें कि पिछले शनिवार (27 जुलाई) को दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राउ IAS कोचिंग के बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में पानी भर गया था। जिसमें वहां मौजूद तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी।

Created On :   2 Aug 2024 12:35 PM GMT

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