चुनावी साल में किसानों की मांग के आगे झुकी सरकार! अरहर, उड़द और मसूर दाल की कीमतों पर बड़ा फैसला
- दाल की कीमतों में की गई बढ़ोतरी
- एमएसपी के तहत किसानों को मिली राहत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव और हरियाणा विधानसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए केंद्र सरकार ने एमएसपी यानि न्यूनत्तम सर्मथन मूल्य में बढ़ोतरी कर दिया है। हरियाणा में इस वक्त किसान सूरजमुखी फसल की उचित कीमतों के लिए आंदोलन कर रहे हैं। ऐसे में मोदी सरकार ने किसानों को साधने के लिए एमएसपी के मूल्य में बढ़ोतरी की है। क्योंकि बीते कुछ दिनों से हरियाणा में प्रदर्शन के जरिए किसानों ने केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की है। इस दौरान किसानों पर लाठीचार्ज की घटना सामने आई। कुछ किसानों को हिरासत में भी लिया गया है। ऐसे में किसानों की नाराजगी सरकार के खिलाफ लगातार बनी हुई है। हालांकि, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक में 2023-24 मार्केटिंग सीजन में खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में बढ़ोतरी की गई है।
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, सरकार का यह फैसला किसानों को राहत प्रदान करेगा। साथ ही, मोदी सरकार के खिलाफ किसानों की बढ़ रही नाराजगी को भी कम करेगा। मोदी सरकार की रणनीति है कि फसलों की कीमत को बढ़ाकर किसान वर्ग को खुश किया जाए। इस साल कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के लिहाज से भी बीजेपी का यह फैसला फायदेमंद हो सकता है।
केंद्र सरकार ने किसानों को दिया तोहफा
आज मोदी सरकार ने अरहर दाल के एमएसपी में 400 रुपये की बढ़ोतरी कर 7000 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। वहीं उड़द दाल की कीमतों में 350 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। अब एमएसपी के हिसाब से उड़द दाल 6950 रुपये क्विंटल के हिसाब किसानों से खरीदे जाएंगे। वहीं मूंग दाल की बात करें तो इसमें पहले के मुताबिक 10.4 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। अब मूंग दाल को 8558 रुपये प्रति क्विंटल खरीदा जायेगा। जोकि पिछली कीमत 7755 रुपये से कहीं ज्यादा है। सरकार ने इस बार के एमएसपी में खरीफ फसलों पर ज्यादा ध्यान दिया है। हाल के दिनों में ट्रेडर्स और मिलर्स ने सरकार से मांग की थी कि अरहर दाल की कीमतों में बढ़ोतरी की जाए। ताकि देश के किसान के अरहर दाल की ज्यादा पैदावार कर सकें। पिछले कुछ माह से अरहर दाल की कीमतों में काफी उछाल देखने को मिला था। इसलिए भी सरकार ने 2023-24 मार्केटिंग में अरहर दाल की कीमतों में बढ़ोतरी की है। जिससे घरेलू मार्केट में बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाया जा सके।
इसके अलावा दूसरे खरीफ फसल की बात करें तो धान (कॉमन) के एमएसपी को बढ़ाकर 2183 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। पहले यह कीमत 2040 रुपये थी। इसी प्रकार मक्के की कीमतों में भी बढ़ोतरी की गई है। अब मक्के का न्यूनत्तम सर्मथन मूल्य 1962 रुपये से बढ़ाकर 2090 रुपये कर दिया गया है। इन सभी के अलावा कपास ग्रेड ए धान, मूंगफली के एमएसी में बढ़ोतरी की गई है।
कैबिनेट बैठक की जानकारी देते हुए केंद्रीय वाणिज्य, खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि पिछले कई सालों के मुताबिक इस साल एमएसपी के मुल्यों में सबसे ज्याादा बढ़ोतरी सरकार ने की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कैबिनेट बैठक के दौरान फैसला किया था कि इस बार के एमएसपी में लागत से 50 फीसदी ज्यादा एमएसपी रखी जाएगी। जिसके बाद एमएसपी में बढ़ोतरी की गई।
किसानों के लिए राहत
मंगलवार को भी सरकार ने दालों के उत्पादन में बढ़ोतरी के संकेत दिए थे। खास बात यह है कि प्राइस सपोर्ट स्कीम (Price Support Scheme) के तहत सरकार ने अरहर, उरद और मसूर दाल खरीदने की 40 फीसदी सीमा को 2023-24 वर्ष के लिए खत्म कर दिया है। इसका मतलब यह है कि अब किसान जितना चाहे उतनी दाल सरकार को प्राइस सपोर्ट स्कीम के तहत बेच सकते हैं। सरकार की मंशा है कि किसान भाई खरीफ और रबी सीजन में अरहर, उरद और मूंग दाल की उपज को बढ़ाए। गौरतलब है कि हाल के दिनों में सीएसीपी ( Commission Of Agriculture Costs and Prices) ने खरीफ मार्केटिंग सीजन में धान, मक्का, रागी अरहर, मूंग और उड़द के एमएसपी में 5 से 8 फीसदी बढ़ोतरी करने की सिफारिश सरकार से की थी। शायद यह भी वजह है कि सरकार को यह कदम उठाना पड़ा है।
Created On :   7 Jun 2023 6:39 PM IST