किसान आंदोलन 2.0: दिल्ली की सीमा में घुसने की कोशिशों पर आज विराम, सरकार के साथ बातचीत के आधार पर तय होगी अगली रणनीति
- दिल्ली चलो आंदोलन पर आज विराम
- सरकार से मीटिंग के बाद तय होगी आगे की रणनीति
- पंजाब में शुरू हुआ किसानों का रेल रोको अभियान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एमएसपी और ऋण माफी जैसी अन्य मांगों को लेकर किसानों ने दिल्ली कूच की कोशिशों को आज विराम देने का ऐलान किया है। सरकार और किसानों के बीच आज तीसरे दौर की बैठक होने जा रही है जिसके मद्देनजर आंदोलनकारी किसान संगठनों ने यह फैसला लिया है। सरकार से आज बातचीत के बाद आंदोलन को लेकर अगली रणनीति तय की जाएगी। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने मीटिंग में बात नहीं बनने की स्थिति में आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी है। दिल्ली कूच पर तात्कालिक रोक के बावजूद आंसू गैस के गोले फेंकने के विरोध में पंजाब के किसान अपने पूर्व घोषित रेल रोको अभियान पर कायम हैं। इसके तहत पंजाब में आज सात जगहों पर रेल रोको आंदोलन को अंजाम दिया जाएगा।
'मांगें दोहराव नहीं, जीवन और मौत का सवाल'
सरकार और किसानों के बीच आज तीसरे दौर की बैठक होने जा रही है, इससे पहले के दो बैठक बेनतीजा रहें। तीसरे बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा के अलावा पीयूष गोयल और नित्यानंद राय किसानों की मांगों पर मंथन करेंगे। बताया जा रहा है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस बैठक में हिस्सा लेंगे। इस बीच किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने मीटिंग सफल नहीं होने पर पूरे देश में आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है। किसानों की मांगों को लेकर पंढेर ने कहा, "हमारी मांगें दोहराव नहीं हैं, बल्कि जीवन और मौत का सवाल है। हम हमारी बात मंत्रियों के सामने रखेंगे।"
सात जगहों पर रेल रोको अभियान
एक तरफ दिल्ली कूच को कुछ देर के लिए रोक दिया गया है तो वहीं पंजाब के किसानों ने रेल रोको अभियान शुरू कर दिया है। अब तक खुद को संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा के दिल्ली चलो आंदोलन से खुद को दूर रखने वाले भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) और भारतीय किसान यूनियन (डकौंदा) ने शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर विरोध जताने के लिए रेल रोको अभियान की घोषणा कर दी है। इसके तहत किसानों ने पहले से ही सात जगहों पर रेल रोकने का ऐलान कर चुके हैं। पंजाब के पटियाला में राजपुरा रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारी किसानों की भीड़ पहुंच गई है और पटरियों पर बैठने की तैयारी कर रही है। यह प्रदर्शन आज शाम 5 बजे तक जारी रहने की संभावना है।
राकेश टिकैत ने 17 फरवरी को बुलाई बैठक
2021 में किसान आंदोलन के बड़े चेहरे रहने वाले राकेश टिकैत ने इस बार खुद को आंदोलन से अब तक दूर रखा है। हालांकि, उन्होंने जरूरत पड़ने पर किसान आंदोलन में शामिल होने की बात भी कही है। राकेश टिकैत ने 17 फरवरी को एक बैठक बुलाई है। सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी देते हुए उन्होंने लिखा, "आप सभी किसानों व भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय समिति के निर्णयानुसार 17 फरवरी 2024 को उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर स्थित किसान भवन सिशौली में मासिक पंचायत का आयोजन किया जाएगा।"
Created On :   15 Feb 2024 12:46 PM IST